महागठबंधन में CM फेस पर खटपट? कांग्रेस नेता ने तेजस्वी पर उठाया सवाल; RJD गर्म, BJP ने ली चुटकी
- कांग्रेस नेता यशवंत कुमार ने तेजस्वी यादव को महागठबंधन का सीएम फेस बनाने पर सवाल खड़ा कर दिया है। उन्होंने कांग्रेस के बिहार प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम का नाम आगे कर दिया है।

महागठबंधन में सीएम फेस पर खटपट की खबर है। कांग्रेस के नेता यशवंत कुमार ने तेजस्वी यादव को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने तेजस्वी यादव पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की आड़ में दलित कार्ड खेल दिया है। कहा है कि तेजस्वी यादव की जगह कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम का नाम आगे किया जाना चाहिए। इससे पहले प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावरू और राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट ने तेजस्वी के नाम पर समहतीि नहीं दी थी। कहा था कि इस पर बाद में बात होगी जबकि राजद तेजस्वी यादव के नाम पर टस से मस होने को तैयार नहीं है। इस बीच राजद प्रवक्ता एजाज अहमद ने यशवंत कुमार के बयान पर आपत्ति जताते हुए कांग्रेस से सफाई की मांग कर दी है। बीजेपी ने इस पर चुटकी ले ली है।
कांग्रेस नेता यशवंत कुमार ने कहा है कि तेजस्वी यादव पर भ्रष्टाचार के आरोपों को एनडीए औजार बनाकर प्रहार करेगी। उन्होंने कहा है कि हमारे एक नेता हैं तेजस्वी यादव अगर उनका नाम आगे किया जाएगा तो भ्रष्टाचार और जंगलराज के मुद्दे पर विरोधि शक्तियां निशाना बनाएंगी। उनके ऊपर मामले दर्ज हैं। उनके आधार पर ब्लैकमेल करने का प्रयास किया जाएगा। इसलिए तेजस्वी यादव से आग्रह है कि अपने महागठबंधन के दलित साथी राजेश राम को अर्जुन के रूप में सामने रखें और स्वंय कृष्ण की भूमिका में रहें।
इस बयान पर सियासत गर्म हो गयी है। राजद प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा है कि उन्होंने जो बात कही है वह कांग्रेस पार्टी का लाइन नहीं हो सकता। और पार्टी लाइन से बाहर जाकर उन्होंने जो बयान दिया है उसपर कांग्रेस को ध्यान देना चाहिए। उन्हें अपना मंतव्य स्पष्ट करना चाहिए कि यशवंत कुमार ने ऐसी भाषा का इस्तेमाल क्यों किया है।
इधर बीजेपी के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि कांग्रेस राजद का स्वार्थी गठबंधन है। कांग्रेस के एक और नेता ने स्पष्ट कर दिया है कि उन्हें तेजस्वी यादव का चेहरा किसी भी हाल में स्वीकार नहीं हैं। राजद का काला इतिहास पीछा नहीं छोड़ रहा है। चुनाव के पहले इनका महागठंधन बिखर जाएगा।
हालांकि एनडीए से नीतीश कुमार का नाम आगे बढ़ाए जाने के बाद महागठबंधन में भी सक्रियता बढ़ गई है। 17 अप्रैल को महागठबंधन की बड़ी बैठक होने वाली है। उससे पहले तेजस्वी यादव राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे दिल्ली में साथ बैठेंगे।