मंदिर जीर्णोंद्धार और सड़क निर्माण की मांग
रंवाई घाटी के कमलेश्वर मंदिर की समिति ने पुरोला तहसील सभागार में बैठक की। विधायक दुर्गेश्वर लाल ने मंदिर के जीर्णोद्धार और सड़क निर्माण की मांगों का समर्थन किया। मंदिर का विकास रुक गया है क्योंकि वहां...

रंवाई घाटी के प्रसिद्ध सिद्धपीठ व पौराणिक कमलेश्वर मंदिर समिति के तत्वावधान में गुरुवार को पुरोला तहसील सभागार में एक सार्वजनिक बैठक का आयोजन मंदिर समिति अध्यक्ष बृजमोहन चौहान की अध्यक्षता तथा विधायक दुर्गेश्वर लाल की मौजूदगी में की गई। बैठक में मंदिर समिति से जुड़े ग्रामीणों सहित विभिन्न गांवों से श्रद्धालुओं ने प्रतिभाग किया। बैठक में मंदिर समिति ने कमलेश्वर मंदिर के जीर्णोद्धार तथा मंदिर तक सड़क मार्ग की आवश्यकताओं पर विचार-विमर्श करते हुए विधायक से मांग की। मंदिर समिति के पूर्व अध्यक्ष डॉ. राधेश्याम बिजल्वाण व अध्यक्ष बृजमोहन चौहान ने मांग करते हुए कहा कि पुरोला मुख्यालय से करीब 14 किमी की दूरी पर जरमोला क्षेत्र के अंतर्गत स्थित यह मंदिर सिद्धपीठ है व पौराणिक शिवमंदिर है जो रंवाई क्षेत्र के जौनपुर, बनाल, ठकराल पट्टी सहित मोरी व हिमाचल से लगे बंगाण क्षेत्र का एकमात्र प्रसिद्ध शिव मंदिर है।
लेकिन सड़क मार्ग न होने के कारण मंदिर में कोई विकास कार्य भी नहीं हो पाते हैं जबकि सड़क मार्ग को लेकर वनविभाग के साथ सम्बंधित विभागों का संयुक्त निरीक्षण भी किया गया लेकिन सड़क निर्माण कार्य अभी भी लंबित है। वहीं विधायक दुर्गेश्वर लाल ने कमलेश्वर मंदिर में विधायक निधि से सुलभ शौचालय निर्माण की घोषणा करते हुए कहा कि यह मंदिर विधानसभा क्षेत्र के लोगों के आस्था का केंद्र है इसके लिए उन्होंने सड़क मार्ग निर्माण में आ रही अड़चनों को लेकर हर स्तर पर मंदिर समिति के साथ मिलकर कार्य करने को आश्वस्त किया। बैठक में मंदिर समिति के पदाधिकारियों सहित आलोक बिजल्वाण, लोकेंद्र कंडियाल, अर्जुन रावत, सम्भू प्रसाद, मोहब्बत नेगी, बलदेव रावत, पवन नौटियाल, रामचन्द्र पँवार, सरदार सिंह रावत, गोपाल सिंह चौहान, रमेश बिजल्वाण, जयराम चौहान आदि कई श्रद्धालु मौजूद रहे।
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