40 साल पहले बना था सड़क,अब चलना हुआ दुश्वार
बरहट में एन एच 333 से जमुई स्टेशन के डाउन प्लेटफार्म की ओर जाने वाली सड़क 40 साल पुरानी है। मुख्यमंत्री ने 2 मार्च 2024 को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से इसका शिलान्यास किया था, लेकिन एक साल बीत...

बरहट।निज संवाददाता । सड़क बने पुरा 40 साल बीत गया। अब इस सड़क पर चलना दुश्वार हो गया है। लेकिन परिस्थिति ऐसी है कि पूरे जिले वासियों का इस मार्ग पर चले बिना रहा भी नहीं जा सकता। यह हाल है एन एच 333 से जमुई स्टेशन के डाउन प्लेटफार्म की ओर जाने वाली सड़क का। यह सड़क डाउन प्लेटफार्म की ओर जाने वाली एक मात्र सड़क है। सड़क की महत्ता का अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि इस सड़क पर चार जिला के सैकड़ों लोग नित्य सफर करते हैं। मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए किया था शिलान्यास -
सड़क की महत्ता को देखते हुए ग्रामीणों की मांग व जमुई विधायक श्रेयसी सिंह की पहल पर मुख्यमंत्री ने बीते साल 2 मार्च 2024 को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए इस सड़क का शिलान्यास किया था। मुख्यमंत्री के इस शिलान्यास कार्यक्रम की अध्यक्षता बिहार सरकार के ग्रामीण कार्य मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव ने किया था जबकि इस कार्यक्रम में जमुई विधायक श्रेयसी सिंह की गरिमामय उपस्थिति थी। एन एच 333 से जमुई रेलवे स्टेशन तक 0.235 किलोमीटर का यह सड़क निर्माण मुख्यमंत्री ग्रामीण कार्य अनुरक्षण कार्यक्रम योजनांतर्गत किया जाना सुनिश्चित किया गया। इसके लिए 61.652 लाख रुपए की स्वीकृति होने की भी बात कही गई। मुख्यमंत्री के शिलान्यास के बाद ग्रामीणों को लगा कि 40 वर्षों के बाद अब इस सड़क का कायाकल्प हो जाएगा। जनप्रतिनिधियों एवं उनके कार्यकर्ताओं द्वारा भी जोर शोर से इसका प्रचार प्रसार किया गया। किंतु शिलान्यास हुए एक साल बीत गया बावजूद सड़क का निर्माण तो दूर इसकी शुरुआत तक नहीं की गई।अब ग्रामीण भी सकते में हैं कि आखिर मुख्यमंत्री के शिलान्यास के बाद भी सड़क क्यों नहीं बन पाया। स्थिति यह है कि सड़क के हर हिस्से में रोड़ा निकल गया है तो जगह जगह गड्डे बन गए हैं।अब इस सड़क पर पैदल क्या वाहन चलाना भी दुश्वार हो गया है।
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