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64 हस्तशिल्पियों को मिला जीआई टैग पैचवर्क का यूजर नंबर

Rampur News - रामपुर के पैचवर्क हस्तकला को जीआई टैग और यूजर नंबर मिला है। 64 हस्तशिल्पियों ने जीआई टैग प्राप्त किया है। इससे वे अपने उत्पादों को जीआई टैग के साथ बेच सकेंगे। डीएम जोगिंदर सिंह और सीडीओ नंद किशोर कलाल...

Newswrap हिन्दुस्तान, रामपुरTue, 29 April 2025 05:50 AM
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64 हस्तशिल्पियों को मिला जीआई टैग पैचवर्क का यूजर नंबर

ओडीओपी योजना के तहत रामपुर के पैचवर्क हस्तकला को जीआई टैग के बाद अब यूजर नंबर मिल चुका है। यूजर नंबर से हस्तशिल्पी अपने उत्पाद को जीआई टैग के साथ बेच सकेंगे। जिले में 64 हस्तशिल्पियों को पैचवर्क का जीआई टैग यूजर नंबर प्राप्त हुआ है। डीएम जोगिंदर सिंह व सीडीओ नंद किशोर कलाल के अथक प्रयासों ने रामपुर को एक नई दिशा देने का काम किया है। एक जनपद-एक उत्पाद के रूप में शामिल रामपुर के पैचवर्क हस्तकला को जीआई टैग नवंबर 2024 में प्राप्त हुआ। अब ऑथराइज यूजर नंबर हस्तशिल्पी अपने उत्पाद को जीआई टैग के साथ बेंच सकेंगे। डीएम ने बताया कि जीआई टैग मिलने के बाद इसका लाभ हस्तशिल्पियों और कारीगरों को दिलाने के लिए इसके ऑथोराइज यूजर बनाने के लिए रूपरेखा बनाई गई और प्रथम चरण में जनपद के 64 हस्तशिल्पियों के आवेदन कराए गए। इनके आवेदन फरवरी 2025 में चेन्नई स्थित ज्योग्राफिकल इंडिकेशन रजिस्ट्री कार्यालय के रजिस्ट्रार को प्रेषित किए गए और अप्रैल, 2025 में इन हस्तशिल्पियों को ऑथोराइज यूजर नंबर प्राप्त हो गए हैं। अब ये हस्तशिल्पी अपने उत्पाद को जीआई टैग के साथ बेच पाएंगे।

--रामपुर के पैचवर्क को बड़े पैमाने पर मिलेगी पहचान

डीएम ने बताया कि जीआई टैग किसी उत्पाद को उसके भौगोलिक क्षेत्र से जोड़ने के लिए दिया जाने वाला एक प्रतीक है। जीआई टैग किसी उत्पाद को उसकी विशेष पहचान देता है। यह किसी उत्पाद के अनोखे गुण और विशेषता को देखते हुए दिया जाता है। जीआई टैग मिलने से उत्पाद का महत्व कई गुना बढ़ जाता है। साथ ही उत्पादों को कानूनी सुरक्षा भी मिलती है। इसके माध्यम से रामपुर के पैचवर्क को बड़े पैमाने पर पहचान मिलेगी और स्थानीय बाजार से लेकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक महिलाएं अपनी कारीगरी से बनाए गए प्रोडक्ट्स को बेचने में सफल होंगी।

--हस्तशिल्पियों को ऋण बांटकर लाभान्वित किया

इन हस्तशिल्पियों को एक जनपद-एक उत्पाद योजना, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना एवं मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के तहत मिल रहे ऋण से भी लाभान्वित कर और सशक्त बनाया जा रहा है। डीएम ने इन्हें ऑनलाइन पोर्टल पर भी ऑनबोर्ड करने की दिशा में कार्य करना शुरू कर दिया है। जिससे हस्तशिल्पी अपने उत्पाद ऑनलाइन प्लेटफोर्म पर भी क्रेता को बेच सकेंगे।

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