युग प्रवर्तक थे आचार्य द्विवेदी : अखिलेश
दरभंगा में आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी की जयंती समारोह का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता ने द्विवेदी के साहित्यिक योगदान और स्वतंत्रता संग्राम में उनके भूमिका पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में कई...
दरभंगा। साहित्यिक पत्रिकारिता के जनक आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी जयंती समारोह का आयोजन हिन्दी समाहार मंच, दरभंगा व राष्ट्रभाषा हिन्दी विकास परिषद के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रभाषा हिन्दी विकास परिषद के अध्यक्ष हीरालाल सहनी की अध्यक्षता में शुभंकरपुर में शुक्रवार को किया गया। मुख्य वक्ता हिन्दी समाहार मंच के अध्यक्ष अखिलेश कुमार चौधरी ने कहा कि आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी ने सरस्वती पत्रिका के संपादन से साहित्यिक पत्रिका को नया आयाम दिया। वे युग प्रवर्तक थे। अमरेश्वरी चरण सिन्हा ने कहा कि महावीर प्रसाद द्विवेदी नै जीवन पर्यंत सृजन का कार्य किया। हमें भी सृजन का कार्य करना चाहिए। विषय प्रवेश के क्रम में अमिताभ कुमार सिन्हा ने कहा कि स्वतंत्रता की लड़ाई में साहित्यिक पत्रकारिता का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
स्वतंत्रतता आंदोलन में युग पुरुष द्विवेदी जी का नाम गौरव के साथ लिया जाता है। विचार सह काव्य संध्या में डॉ. सतीश चन्द्र भगत, शेखर कुमार श्रीवास्तव, रूपा कुमारी, अतुल कुमार मिश्र, शंभु नारायण चौधरी, झौली पासवान , अशोक भगत आदि ने भाग लिया। कार्यक्रम के अंत में हिन्दी बज्जिका के शीर्ष साहित्यकार डॉ. रामेश्वर प्रसाद के असामयिक निधन पर दो मिनट का मौन रख उन्हें श्रद्धांजलि समर्पित की गयी। कार्यक्रम का संचालन डॉ. चंद्रमोहन पोद्दार ने किया।
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