आरटीई में प्रवेश नहीं लेने वालों स्कूलों की समाप्त होगी मान्यता
Maharajganj News - महराजगंज में जिला प्रशासन ने निजी विद्यालयों की मनमानी रोकने के लिए नई योजनाएं बनाई हैं। आरटीई अधिनियम 2009 के तहत बच्चों का प्रवेश सुनिश्चित करने और भेदभाव रोकने के लिए चेतावनी दी गई है। डीएम ने कहा...

महराजगंज, निज संवाददाता। नए शैक्षिक सत्र में निजी विद्यालय मनमानी नहीं कर कर पाएंगे। स्कूलों की मनमानी रोकने के लिए जिला प्रशासन ने कई प्लान तैयार किया है। इसमें से एक है नि:शुल्क एवं बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009(आरटीई) के तहत बच्चों का प्रवेश दिलाने व भेदभाव रोकना। इसके तहत यदि कोई विद्यालय चयनित बच्चों को प्रवेश लेने से आनाकानी करेगा या भेदभाव करेगा तो उसके लिए उसकी मान्यता समाप्त कर दी जाएगी। इस संबंध में डीएम अनुनय झा ने सभी स्कूल संचालकों का नोटिस जारी कर अल्टीमेटम भी दे दिया है।
डीएम ने चेताया है कि औचक निरीक्षण में या शिकायत मिलने पर विद्यालय की हर गतिविधि की सघन जांच की जाएगी। उसके मुताबिक केस तैयार कर विधिक कार्रवाई की जाएगी। इसमें मान्यता प्रत्याहरण की कार्रवाई भी शामिल है।
शिकायत मिलती रहती है कि स्कूल आवंटन के बाद कुछ स्कूल बच्चों का प्रवेश लेने में आनाकानी करते हैं। प्रवेश के बाद बच्चों के साथ भेदभाव व अन्य शुल्क जमा करने का दबाव भी बनाते हैं। डीएम ने इसे गंभीरता से लेते आरटीई वाले सभी स्कूलों का नोटिस जारी कर कड़ी चेतावनी दी है।
उन्होंने अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि चयनित बच्चे का आवंटित स्कूल में हर हाल में समय से प्रवेश लिया जाय। किसी बच्चे के साथ क्लास में भेदभाव न किया जाय। उसे किसी भी प्रकार के शुल्क के लिए दबाव न बनाया जाय। शिकायत मिलने पर टीम गठित कर जांच कराई जाएगी।
डीएम अनुनय झा ने बताया कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के तहत हर गरीब व अलाभित बच्चे को शिक्षा ग्रहण करने का हक है। जो भी विद्यालय प्रवेश लेने से आनाकानी या भेदभाव करेगा, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसमें स्कूल की मान्यता भी समाप्त की जा सकती है।
1686 बच्चों को आवंटित हुआ स्कूल:
बीएसए रिद्धी पांडेय ने बताया कि इस शैक्षिक सत्र 2025-26 में चयन प्रक्रिया चार चरणों में पूरी हुई। चारों चरणों में कुल 1686 बच्चों का चयन कर स्कूल आवंटित किया गया है। पहले चरण में 429, दूसरे चरण में 430, तीसरे चरण में 355, चौथे चरण में 472 बच्चों को स्कूल आवंटित किया गया। आवंटन के एक सप्ताह के अंदर स्कूल को बच्चों का स्कूल में दाखिला लेना होता है।
सदर में सबसे अधिक व लक्ष्मीपुर में सबसे कम हुए दाखिले:
बीएसए रिद्धी पांडेय ने बताया कि जिले के 12 ब्लाकों में सबसे अधिक दाखिला सदर ब्लाक में और सबसे कम लक्ष्मीपुर में हुआ है। सदर में 460, फरेंदा में 280, निचलौल में 160, सिसवा में 155, पनियरा में 136, बृजमनगंज में 123, मिठौरा में 114, धानी में 68, घुघली में 55, नौतनवा में 49, परतावल में 39, लक्ष्मीपुर में 38 बच्चों को स्कूल आवंटन किया गया।
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