पाकिस्तान से तनाव के बीच बिहार में सिविल डिफेंस को मजबूत करने की पहल, आम लोग भी हो सकेंगे शामिल
आपदा प्रबंधन विभाग के एसीएस प्रत्यय अमृत ने आपात स्थिति से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होने कहा कि ब्लैक आउट की मॉक ड्रिल पूरे राज्य में कराई जाएगी। सिविल डिफेंस स्वयंसेवकों की संख्या बढ़ाई जाएगी। एनसीसी, एनएसए, स्काउट-गाइड, आपदा मित्र के अलावा आमलोग भी स्वेच्छा अनुसार इसमें जुड़ सकते हैं।

भारत - पाक तनाव के बीच विकास आयुक्त सह आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने आपात स्थिति से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की। बैठक के बाद उन्होंने कहा कि ब्लैक आउट की मॉक ड्रिल पूरे राज्य में कराई जाएगी। सिविल डिफेंस स्वयंसेवकों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी यह संख्या 2000 है। सिविल डिफेंस स्वयंसेवक में एनसीसी, एनएसए, स्काउट-गाइड, आपदा मित्र को भी जोड़ा जाएगा। आमलोग भी स्वेच्छा अनुसार इसमें जुड़ सकते हैं।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य की तैयारियों की भी समीक्षा की गई है। मेडिकल इमेरजेंसी, ऑक्सीजन और बेड की उपलब्धता, स्ट्रेचर, मानव संसाधन पर चर्चा की गई। भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार तैयारी की जा रही है। सिविल सर्जन, मेडिकल कॉलेज, एम्स, आईजीआईएमएस के लोग बैठक में शामिल रहे। आपात स्थिति के लिए बेड रिजर्व रखने को कहा गया है।
आपको बता दें इससे पहले 7 मई को पटना समेत पूर्णिया, कटिहार, अररिया, किशनगंज और बेगूसराय में देर शाम करीब दस मिनट के ब्लैक आउट के साथ मॉकड्रिल हुई थी। इस दौरान अचानक बिजली गुल हुई थी, और फिर खतरे का एहसास कराती सायरन की आवाज सड़कों पर गूंजने लगी थी। और पूरा इलाके में अंधेरा छा गया था।
आपको बता दें भारत-पाकिस्तान में तनातनी के बीच करीब 54 साल बाद पटना में एक साथ 80 सायरन बजे थे। हालांकि ग्रामीण इलाकों में इसका आयोजन नहीं हुआ था, लेकिन युद्ध की स्थिति में गांव में रहने वाले लोगों को भी क्या करना है, इसकी जानकारी मॉकड्रिल के दौरान दी गई थी।