₹1000 करोड़ के ऑर्डर से तूफान बन गया यह शेयर, खरीदने को टूटे निवेशक
- टैलब्रोस ऑटोमोटिव कंपोनेंट्स के ज्वाइंट वेंचर को एक बड़े यूरोपीय मूल उपकरण निर्माता (ओईएम) से लगभग ₹1,000 करोड़ का कॉन्ट्रैक्ट ऑर्डर मिला है। इस ज्वाइंट वेंचर का नाम मारेली टैल्ब्रोस चेसिस सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड है।

Talbros Automotive share: ऑटो कंपोनेंट से जुड़ी कंपनी- टैलब्रोस ऑटोमोटिव कंपोनेंट्स के शेयर में तूफानी तेजी देखने को मिली है। सप्ताह के चौथे दिन गुरुवार को कंपनी के शेयर में 5 फीसदी का अपर सर्किट लगा। ट्रेडिंग के दौरान इस शेयर की कीमत 293.30 रुपये पर पहुंच गई। 22 नवंबर 2023 को शेयर ने 347.75 रुपये के स्तर को टच किया। यह शेयर के 52 हफ्ते का हाई है। वहीं, पिछले साल अप्रैल महीने में यह शेयर 86 रुपये के निचले स्तर पर था। कहने का मतलब है कि पिछले 12 महीनों में स्टॉक 230% से ज्यादा का रिटर्न दे चुका है।
कंपनी को मिले हैं ऑर्डर
टैलब्रोस ऑटोमोटिव कंपोनेंट्स के ज्वाइंट वेंचर को एक बड़े यूरोपीय मूल उपकरण निर्माता (ओईएम) से लगभग ₹1,000 करोड़ का कॉन्ट्रैक्ट ऑर्डर मिला है। इस ज्वाइंट वेंचर का नाम मारेली टैल्ब्रोस चेसिस सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड है। इस ऑर्डर की समयावधि वित्तीय वर्ष 2025 की चौथी तिमाही से 8 वर्षों तक के लिए के लिए है। इसके तहत उत्पादन मारेली टैल्ब्रोस चेसिस सिस्टम्स के पुणे प्लांट से किया जाएगा। इसके लिए वित्तीय वर्ष में ₹65 करोड़ के खर्च का अनुमान है। कंपनी ने कहा कि निवेश इंटरनल सोर्सेज और ऋण के माध्यम से किया जाएगा। इस ऑर्डर के जरिए कंपनी की यूरोप में मजबूत स्थिति होगी।
बता दें कि पिछले साल टैलब्रोस ऑटोमोटिव कंपोनेंट्स को स्टैंडअलोन और जेवी कंपनी के अलग-अलग उत्पाद कैटेगरी में ₹980 करोड़ के ऑर्डर मिले थे। इनमें से ₹475 करोड़ के ऑर्डर ईवी सेगमेंट के आपूर्ति के लिए थे और ₹415 करोड़ के ऑर्डर निर्यात से संबंधित थे।
टैलब्रोस ऑटोमोटिव कंपोनेंट्स के शेयरहोल्डिंग पैटर्न की बात करें तो 58.43 फीसदी हिस्सेदारी प्रमोटर के पास और पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास 41.57 फीसदी हिस्सेदारी है।