Literary Extravaganza Colors of Laughter with India Thrills Navada Audience कवियों की महफिल में खूब लगे ठहाके, लोटपोट हुआ नवादा, Nawada Hindi News - Hindustan
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कवियों की महफिल में खूब लगे ठहाके, लोटपोट हुआ नवादा

नवादा में 'हंसी के रंग हिन्दुस्तान के संग' कार्यक्रम में प्रसिद्ध कवियों ने चार घंटे तक काव्य प्रस्तुति दी। इस दौरान दर्शकों ने ठहाके लगाए और कवियों की रचनाओं का आनंद लिया। कवियों में नीलोत्पल मृणाल,...

Newswrap हिन्दुस्तान, नवादाWed, 30 April 2025 02:24 PM
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कवियों की महफिल में खूब लगे ठहाके, लोटपोट हुआ नवादा

नवादा। राजेश मंझवेकर ‘हंसी के रंग हिन्दुस्तान के संग कार्यक्रम में सोमवार की शाम जबरदस्त साहित्यिक धमाल मचा। देश-विदेश में अपने फन का जादू जगाने वाले ख्यातिलब्ध कवियों ने ऐसी महफिल जमाई कि नन-स्टॉप चार घंटे तक नवादा शहर का आदर्श सिटी परिसर तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजता रहा। एक से बढ़कर एक काव्य प्रस्तुति ने सबका मन मोह लिया। अनवरत रात के 11 बजे तक काव्यवर्षा जारी रही और उपस्थित दर्शकों का विशुद्ध मनोरंजन होता रहा। देश के चर्चित कवियों में शामिल कवि नीलोत्पल मृणाल, डॉ.अनिल चौबे, अजय अटापटू, राधेश्याम भारती और शिखा दीप्ति ने हर विधा की कविताओं से सभी के हृदय में अपनी अमिट छाप छोड़ दी। हंसी के रंग, हिन्दुस्तान के संग कवि सम्मेलन में सोमवार की शाम सात बजे से काव्यधारा बही तो खूब ठहाके लगे। कवियों की एक से बढ़ कर एक प्रस्तुति में सभी दर्शक रमते चले गए और काव्योत्सव में बह चली काव्यधारा में खोते चले गए। नवादा शहर के आदर्श सिटी प्रांगण में देश-विदेश में अपनी धाम जमा चुके प्रख्यात कवियों का मेला लगा, जिसमें कवियों ने महफिल को खुशगवार बना दिया। जैसे ही काव्य फुहार बरसने लगी, वैसे ही मुक्ताकाश मंच तले तालियों का महोत्सव हो गया। इस यादगार पल का गवाह बनने जुटे नवादावासी कभी लोटपोट होते दिखे तो कभी धीर-गंभीर हो कर कवियों की प्रस्तुति पर मंथन करते दिखे। शृंगार और प्रेम पगे मुक्तक और काव्य पर युवाओं का आनन्द अतिरेक तक पहुंचा दिखा तो साहित्य का असली आनन्द लेने पहुंचे लोगों ने सारगर्भित कवित्त का भरपूर समर्थन किया। देश-विदेश तक अपनी कविताई का डंका बजाने वाले नीलोत्पल मृणाल, डॉ.अनिल चौबे, अजय अटापटू, राधेश्याम भारती और शिखा दीप्ति ने एक बार काव्योत्सव में जो रंग जमाना शुरू किया तो दर्शक दीर्घा में बैठे लोग दिल थाम कर डूबते-इतराते रहे। कवियों के शब्द किलोल से सभी भाव विभोर दिखे। कवि सम्मेलन से पूर्व मंच का संचालन श्रवण कुमार बरनवाल ने किया। इससे पूर्व मुख्य अतिथि डीएम रवि प्रकाश ने कवि सम्मेलन का विधिवत उद्घाटन दीप प्रज्जवलित कर किया। मौके पर नगर परिषद नवादा की अध्यक्ष पिंकी कुमारी, पूर्व मुख्य पार्षद संजय साव, ओएसडी राजीव कुमार, सदर एसडीओ अखिलेश कुमार, सदर एसडीपीओ हुलास कुमार, डीपीआरओ अमरनाथ कुमार के साथ ही हिन्दुस्तान मीडिया मार्केटिंग के दीपक पांडेय, नवादा ब्यूरो चीफ सुधीर कुमार गुप्ता समेत मुख्य प्रायोजक राजीव कुमार सिन्हा मौजूद रहे। डीएम रवि प्रकाश ने हिन्दुस्तान की इस पहल की प्रशंसा की और कहा कि साहित्योत्सव की यह समृद्ध परम्परा जारी रहनी चाहिए। इसके बाद कार्यक्रम की शुरुआत हिंदी साहित्य अकादमी से सम्मानित गाजियाबाद की कवयित्री शिखा दीप्ति ने शारदे वर दे सजा दे राग वीणा वादिनी, मेरे स्वर में सुर मिला दे आज वीणा वादिनी... की वंदना से की। हंसी के रंग हिदुस्तान के संग हास्य कवि सम्मेलन इसके बाद परवान पर रहा। काव्योत्सव का मंच संचालन कवि अजय अटापट्टू ने किया, जिस क्रम में उन्होंने कहा कि साहित्य को बचा कर रखने का जिम्मा कवि सम्मेलन पर ही है। मंचों पर कविता दिखाई देना जरूरी है।

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