एटीएम में डिवाइस लगा पार कर देते थे रकम, नेता और मौरंग कारोबारी गिरफ्तार; सरगना फरार
- सीसीटीवी के आधार पर साइबर सेल ने दोनों को पकड़ने में सफलता हासिल की। एक आरोपी जनता दल का नेता है और अपना दल के टिकट पर साढ़ के वीरनखेड़ा से जिला पंचायत का चुनाव लड़ चुका है, जबकि दूसरा महाराजपुर थाने के सामने रहने वाला मौरंग कारोबारी है। सरगना फरार है। पुलिस छापेमारी कर रही है।

एटीएम से लाखों रुपये पार करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी एटीएम में डिवाइस लगा कर रकम पार करते थे। सीसीटीवी के आधार पर साइबर सेल ने दोनों को पकड़ने में सफलता हासिल की। एक आरोपी जनता दल का नेता है और अपना दल के टिकट पर साढ़ के वीरनखेड़ा से जिला पंचायत का चुनाव लड़ चुका है, जबकि दूसरा महाराजपुर थाने के सामने रहने वाला मौरंग कारोबारी है। फरार सरगना की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है।
कुछ दिन पहले स्टेट बैंक ऑफ इंडिया प्रबंधन ने पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार से शिकायत की थी। इसमें शहर के सुनसान इलाकों में स्थित एटीएम की रिपोर्ट दी थी। आरोप था कि एटीएम से ट्रांजेक्शन होने के बाद रुपये तो निकल रहे हैं पर एटीएम धारकों को नहीं मिल रहे। साइबर सेल की क्राइम ब्रांच को जांच सौंपी गई। एडीसीपी क्राइम अंजली विश्वकर्मा के निर्देशन में उपनिरीक्षक पुनीत तोमर, प्रकाश पाल, फिरोज बदर, शरीफ खान, अजय प्रताप, शिव नरेश, राहुल यादव और नितिन चौधरी की टीम ने काम शुरू किया। सुनसान क्षेत्रों में एसबीआई एटीएम बूथ के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे चेक किए गए तो जहां-जहां वारदात हुई , सभी के बाहर एक कार दिखाई दी।
एटीएम धारकों के बाहर निकलने के बाद कार सवार अंदर जाते और चाबी से डिवाइस हटाकर रुपये निकाल लेते थे। शातिर ने यू-ट्यूब से एटीएम में डिवाइस लगा कर रुपये निकालने का तरीका सीखा था। कार की लोकेशन श्याम नगर में मिली। शातिर जैसे ही एटीएम बूथ में वारदात करने ने पहुंचे, टीम ने उन्हें धर दबोचा। डीसीपी क्राइम आशीष श्रीवास्तव के मुताबिक पकड़े गए आरोपी वीरेंद्र उर्फ पंकज यादव पनौरी के नर्वल,असरजीत महाराजपुर के हाथीपुर मोड़ के रहने वाले हैं। वीरेंद्र प्रॉपर्टी डीलर व जनता दल का नेता है। डीसीपी क्राइम ने बताया, टीम को 25 हजार का इनाम दिया जाएगा।
दो हजार में ले रखे थे क्रेडिट कार्ड
दोनों आरोपियों के पास से 38 क्रेडिट, डेबिट कार्ड बरामद किए हैं। वीरेंद्र ने बताया कि सभी कार्ड किराए पर लिए गए हैं। इसमें 10 हजार रुपये की रकम मिलने पर दो हजार रुपये देने होते थे। इन कार्ड की मदद से वह डिवाइस लगाकर रुपये निकालते थे। वर्तमान में 90 खाते किराये पर लेकर प्रयोग कर रहे हैं। 52 कार्ड बट्टू के पास हैं।
इंटरस्टेट गैंग में लड़कियां भी शामिल
सरगना बट्टू ठगी का इंटरस्टेट गैंग संचालित कर रहा है। सदस्य एटीएम के साथ छेड़छाड़ तो करते हैं ही साइबर ठगी में भी महारत रखते हैं। सरगना रुपयों का लालच देकर नए लड़कों को भर्ती करता था। बट्टू के पास ही एसबीआई एटीएम के फ्रंट शटर की मुख्य चाबी थी जो ज्यादातर एटीएम में लग जाती थी। इसके गैंग में कई लड़कियां भी हैं।
एक टूर में एक करोड़ की ठगी
आरोपित एटीएम हैकर एक टूर में 50 लाख से एक करोड़ रूपये का टारगेट लेकर चलते हैं। वहां से काम कर आने के बाद एटीएम हैंकर अवैध स्टैंड संचालक को उसका हिस्सा दे देते हैं। यदि हैंकर दूसरे जिलों में गिरफ्तार हो जाते तो अवैध स्टैंड संचालक उनकी जमानत का इंतजाम करता है।
आठ मिनट में रुपये साफ
शातिर एटीएम का अपर शटर चाबी से खोलते थे और कैश ट्रे के आगे डिवाइस फिट कर देते थे। इससे जो लोग आते थे उनके रुपये बाहर नहीं निकल डिवाइस में फंस जाते थे। एटीएम धारक रुपये न निकलने पर परेशान होकर बाहर आता था फिर शातिर आठ मिनट में डिवाइस में फंसे रुपये निकाल लेते थे।
लोहार से बनवाई डिवाइस
गैंग के असरजीत ने बताया देशी डिवाइस बनवाने का काम बट्टू करता था। लोहार से डिवाइस बनवाकर लाया था। दूसरे जिलों और प्रदेशों के लोगों को भी वह महंगे दामों पर डिवाइस सेल करता था। साइबर सेल ने आठ लोहे की देसी डिवाइस बरामद की है।
यह सामान हुआ बरामद
- तीन मोबाइल फोन
- 38 डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड
- 8 एटीएम स्टील प्लेट (डिवाइस)
- 4 पासबुक, एक चेक बुक
- 2 आधार कार्ड
क्या बोली पुलिस
डीसीपी क्राइम आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। सरगना फरार है। जल्द ही उसकी भी गिरफ्तारी की जाएगी। उन सभी लोगों से संपर्क किया जा रहा है जो रुपये निकलने के ठीक पहले एटीएम बूथ पर गए थे। तहरीर लेकर मुकदमा कराया जाएगा।