भारत के इस ड्रोन से पाक पस्त, शेयर में तूफानी तेजी, अडानी से है कनेक्शन
इस ड्रोन को इजरायली रक्षा तकनीक की दिग्गज कंपनी एलबिट सिस्टम्स और अल्फा डिजाइन टेक्नोलॉजीज द्वारा बनाया गया था, जो अब अडानी समूह का हिस्सा है।

Operation Sindoor impact: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के बीच इजरायली रक्षा कंपनी एलबिट सिस्टम्स के शेयरों को खरीदने की लूट मच गई। अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज NASDAQ में लिस्टेड कंपनी एलबिट सिस्टम्स ने दो कारोबारी दिन में 4.7% की बढ़त हासिल की। बीते 6 मई को एलबिट सिस्टम्स के शेयर 400 डॉलर से 8 मई को 418.97 डॉलर तक पहुंच गए। ये वो दिन हैं जब भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया था।
क्यों है तेजी की वजह
दरअसल, भारत ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए स्काईस्ट्राइकर कामिकेज ड्रोन का इस्तेमाल कर रहा है। इस ड्रोन को इजरायली रक्षा तकनीक की दिग्गज कंपनी एलबिट सिस्टम्स और अल्फा डिजाइन टेक्नोलॉजीज द्वारा बनाया गया था, जो अब अडानी समूह का हिस्सा है। ये ड्रोन मेक इन इंडिया के तहत बेंगलुरु में बनाए गए हैं। इस ड्रोन का इस्तेमाल युद्ध में लक्ष्यों को जल्दी और सटीक रूप से खोजने, नष्ट करने के लिए किया जाता है। स्काईस्ट्राइकर ड्रोन 5 किलोग्राम या 10 किलोग्राम का वारहेड ले जा सकता है, जिसकी लोइटरिंग सहनशक्ति 2 घंटे तक है। इसका इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम इसे लगभग साइलेंट मोड में रखता है।
ऑपरेशन सिंदूर में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल
बालाकोट हवाई हमलों के बाद साल 2021 में भारत ने स्काईस्ट्राइकर की 100 से ज्यादा यूनिट्स का ऑर्डर दिया था। हालांकि, ऑपरेशन सिंदूर में पहली बार बड़े पैमाने पर इस ड्रोन की तैनाती की गई है। सटीक फायर सपोर्ट, टारगेट एलिमिनेशन और रियल-टाइम टैक्टिकल कोऑर्डिनेशन के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले ड्रोन ने एक फोर्स मल्टीप्लायर के रूप में काम किया है।
दोनों देशों में बढ़ गया है तनाव
बता दें कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में कई स्थानों पर बुधवार को हमले किए। पाकिस्तान ने गुरुवार को भारतीय सैन्य स्थलों पर हमले के प्रयास किए जिन्हें भारतीय सशस्त्र बलों ने विफल कर दिया। इस घटनाक्रम के कारण भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है।