अब क्रेडिट बीजेपी लेगी, लड़ाई लालू यादव ने लड़ी; तेजस्वी ने बताई जाति जनगणना की क्रोनोलॉजी
मोदी सरकार के जाति जनगणना कराने के फैसले पर तेजस्वी यादव ने कहा कि ये हमारी, समाजवादियों और लालू यादव की जीत है। बीजेपी के लोग इसका श्रेय लेंगे। लेकिन पीएम मोदी ने इसे कई बार नकार दिया था। जाति जनगणना की असली लड़ाई तो लालू यादव ने लड़ी थी।
मोदी सरकार के जाति जनगणना कराने के फैसले पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस पर प्रतिक्रिया दी। उन्होने कहा कि यह हमारी 30 साल पुरानी मांग थी। यह हमारी, समाजवादियों और लालू यादव की जीत है। इससे पहले बिहार के सभी दलों ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी, लेकिन उन्होंने हमारी मांग को नकार दिया था। कई मंत्रियों ने इसे अस्वीकार कर दिया, लेकिन यह हमारी ताकत है कि उन्हें हमारे एजेंडे पर काम करना है।
तेजस्वी ने कहा कि ये तो अभी सिर्फ घोषणा हुई है। हमें उम्मीद है कि परिसीमन से पहले जनगणना हो जाएगी। यह उन लोगों के मुंह पर तमाचा है, जो हम पर जातिवाद फैलाने का आरोप लगाते थे। जब तक हमें साइंटिफिक डेटा नहीं मिलेगा, हम पिछड़े वर्गों को मुख्यधारा में नहीं ला पाएंगे। अब स्वाभाविक है कि बीजेपी के लोग इसका श्रेय लेंगे। लेकिन मोदी जी ने इसे कई बार नकार दिया था। जाति जनगणना की असली लड़ाई लालू जी ने लड़ी थी।
नेता प्रतिपक्ष ने इस फैसले को वैचारिक जीत बताते हुए कहा कि सामाजिक न्याय की हमारी लड़ाई अब अगले पड़ाव पर है। जो आज हम करते है वो बाकी 35-40 साल बाद सोचते है। अब हम पिछड़ों/अतिपिछड़ों के लिए विधानसभा,विधानपरिषद, लोकसभा और राज्यसभा में सीटें आरक्षित करेंगे। मंडल कमीशन की अनेक सिफारिशें भी अभी लागू होना शेष है।