एससी वर्ग के दिव्यांग कोटे से निकेश मिला था बीटेक में दाखिला
Prayagraj News - प्रयागराज के एमएनएनआईटी में दिव्यांग छात्र निकेश कुमार ने परीक्षा में असफलता के बाद आत्महत्या कर ली। दाहिने हाथ की समस्याओं के बावजूद, उसे अनुसूचित जाति के तहत प्रवेश मिला था। उसके परिवार ने संस्थान...
प्रयागराज। छत्तीसगढ़ के सेनेरिया जांजगीर निवासी निकेश कुमार रोहिदास को मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआईटी) के कप्यूटर साइंस (सीएस) ब्रांच में अनुसूचित जाति (एससी) वर्ग के दिव्यांग कोटे के तहत पिछले साल प्रवेश मिला था। निकेश के दाहिने हाथ की उंगलियां छोटी थी, साथ ही दाहिना हाथ काम भी कम करता था। निकेश गुरुवार को विवेकानंद हॉस्टल के कमरा संख्या 101 में फांसी लगाकर जान दे दी। इससे हॉस्टल में सन्नाटा पसरा रहा।सूचना पाकर पिता अमृत लाल, फूफा देवेश और मामा ओमकार शुक्रवार की सुबह तकरीबन साढ़े सात बजे एमएनएनआईटी के हॉस्टल पहुंचे। वहां पर निदेशक प्रो. आरएस वर्मा, चीफ वार्डेन प्रो. नरेश कुमार, रजिस्ट्रार प्रो. रमेश कुमार के साथ मुलाकात की।
चीफ वार्डेन प्रो. नरेश कुमार ने बताया कि तकरीबन आधे घंटे तक निदेशक ने परिजनों ने बातचीत की। इस दौरान उन्होंने परिजनों को हर संभव मदद करने की बात कही। इसके बाद चीफ वार्डेन भी परिजनों के संग पीएम हाउस पहुंचे। पोस्टमार्टम होने के बाद करीब तीन बजे परिजनों ने निकेश का शव लेकर घर के लिए रवाना हो गए। संस्थान में चर्चा थी कि निकेश के प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा में अंक कम थे। वह गणित विषय में फेल हो गया था। लेकिन वह पूरक परीक्षा (सप्लीमेंटरी) देकर फेल विषय में पास हो सकता था।
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