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मॉक ड्रिल : दस मिनट के लिए अंधेरे में डूबा रहा जिला

अररिया में केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश पर बुधवार शाम को 10 मिनट का ब्लैक आउट किया गया। इस अभ्यास के दौरान सभी लाइटें बंद कर दी गईं और वाहनों की रफ्तार थम गई। प्रशासनिक अधिकारी और नागरिक इस मॉक ड्रिल...

Newswrap हिन्दुस्तान, अररियाThu, 8 May 2025 03:27 AM
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मॉक ड्रिल : दस मिनट के लिए अंधेरे में डूबा रहा जिला

अररिया,निज संवाददाता। केन्द्रीय गृह मंत्रालय के आदेश पर बुधवार की शाम दस मिनट के लिए अररिया शहर अंधेरे में डूब गया। सायरन की आवाज के बाद बिजली बंद हो गई। गाड़ियों की रफ्तार थम गई थी। इस दौरान जिले के आलाधिकारी से लेकर आपदा मित्र, स्काउट गाइड, एनसीसी, अग्निशमन विभाग के कर्मी मुस्तैद रहे। शहर के सबसे व्यस्तम चांदनी चौक पर डीएम अनिल कुमार, एसपी अंजनी कुमार, एसडीओ अनिकेत कुमार, एएसपी रामपुकार सिंह सहित जिले के सभी प्रशासनिक अधिकारी आमलोगों के साथ ब्लैक आउट में शामिल थे। दरअसल आपरेशन सिंदूर की कामयाबी के बाद बुधवार की शाम मॉल ड्रिल व ब्लैक आउट के लिए प्रशासन पूर्व से पूरी तैयारी कर रखी थी।

अररिया शहर के सभी प्रवेश द्वार पर मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस बलों की तैनाती की गयी थी। इस दौरान वाहनों की रफ्तार थम सी गयी थी। शहर में सिर्फ सायरन की आवाज ही सुनाई दे रही थी। हालांकि सात बजकर 11 मिनट होते ही चौक चौराहों पर जमा लोगों ने भारत माता का जयकारा लगाया और भारतीय सेना के इस अदम्य साहस की इस कार्रवाई की सराहना की। ब्लैक आउट का किया गया मॉक ड्रिल: शाम सात बजे से सात बजे कर 10 मिनट तक ब्लैक आउट का मॉक ड्रिल किया गया। इस मॉक ड्रिल के दौरान रात 7 बजे से 7 बजकर 10 मिनट तक का ब्लैक आउट यानी पूरी तरह से अंधेरा कर दिया गया। इस दौरान अररिया शहर के सभी को घरों, संस्थानों और सड़कों की लाइटें बंद कर दी गयी थी।सडकों पर वाहनों को रोक दिया गया था।ताकि दुश्मन की नजर से बचा जा सके। इसके साथ ही चेतावनी के तौर पर सायरन बजाए गये।दरअसल युद्ध जैसी स्थितियों के लिए की जाने वाली मॉक ड्रिल सामान्य आपदा प्रबंधन अभ्यास से अधिक गंभीर थी। इस अभ्यास से सरकार और आम नागरिकों को यह अनुभव होता है कि युद्ध या बड़े आतंकी हमले जैसी किसी भी स्थिति से किस तरह संयम और योजना के साथ निपटा जा सकता है। मॉक ड्रिल सिर्फ एक चेतावनी अभ्यास नहीं है, यह राष्ट्रीय सुरक्षा की तैयारी का जरूरी हिस्सा है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि देश कभी भी किसी भी संकट के लिए तैयार है।

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