यादवों के बलिदान का इतिहास सदियों पुराना: पीतांबर
लोहरदगा में यादव समाज ने कहा कि उन्होंने हमेशा देश के लिए बलिदान दिया है। झारखंड यादव महासभा के प्रांतीय संयोजक पीतांबर दास ने अहीर रेजिमेंट के गठन की मांग की। उन्होंने रेजांगला युद्ध में यादवों की...

लोहरदगा, संवाददाता।यादव समाज ने हमेशा देश के लिए अपना रक्त दिया है। उपर्युक्त बातें झारखंड यादव महासभा के प्रांतीय संयोजक पीतांबर दास ने अखिल भारतीय यादव महासभा द्वारा अहीर रेजिमेंट गठन को लेकर कलश यात्रा समारोह के दौरान लोहरदगा के बीआईडी मोहल्ला स्थित यादव सभागार भवन में कही। श्री दास ने कहा कि रेजांगला युद्ध में 120 बहादुर यादवों ने 1300 चीनी सैनिकों से लोहा लेकर अपने प्राणों की आहुति देकर चीनियों को पीछे किया। प्रांतीय यादव समाज के महासचिव नरेंद्र कुमार यादव ने कहा कि यादव समाज की बहादुरी और वफादारी जग जाहिर है। 114 कुमाऊं रेजीमेंट अहीर कंपनी के नाम से जाना जाता था।
रेजिमेंट गठन को लेकर बरसों पुरानी मांग को अभी तक सरकार द्वारा पूर्ण नहीं किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। लोहरदगा जिला अध्यक्ष कविराज यादव ने समाज को शिक्षित, संगठित और देश की एकता के लिए एक होने का आह्वान किया। लोहरदगा प्रभारी रामचंद्र गोप ने कहा कि 18 नवंबर 1962 को भारत-चीन सीमा पर लड़ा गया युद्ध भारतीय सैन्य इतिहास में वीरता का प्रतीक बना हुआ है। यादवों के युद्ध कौशल को देखते हुए केंद्र सरकार अविलंब अहीर रेजिमेंट का गठन करे।
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