एआई और ड्रोन सीख रहे श्रमिकों के बच्चे
Lucknow News - -श्रमिकों और कोविड काल में अनाथ हुए बच्चों के लिए शुरू किए गए

जो बच्चे कभी स्कूल तक नहीं पहुंच पाते थे, आज वे इसरो के वैज्ञानिकों के सामने अपनी टेक्नोलॉजी पेश कर रहे हैं। यह प्रदेश के अटल आवासीय विद्यालयों में संभव हो रहा है। मजदूरों और कोविडकाल में अनाथ हुए बच्चों के लिए शुरू किए गए यह विद्यालय शिक्षा के साथ ही नवाचार के केंद्र भी बन रहे हैं। प्रदेश के 17 मंडलों में अटल आवासीय विद्यालय संचालित हैं। मुरादाबाद में इसका उद्घाटन होना है। वर्तमान में इन विद्यालयों में 10,947 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। खास बात यह है कि यहां लड़कों और लड़कियों का समान अनुपात (50:50) सुनिश्चित किया गया है। अटल विद्यालय सिर्फ किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं है।
यहां एआई, ड्रोन और स्पेस टेक्नोलॉजी की पढ़ाई हो रही है। छात्र-छात्राएं न केवल टेक्नोलॉजी सीख रहे हैं, बल्कि उसका अभिनव प्रयोग भी कर रहे हैं। इसका सबसे बड़ा प्रमाण है जनवरी में आयोजित हुआ स्पेस टेक एक्सपो-2025, जो लखनऊ के अटल आवासीय विद्यालय में हुआ। इस आयोजन में प्रदेश के सभी मंडलों के विद्यालयों ने भाग लिया और बच्चों ने अपने प्रोजेक्ट्स से सबको चौंका दिया। योगी सरकार ने मेधावी छात्र-छात्राओं को कराया इसरो का भ्रमण बच्चों के इस प्रतिभा प्रदर्शन को सराहने स्वयं इसरो (एसएसी) के निदेशक अटल विद्यालय लखनऊ पहुंचे। उन्होंने बच्चों को सम्मानित किया और विद्यालय की व्यवस्था की खुले मन से प्रशंसा की। इससे पहले कई मेधावी छात्र-छात्राओं को इसरो (एसएसी) भ्रमण पर भी भेजा गया था, जिससे उनका आत्मविश्वास और जिज्ञासा दोनों को नई उड़ान मिली।
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