छह धार्मिक स्थलों को जोड़ने वाली सड़कें होंगी चौड़ी
Santkabir-nagar News - संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले के निवासियों के लिए खुशखबरी वाली खबर है। अलग-अलग
संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले के निवासियों के लिए खुशखबरी वाली खबर है। अलग-अलग विधान सभा क्षेत्रों में स्थापित ऐतिहासिक छह धार्मिक स्थलों को जोड़ने वाली सड़कों के चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण के प्रस्ताव को शासन की मंजूरी मिल गई है। 52 करोड़ रुपये खर्च करके इन धार्मिक स्थलों को जाने वाली करीब 26 किलोमीटर दूरी तक की सड़कें साढ़े पांच मीटर चौड़ी बनाई जाएगी। इसके लिए टेंडर और अनुबंध गठन की प्रक्रिया चल रही है। इन सड़कों के बन जाने से श्रद्धालुओं को आस्था के इन स्थलों तक पहुंचने में सुविधा होगी।
खलीलाबाद विधाान सभा क्षेत्र में अंत्यत प्राचीन ऐतिहासिक बाबा तामेश्वरनाथ धाम शिव मंदिर है। इस मंदिर का इतिहास करीब 800 वर्ष पुराना है। मुगल काल के पहले से इस प्राचीन मंदिर में महाशिव रात्रि, सावन माह और प्रत्येक सोमवार को श्रद्धालु पहुंच कर जलाभिषेक कर मन्नत मांगते है। प्रत्येक दिन काफी संख्या में श्रद्धालुओं का वाहन सहित आवागमन होता है। पीडब्लूडी विभाग ने गिरधपुर से तामेश्वरनाथ धाम होते हुए एनएच-328ए तक के मार्ग का चौड़ीकरण कराए जाने का प्रस्ताव भेजा था। वर्तमान में यह मार्ग तीन मीटर चौड़ा है। 8.06 करोड़ खर्च करके 4.30 किलोमीटर तक 5.50 मीटर चौड़ी सड़क बनाई जाएगी। इसी तरह धनघटा विधान सभा क्षेत्र में बैजूनाथ धाम शिवमंदिर आस्था का केंद्र है। यहां भी महाशिवरात्रि, सावन माह और प्रत्येक सोमवार को श्रद्धालु पहुंचते हैं। इस मंदिर के समीप घाघरा नदी पर स्थित बिड़हर घाट है। जहां त्योहारों में खासकर मौनी अमवस्या एवं सावन महीने में मेले में हजारों कांवड़ियों का आवागमन होता है, जो स्नान के बाद मंदिर में दर्शन करने पहुंचते है। रामजानकारी मार्ग से बाबा बैजूनाथ धाम तक 2.40 किलोमीटर तक 4.06 करोड खर्च कर साढ़े पांच मीटर सड़क चौड़ी की जाएगी। पड़रहा में अति प्राचीन शिव मंदिर है। खास कर सावन महीने में हजारों श्रद्धालु अयोध्या धाम से काँवर में जल भर तामेशवरनाथ मंदिर जाते हैं, फिर यहां पहुंच कर जलाभिषेक करते हैं। हरिहरपुर-शिवखबरी-भिनखिनी से पड़रहा मार्ग 5.50 किलोमीटर दूरी तक 5.50 मीटर चौड़ा बनाया जाएगा। इस पर कुल 9.81 करोड़ रुपये खर्च होगा। इसी तरह बस्ती-महसों-महुली से हरदी मार्ग पर प्राचीन शिव मंदिर है। सावन महीने में अयोध्या से काँवर जल भर कर बस्ती के रास्ते भदेश्वरनाथ मंदिर पर पहुंच कर दर्शन करते हैं, फिर वहां से इस शिव मंदिर पर पहुंच कर जलाभिषेक करते हैं। 4.44 करोड़ रुपये खर्च करके शिव मंदिर को जोड़ने वाली 2.50 किलोमीटर दूरी तक 5.50 मीटर चौड़ी सड़क बनाई जाएगी।
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मेंहदावल क्षेत्र में दो मंदिरों को जोड़ने वाली सड़कें भी होंगी चकाचक :
राजेडीहा-निघुरी मार्ग पर अति प्राचीन संकट मोचन हनुमानजी का मंदिर है। इसके अलावा परिक्षेत्र में दुर्गा मंदिर और शिव मंदिर भी स्थापित हैं। आस्था के इन मंदिरों में स्थानीय लोगों के साथ सिद्धार्थनगर, गोरखपुर और महराजगंज से भी श्रद्धालु पहुंचते हैं। 14.08 करोड़ रुपये खर्च करके 5.40 किलोमीटर दूरी तक 5.50 मीटर चौड़ी सड़क बनाई जाएगी। इसी तरह मेंहदावल-लोहरसन होते हुए बेलहर मार्ग पर कालीपुरवा अति प्राचीन काली मंदिर स्थित है। जहां पर जन्माष्टमी, नवरात्र एवं अन्य त्योहरों पर श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती है। 11.70 करोड़ रुपये खर्च करके 5.70 किलोमीटर दूरी तक 5.50 मीटर चौड़ी सड़क बनाई जाएगी।
एक्सईएन पीडब्लूडी राकेश कुमार पांडेय ने कहा कि जनपद के ऐतिहासिक बाबा तामेश्वरनाथ, बैजूनाथ धाम समेत कुल 06 धर्मार्थ मार्गों के चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण कार्य कराने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। जिसे शासन ने स्वीकृति प्रदान कर दी है। 25.80 किलोमीटर दूरी तक 5.50 मीटर चौड़ी सड़क बनाई जाएगी। इस पर कुल 52.14 करोड़ रुपये खर्च होंगे। टेंडर और अनुबंध गठन की प्रक्रिया चल रही है। मार्च 2026 से पूर्व यह सभी कार्य पूर्ण हो जाएंगे। जिससे श्रद्धालुओं को मंदिर तक पहुंचने में सुविधा होगी।
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