यूपी में एक्टिव रूसी-थाई-नाइजीरियन महिला ड्रग तस्करों पर कसेगा शिकंजा, बड़े अभियान की तैयारी
हाल के दिनों में उत्तर प्रदेश में रूसी, थाई, नाइजीरियन महिलाओं के जरिए ड्रग्स की बड़ी तस्करी के कई खुलासे हुए हैं। गिरोह ने लखनऊ को केन्द्र बना लिया है। इसे देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय, आईबी और अन्य खुफिया एजेंसियों ने एक साथ तीन दिन पहले बैठक कर रणनीति तैयार की है।

उत्तर प्रदेश सरकार यूपी में रूसी, थाई, नाइजीरियन महिला ड्रग तस्करों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाने जा रही है। गृह विभाग ने सभी ड्रग्स तस्करों की गतिविधियों का केंद्र बने कानपुर, वाराणसी, लखनऊ, नोएडा, गाजियाबाद, प्रयागराज, मेरठ, आगरा समेत कई जिलों को चिन्हित किया है। शासन ने यहां के होटल-रिसार्ट और फार्म हाउसों में सघन चेकिंग अभियान चलाकर ऐसे गिरोह पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
हाल के दिनों में रूसी, थाई, नाइजीरियन महिलाओं के जरिए ड्रग्स की बड़ी तस्करी के कई खुलासे हुए हैं। गिरोह ने लखनऊ को केन्द्र बना लिया है। इसे देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय, आईबी और अन्य खुफिया एजेंसियों ने एक साथ तीन दिन पहले बैठक कर रणनीति तैयार की है।
पिछले कुछ समय में करोड़ों रुपये की ड्रग्स के साथ थाई महिलाएं लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट पर पकड़ी गई थीं। मार्च और मई में दो बार ड्रग्स की सप्लाई के लिए एयरपोर्ट पहुंची इन महिलाओं से पूछताछ में कई सनसनीखेज खुलासे हुए। खुलासा हुआ कि इनके तार दिल्ली, यूपी और अन्य प्रदेशों के तस्करों से जुड़े हैं। इस पर केन्द्रीय गृह सचिव की अध्यक्षता में 15 मई को नार्को को-आर्डिनेशन मैकेनिज्म सेन्टर (नकार्ड) की बैठक हुई। विशेष सचिव राकेश कुमार मालपाणी समेत यूपी के डीजीपी, एंटी नारकोटिक्स टॉस्क फोर्स (एएनटीएफ) के आईजी और नारकोटिक्स कन्ट्रोल ब्यूरो के अपर निदेशक इसमें शामिल हुए। सामने आया कि लखनऊ से कई जिलों में एजेन्ट के जरिए इसकी तस्करी की जा रही है।
विदेशी महिलाओं की जानकारी नहीं दे रहे होटल
शासन सूत्रों के मुताबिक, सरकार बड़ा अभियान चलाने जा रही है। इसके तहत होटलों,फार्म हाउस की निगरानी होगी। जांच में आया है कि विदेशी महिलाओं के रुकने की व्यवस्था साठगांठ वाले होटलों, फार्म हाउस में हो रही है। यहां से होटल संचालक, मैनेजर उनके रुकने की जानकारी भी प्रशासन को नहीं दे रहे हैं।