मधवाडीह के ज्यादातर चापाकल खराब, जल संकट गहराया
मधवाडीह पंचायत के अंतर्गत गांवों में गर्मी के कारण पानी का संकट गहरा गया है। अधिकांश चापाकल खराब हैं और कुएं का जल स्तर भी नीचे चला गया है। मुखिया मो. सद्दीक अंसारी ने स्थिति का जायजा लिया और पीएचईडी...

बेंगाबाद, प्रतिनिधि। मधवाडीह पंचायत के अधीन गांवों में गर्मी में पानी का संकट उत्पन्न हो गया है। गांव के अधिकांश चापाकल खराब हैं। कुआं का जल स्तर नीचे चला गया है। जबकि जल जीवन मिशन योजना के तहत नल-जल के लिए तैयार इंफ्रास्ट्रक्चर का हाल बदहाल बना हुआ है। नल-जल योजना से भी गांववालों को पानी नसीब नहीं हो रहा है। ग्रामीणों की शिकायत पर मुखिया मो. सद्दीक अंसारी ने प्रभावित गांवों का भ्रमण किया और पानी संकट से अवगत हुए। पंचायत के अधीन गांवों मे पानी संकट को देखते हुए मुखिया ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और उन्होंने पीएचईडी विभाग को त्राहिमाम संदेश भेजकर खराब चापकलों की तत्काल मरम्मत कार्य कराने की मांग की है। मुखिया ने कहा कि पंचायत के अधीन गांवों के शत प्रतिशत सरकारी चापाकल मरम्मत के अभाव में बंद पड़ा हुआ है। नल-जल योजना लोगों के काम में नहीं आ रहा है। गिने चुने कुआं में पानी है। कुआं का पानी का स्तर भी काफी नीचे चला गया है। इस परिस्थिति में पंचायत के अधीन गांवों में पानी का संकट उत्पन्न होना स्वाभाविक बात है। कहा कि नल जल योजना गांवों में आने के बाद से पुराना चापाकल का मरम्मत कार्य भी बंद हो गया है। उस पर नल जल योजना फ्लॉप साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि इसके पूर्व में भी पीएचईडी विभाग को इससे अवगत कराया गया था। विभाग ने चापाकल मरम्मत कार्य कराने का भरोसा भी दिया, लेकिन विभागीय कार्य शुरू नहीं होने से पंचायत के अधीन गांवों में पानी का संकट बरकरार बना हुआ है। गर्मी के मौसम में पानी संकट से लोग जूझ रहे हैं।
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