आगरा सर्राफा कारोबारी की हत्या में बदमाश एनकाउंटर में ढेर, दूसरे आरोपी को भागने में पिता को भेजा जेल
आगरा में लूट के बाद सराफा कारोबारी योगेश चौधरी हत्याकांड में शामिल बदमाश फारुख प्रदेश छोड़कर फरार हो गया है। उसे भगाने में पुलिस से मुठभेड़ में मारे गए बदमाश अमन के पिता संजीव ने मदद की थी। पुलिस ने अमन के पिता के खिलाफ जगदीशपुरा थाने में मुकदमा लिखकर जेल भेज दिया।

आगरा में लूट के बाद सराफा कारोबारी योगेश चौधरी हत्याकांड में शामिल बदमाश फारुख प्रदेश छोड़कर फरार हो गया है। उसे भगाने में पुलिस से मुठभेड़ में मारे गए बदमाश अमन के पिता संजीव ने मदद की थी। पुलिस ने अमन के पिता के खिलाफ जगदीशपुरा थाने में मुकदमा लिखकर जेल भेज दिया। 50 हजार के इनामी बदमाश की तलाश के लिए तीन स्पेशल टीमों को लगाया गया है। पुलिस आयुक्त के सख्त निर्देश हैं कि बदमाश हिन्दुस्तान के किसी भी कोने में छिपा हो पुलिस खोजकर लाए।
दो मई को कारगिल चौराहा (सिकंदरा) के पास बालाजी ज्वैलर्स की दुकान में दिनदहाड़े लूट हुई थी। वारदात के समय शोरूम पर सेल्सगर्ल रेनू और एक महिला ग्राहक मौजूद थीं। लूट करके शोरूम से बाहर निकले बदमाशों को सराफा कारोबारी योगेश चौधरी ने पकड़ने का प्रयास किया था। बदमाश ने उन्हें गोली मार दी थी। उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी। मंगलवार सुबह पुलिस ने वारदात का खुलासा किया था। गणेश विहार (जगदीशपुरा) निवासी अमन मुठभेड़ में मारा गया था। उसने पिस्टल छीनकर भागने का प्रयास किया था। पुलिस ने अमन के छोटे भाई सुमित को गिरफ्तार किया था। लूट का माल बरामद हुआ था।
पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने बताया कि पुलिस फारुख तक भी पहुंच गई थी। उसे भगा दिया गया। बदमाशों को संरक्षण देने के आरोप में जगदीशपुरा थाने में पुलिस की तरफ से अमन के पिता संजीव के खिलाफ मुकदमा लिखा गया। उसे जेल भेजा है। फारुख पर 50 हजार रुपये का इनाम है। अमन का हश्र देखकर वह बुरी तरह घबरा गया है। मोबाइल बंद कर लिया है। तलाश में तीन स्पेशल टीमों को लगाया है। एडीसीपी सिटी आदित्य और एसीपी हरीपर्वत विनायक भोसले पूरे ऑपरेशन को देख रहे हैं। फारुख अंडे की ठेल लगाया करता था। पुलिस को छानबीन में पता चला है कि अमन उसी की ठेल पर शराब पीने जाया करता था।
मां और पत्नी की सुनता तो नहीं जाती जान
जगदीशपुरा के गणेश विहार इलाके में रहने वाला अमन अपनी मां और पत्नी की सुनता तो बदमाश नहीं बनता। लूट नहीं करता। हत्या नहीं करता। मुठभेड़ नहीं होती। जिंदा होता। यह बात खुद उसकी मां बोल रही है।
मां कहती थी बेटे की संगति ठीक नहीं
मोहल्ले वालों ने बताया कि पहले अमन को उसकी मां बात-बात पर टोका करती थी। पति संजीव से क्लेश करती थी। बोलती थी कि बेटे को बिगाड़ दिया है। उसकी संगति ठीक नहीं है। पति कभी पत्नी की बात नहीं सुनता। उसे लगता था कि वह बेवजह बेटे को टोकती है। शादी हुई तो पत्नी ने भी अमन को सुधारने का प्रयास किया। उसकी भी कोशिशें बेकार हो गईं। उसे लगता था कि पत्नी बेवजह क्लेश करती है।