सलाहकार कंपनी पर अब हितों के टकराव का आरोप
Lucknow News - लखनऊ में ग्रांट थॉर्नटन कंपनी पर पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के मसौदे में हितों के टकराव का आरोप लगा है। कंपनी ने अमेरिका में जुर्माना स्वीकार किया है, जबकि उसने हलफनामे में...

- जवाब में कंपनी स्वीकार कर चुकी है अमेरिका में जुर्माना लगाए जाने की बात लखनऊ, विशेष संवाददाता
पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण का मसौदा तैयार करने के लिए नियुक्त सलाहकार कंपनी ग्रांट थॉर्नटन पर अब हितों के टकराव का आरोप लगा है। इससे पहले कंपनी पर अमेरिका में जुर्माने का आरोप लगा था, जिसे कंपनी ने स्वीकार कर लिया है। हालांकि कंपनी ने हलफनामे में कहा था कि उसके ऊपर बीते तीन साल से कोई जुर्माना नहीं लगा है।
राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने दावा किया है कि कंपनी का जुड़ाव एक ऐसी कंपनी के साथ है, जो निजीकरण के फलस्वरूप बनने वाली कंपनी को खरीदने की दावेदार है। परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली एनर्जी टास्क फोर्स में लिए गए फैसले में कहा गया था कि हितों के टकराव के पहलू को शिथिल रखा जाएगा। हालांकि यह जरूर देखा जाएगा कि सलाहकार कंपनी का जुड़ाव किसी ऐसी कंपनी के साथ न हो, जो भविष्य में निजीकरण में हिस्सा ले। ग्रांट थॉर्नटन कुछ ऐसे निजी औद्योगिक घरानों के साथ काम कर रही है, जो भविष्य में निजीकरण के दौरान बोली लगाएंगे। उन्होंने कहा कि जिन औद्योगिक घरानों की जुटान हाल ही में पावर कॉरपोरेशन के सेमिनार में हुई थी, उनमें से कुछ के साथ कंपनी सीधे तौर पर जुड़ी है।
दो उच्च अधिकारी बचा रहे कंपनी को
अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि जब कंपनी जुर्माने की बात स्वीकार कर चुकी है तो झूठा शपथ पत्र देने के मामले में उस पर कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि पावर कॉरपोरेशन के ही दो अधिकारी कंपनी को बचाने में जुटे हैं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।