रिपीट: दंपति के रिश्तों को टूटने से बचाएगा ‘सॉरी और थैंक यू
कुमाऊं में महिला हेल्पलाइन ने पति-पत्नी के विवादों को सुलझाने के लिए नया प्रयोग शुरू किया है। 90 से अधिक दंपति रोज़ थाने पहुंचते हैं, जहां उन्हें 'सॉरी' और 'थैंक यू' कहने की सलाह दी जाती है। इस पहल से...

हिन्दुस्तान विशेष: कुमाऊं में पति-पत्नी में कड़वाहट दूर करने को महिला हेल्पलाइन की नई पहल
दंपति के बीच विवाद के मामलों को सॉरी और थैंक यू की काउंसलिंग रोकेगा
कुमाऊं के छह महिला थानों में रोज पहुंचते हैं 90 से अधिक पति-पत्नी के विवाद
तकरीबन 20 मिनट तक सॉरी और थैंक यू का महत्व बताकर विवाद खत्म करने की पहल
संतोष जोशी
हल्द्वानी। पति-पत्नी के रिश्तों को टूटने से बचाने के लिए महिला हेल्पलाइन कुमाऊं में नया प्रयोग कर रही है। झगड़े फसाद के बाद थाने आ रहे दंपति को सॉरी और थैंक यू का इस्तेमाल करने की सलाह दी जा रही है। इसके लिए दंपति की काउंसलिंग की जा रही है। पुलिस के इस प्रयास को खूब सराहा जा रहा है।
कुमाऊं में वर्तमान में 65 थाने हैं। हर जिले में एक-एक महिला हेल्पलाइन भी खोला गया है। जहां पर केवल पति-पत्नी के बीच झगड़े-फसाद का निस्तारण करने का प्रयास किया जाता है। इन हेल्पलाइन में रोजाना 90 से अधिक मामले आते हैं। ज्यादातर मामलों में मोबाइल फोन, रील्स, बच्चों से संबंधित, खाना नहीं बनाने पर झगड़ा और शॉपिंग न कराने पर विवाद जैसी बातें सामने आती हैं। कुमाऊं में इस साल अब तक पति-पत्नी के बीच विवाद के एक हजार से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। जिनमें से 680 से अधिक मामलों में समझौता कराया गया, बाकी केस लंबित चल रहे हैं। लगातार बढ़ रहे दंपति के बीच विवादों से परिवार टूट रहे हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए महिला हेल्पलाइन ने एक स्लोगन ‘सॉरी और थैंक यू बोलिए, रिश्ता टूटने से बचाइए जारी किया है। यही नहीं विवाद लेकर थाने आए दंपति की तकरीबन 20 मिनट तक काउंसलिंग कर रिश्तों में सॉरी और थैंक यू का महत्व बताया जा रहा है। जिससे कि दोनों के बीच गिले-शिकवे दूर हों और परिवार टूटने से बचे।
हल्द्वानी में तीन साल में 3 हजार से अधिक मामले
हल्द्वानी महिला हेल्पलाइन की प्रभारी एसआई सुनीता कुंवर ने बताया कि यहां तीन साल के भीतर 3235 मामले थाने तक आए हैं। 80 फीसदी मामलों में समझौता कर परिवारों को एक कराया। एसएसपी पीएन मीणा की अध्यक्षता में हुई बैठक में भी कई मामले हल किए गए और रिश्ते टूटने से बचाए। कई मामले कोर्ट में चल रहे हैं।
फोन बना विवाद का सबसे बढ़ा कारण
दंपति के बीच लड़ाई-झगड़ों का सबसे बड़ा कारण मोबाइल फोन बन गया है। पत्नी के बिजी रहने, रील्स बनाने के अलावा बच्चों के फोन में लगातार सक्रिय रहने से पुरुष आक्रामक हो रहे हैं। जिसके बाद वे बच्चों या पत्नी पर हाथ तक उठा देते हैं। इसके बाद मामला मायके तक पहुंचता है और फिर दंपति के रिश्तों में कड़वाहट पैदा होनी शुरू हो जाती है।
कोट:
महिला हेल्पलाइन को दंपति के विवादों को गंभीरता से लेकर उनके निपटारे के निर्देश दिए हैं। इसमें पुलिस लगातार सफल हो रही है। दंपति की काउंसलिंग करने के बाद कई परिवार टूटने से हर साल बचते हैं।
रिधिम अग्रवाल, आईजी कुमाऊं।
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