पेपर लीक के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया की रिमांड पूरी, जेल भेजा गया, पूछताछ में उगले कई राज
सीबीआई को पेपर लीक के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया की चार दिनों की रिमांड की अनुमति मिली थी। इसके बाद से ही उससे लगातार पूछताछ जारी थी। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक पूछताछ में संजीव मुखिया ने पेपर लीक नेटवर्क को लेकर कुछ अहम जानकारियां दी हैं।

पेपर लीक कांडों के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया की सीबीआई रिमांड की अवधि रविवार को पूरी हो गई। इसके बाद उसे न्यायिक हिरासत में फिर जेल भेज दिया गया है। विशेष न्यायालय के आदेश पर गुरुवार को सीबीआई को संजीव मुखिया की चार दिनों की रिमांड की अनुमति मिली थी। इसके बाद से ही उससे लगातार पूछताछ जारी थी। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक पूछताछ में संजीव मुखिया ने पेपर लीक नेटवर्क को लेकर कुछ अहम जानकारियां दी हैं।
सीबीआई ने उससे नेटवर्क में लोगों को जोड़ने और उनको किए जाने वाले भुगतान के तरीके से संबंधित जानकारी ली है। इसके साथ ही अब तक कितने परीक्षार्थियों को सेटिंग कर पास कराया, इससे संबंधित भी पूछताछ की। पूछताछ के आधार पर सीबीआई नीट मामले में दर्ज एफआईआर की जांच आगे बढ़ाएगी। मालूम हो कि सीबीआई से पहले बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने भी दो चरणों में करीब तीन दिन रिमांड पर लेकर संजीव मुखिया से पूछताछ की थी।
पूछताछ में संजीव मुखिया ने कबूल किया था कि वह पिछले साल नीट परीक्षा के पेपर लीक के दिन गुजरात में था। गोधरा के जिस एग्जाम सेंटर पर नीट-यूजी परीक्षा में गड़बड़ी हुई थी, वह उससे महज डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर तैनात था। इसके अलावा, एक पुलिस अफसर के रिश्तेदार ने परीक्षार्थियों से पेपर की डील कराई थी। गुजरात पुलिस ने स्कूल के प्रिंसिपल पुरुषोत्तम शर्मा, शिक्षक तुषार भट्ट, वडोदरा के शिक्षा सलाहकार परशुराम राय, उसके सहयोगी विभोर आनंद और दलाल आरिफ वोहरा को गिरफ्तार किया था।
इस केस के जानकार एक अधिकारी ने बताया कि विभोर आनंद मूलरूप से बिहार के लखीसराय जिले का रहने वाला है। उसे गुजरात पुलिस ने दरभंगा स्थित ससुराल से गिरफ्तार किया था। वह एक डीआईजी रैंक के पुलिस अफसर का रिश्तेदार है। शुरुआती जांच में सामने आया कि मास्टरमाइंड संजीव मुखिया उसके संपर्क में था। गोधरा नीट यूजी धांधली केस में संजीव पुलिस को अहमदाबाद पूछताछ के लिए लाया जा सकता है।