सीजफायर का पंचयती करने वाला अमेरिका कौन होता है, बोले तेजस्वी; अमित शाह से भी एक मांग
पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा सीजफायर का पंचयती करने वाला अमेरिका कौन होता है। इसे हम लोग बर्दाश्त नहीं करेंगे। हमारी सेना इतनी सक्षम है कि अगर मौका दिया जाए, तो नक्शे से पाकिस्तान का नामोनिशान मिटा देगी।
भारत और पाकिस्तान के बीच उभरे तनाव के बाद फिलहाल सीजफायर की स्थिति है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप कई मौकों पर कह चुके हैं कि दोनों देशों के बीच सीजफायर कराने में उन्होंने मध्यस्था की है। अब बिहार के नेता प्रतिपक्षा तेजस्वी यादव ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी है। तेजस्वी यादव ने सवाल उठाते हुए कहा है कि सीजफायर का पंचयती करने वाला अमेरिका कौन होता है? पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा सीजफायर का पंचयती करने वाला अमेरिका कौन होता है। इसे हम लोग बर्दाश्त नहीं करेंगे। हमारी सेना इतनी सक्षम है कि अगर मौका दिया जाए, तो नक्शे से पाकिस्तान का नामोनिशान मिटा देगी। जिसके शौर्य का प्रदर्शन कर हमारी सेना ने कई बार पाकिस्तान को उदाहरण भी दिया है।
इसी के साथ तेजस्वी यादव ने एक खत लिखकर केंद्रीय गृहमंत्री से अपनी एक मांग भी उठाने की बात भी कही है। तेजस्वी यादव ने गृहमंत्री को पत्र लिखकर पैरामिलिट्री के जवानों को शहीद का दर्जा देने की मांग उठाने की जानकारी दी है। राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि आज हम केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर मांग करेंगे कि नक्सलवाद या युद्ध के दौरान शहीद होने वाले पैरामिलिट्री के जवानों को भी शहीद का दर्जा दिया जाए।
आपको बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने सऊदी अरब में मंगलवार को फिर कहा कि उनके प्रशासन ने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम करवाया। साथ ही उन्होंने कहा कि दोनों देश व्यापार करें। इसपर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, "कुछ दिन पहले हमें पाकिस्तान के साथ संघर्षविराम की जानकारी अमेरिका के राष्ट्रपति से मिली थी। अब, कल सऊदी अरब में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान, राष्ट्रपति ट्रंप ने खुलासा किया कि उन्होंने प्रतिबंधों और व्यापारिक सौदों के लालच और धमकी का इस्तेमाल करके भारत को इस युद्धविराम के लिए मजबूर किया और ब्लैकमेल किया।"
उन्होंने सवाल किया, “ इस खुलासे के बारे में आम तौर पर अत्यंत मुखर रहने वाले प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री का क्या कहना है? क्या उन्होंने अमेरिकी दबाव के सामने भारत के सुरक्षा हितों को गिरवी रख दिया?” रमेश ने तंज कसते हुए कहा, “अमेरिकी पापा ने वार रुकवा दी क्या?”
याद दिला दें कि बीते 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने 26 लोगों की हत्या कर दी थी जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। इसके बाद भारत ने "ऑपरेशन सिंदूर" अभियान चलाया तथा पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था। गत 10 मई को दोनों देशों के बीच सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनी।भारत सरकार का कहना है कि पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) के संपर्क किए जाने के बाद सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनी।