ऑपरेशन सिंदूर के बाद आगरा हाई अलर्ट, ताजमहल की बढ़ी सुरक्षा, सेना के संपर्क में अफसर
ऑपरेशन सिंदूर के बाद आगरा में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश हैं कि वह सेना के अधिकारियों के संपर्क में रहेंगे। जनता को सतर्क करने के लिए सायरन बजाए जाएंगे।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद आगरा में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश हैं कि वह सेना के अधिकारियों के संपर्क में रहेंगे। जनता को सतर्क करने के लिए सायरन बजाए जाएंगे। इसी क्रम में मॉक ड्रिल का सिलसिला शुरू हो गया है। अग्निशमन विभाग में छुट्टियों पर रोक लगा दी गई है। सैन्य क्षेत्र के बाहर कड़ी सतर्कता है। खुफिया एजेंसियां मिश्रित आबादी क्षेत्र में सक्रिय हैं। पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने बुधवार की दोपहर पुलिस अधिकारियों की बैठक बुलाकर दिशा-निर्देश दिए। पुलिस ने मिश्रित आबादी क्षेत्रों में पैदल गश्त की और लोगों से हाल-चाल जाना।
सोशल मीडिया सेल को 24 घंटे सक्रिय रहने के लिए कहा गया है। एलआईयूको निर्देशित किया गया है कि जिनके भी रिश्तेदार पाकिस्तान में रहते हैं, हैं, उन पर भी मी नजर नजर रखी रखी जाए। उन्हें बता दिया जाए कि पाकिस्तान में रहने वाले रिश्तेदारों को कोई ऐसा वीडियो शेयर नहीं करें, जो उनके लिए मुसीबत बन जाए। सोशल मीडिया सेल को निर्देशित किया गया है कि इस दौरान वायरल संदेशों और वीडियो पर विशेष नजर रखी जाए। सेना के किसी भी मूवमेंट का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर नहीं करें।
दो किलोमीटर तक सुनाई देगा सायरन
मुख्य अग्निशमन अधिकारी देवेंद्र सिंह ने बताया कि नौ स्थानों पर फायर स्टेशन हैं। सभी जगह स्टेटिक सायरन लगे हुए हैं। हैं। रात को उनकी आवाज दो किलोमीटर दूर तक सुनी जा सकती है। प्रत्येक मॉक ड्रिल में फायर ब्रिगेड की टीम शामिल है। फोम का अतिरिक्त भंडारण किया गया है। सीएफओ ने बताया कि ईदगाह, संजय प्लेस, ताजनगरी, शास्त्रीपुरम, एत्मादपुर, बाह, फतेहाबाद, खेरागढ़ और किरावली में फायर स्टेशन हैं।
फायर ब्रिगेड के पास उपलब्ध हैं ये संसाधन
12 हजार लीटर वाली क्षमता के चार वाटर बाउजर, 4500 लीटर वाली क्षमता के दो फोम टेंडर, पांच हजार लीटर क्षमता वाले 12 फायर टेंडर। इसके अतिरिक्त 800 लीटर क्षमता वाले दो वाटर मिस्ट हाईप्रेशर, 500 लीटर वाले पांच वाटर मिस्ट, नौ मोबाइल बाइक मौजूद हैं। पांच हाईड्रोलिक कटर, एयर लिफ्टिंग बैग, आईसी इंजन (कटर), 25 ब्रीदिंग ऑपरेट सेट आदि मौजूद हैं।
सायरन का काम करेंगे थाने के पीए सिस्टम
कमिश्नरेट में 47 पुलिस थाने हैं। 40 में पब्लिक एड्रेस (पीए) सिस्टम लगे हैं। शहर के लगभग सभी थानों के पीए सिस्टम चालू हालत में हैं। ट्रायल के बाद उन्हें भी सायरन सिस्टम के रूप में प्रयोग किया जा सकता है। किस तरह का सायरन बनाया जाना है, अलर्ट के लिए कौन सा सायरन होगा और खतरा टलने वाला कौन सा होगा, इसे लेकर शासन से आई गाइड लाइन को देखा जा रहा है।