नमो भारत ने पकड़ी रफ्तार, मेरठ तक दौड़ी रैपिड रेल; कुछ मिनटों में पूरा होगा 82 किमी का सफर
नमो भारत रैपिड रेल अब मेरठ के अंतिम स्टेशन मोदीपुरम तक पहुंच चुकी है। एनसीआरटीसी ने शताब्दीनगर से मोदीपुरम के बीच ट्रायल रन शुरू कर दिया। 82 किमी लंबे रैपिड रेल कॉरिडोर का यह अंतिम सिरा अब जुड़ने के साथ मोदीपुरम तक की कनेक्टिविटी लगभग पूरी हो चुकी है।

देश की पहली क्षेत्रीय रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) ‘नमो भारत’ अब मेरठ के अंतिम स्टेशन मोदीपुरम तक पहुंच चुकी है। एनसीआरटीसी (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम) ने शताब्दीनगर से मोदीपुरम के बीच ट्रायल रन शुरू कर दिया, जिससे शहर के लोगों को बड़ी सौगात मिली। 82 किलोमीटर लंबे रैपिड रेल कॉरिडोर का यह अंतिम सिरा अब जुड़ने के साथ दिल्ली के सराय काले खां से मोदीपुरम तक की कनेक्टिविटी लगभग पूरी हो चुकी है। ट्रायल रन के दौरान रैपिड रेल को अंडरग्राउंड और एलिवेटेड सेक्शनों पर दौड़ते देख लोगों में उत्साह का माहौल रहा।
एनसीआरटीसी ने पहली तारीख को यह ट्रायल रन कर मेरठवासियों को चौंका दिया। बिना किसी बड़े औपचारिक ऐलान के ट्रेन जब मोदीपुरम पहुंची तो स्थानीय निवासियों में रोमांच देखने को मिला। रैपिड रेल के इस ट्रायल के साथ अब पूरी परियोजना के चालू होने की दिशा में एक और अहम कदम बढ़ गया है। माना जा रहा है कि आने वाले महीनों में पूरी लाइन आम यात्रियों के लिए खोल दी जाएगी, जिससे मेरठ से दिल्ली तक की यात्रा बेहद तेज़ और सुविधाजनक हो जाएगी।
सराय काले खां, हजरत निजामुद्दीन स्टेशनों को जोड़ने वाले ओवरब्रिज का निर्माण पूरा
इससे पहले नमो भारत परियोजना की कार्यान्वयन एजेंसी ने बताया था कि सराय काले खां नमो भारत स्टेशन और हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन को जोड़ने वाले फुट ओवरब्रिज का निर्माण 23 अप्रैल को पूरा हो गया।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) ने एक बयान में कहा कि अब इसका निर्माण पूरा हो गया है, अवरोधक हटा दिए गए हैं और सड़क को जनता के लिए पूरी तरह से खोल दिया गया है। बयान के अनुसार 280 मीटर लंबे इस पुल पर छह ‘ट्रैवेलेटर’ लगे हैं, जिससे यात्रियों के लिए दोनों स्टेशनों के बीच आवागमन अधिक सुविधाजनक हो जाएगा।