इन्फोसिस ने किया डिविडेंड का ऐलान, नारायण मूर्ति परिवार की चांदी, 17 महीने के पोते को भी बंपर कमाई
- आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी इन्फोसिस के निदेशक मंडल ने 22 रुपये का अंतिम लाभांश प्रस्तावित किया है, जो अंतरिम लाभांश के साथ पिछले वर्ष की तुलना में 13.2 प्रतिशत की वृद्धि है।

आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी इन्फोसिस ने जनवरी से मार्च तिमाही तक के नतीजे जारी कर दिए हैं। इस तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट कम हो गया है। इसके साथ ही कंपनी ने डिविडेंड का भी ऐलान किया है। यह डिविडेंड 22 रुपये का है। इस डिविडेंड का फायदा इन्फोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति समेत उनके परिवार को भी मिलने वाला है।
पोते को भी मिलेगा फायदा
नारायण मूर्ति के 17 महीने के पोते एकाग्र रोहन मूर्ति को इन्फोसिस की डिविडेंड घोषणा से ₹3.3 करोड़ का मुनाफा होगा। एकाग्र रोहन मूर्ति के पास इन्फोसिस के 15,00,000 शेयर हैं, जो 0.04% हिस्सेदारी के बराबर है। बता दें कि नारायण मूर्ति ने ये शेयर अपने पोते को तब उपहार में दिए थे, जब वह चार महीने का था। नारायण मूर्ति और सुधा मूर्ति के बेटे रोहन मूर्ति और उनकी पत्नी अपर्णा कृष्णन के घर जन्मे एकाग्र भारत के सबसे कम उम्र के अरबपतियों में से एक हैं। मार्च 2024 में इस हिस्सेदारी की कीमत 240 करोड़ रुपये थी।
अक्षता मूर्ति की कितनी कमाई
इसके अलावा नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति के पास कंपनी के 3.89 लाख शेयर हैं जो 1.04% हिस्सेदारी के बराबर है। अक्षता को इन्फोसिस के डिविडेंड घोषणा से 85.71 करोड़ रुपये की तगड़ी कमाई होगी। वहीं, नारायण मूर्ति खुद 33.3 करोड़ रुपये कमाएंगे जबकि उनकी पत्नी सुधा मूर्ति को 76 करोड़ रुपये मिलेंगे।
सीईओ को 50 करोड़ रुपये के शेयर
इस बीच, इन्फोसिस ने वित्त वर्ष 2025 के लिए कंपनी के सीईओ और एमडी सलिल पारेख को लगभग 50 करोड़ रुपये मूल्य के कर्मचारी स्टॉक विकल्प योजना (ईएसओपी) दिए हैं। इसके अतिरिक्त बेंगलुरु स्थित कंपनी ने पात्र कर्मचारियों को 5,000 प्रतिबंधित स्टॉक इकाइयां (आरएसयू) प्रोवाइड की हैं। बता दें कि वित्त वर्ष 2024 में पारेख 66.25 करोड़ रुपये के साथ भारत में किसी आईटी कंपनी के दूसरे सबसे ज्यादा वेतन पाने वाले सीईओ थे। पारेख का वेतन विप्रो के पूर्व सीईओ थिएरी डेलापोर्ट के बाद दूसरे स्थान पर था, जिन्होंने 20 मिलियन डॉलर (करीब 166 करोड़ रुपये) कमाए थे।