बोले रामगढ़: वार्ड तीन में नहीं होती सफाई,मच्छर-गंदगी से परेशानी
रामगढ़ के वार्ड नंबर तीन में कई समस्याएं हैं। यहां की सड़कों की हालत खराब है, पानी की आपूर्ति कम हो रही है, और सफाई की स्थिति भी बेहद दयनीय है। वार्ड में नालियों की सफाई नहीं हो रही, जिससे गंदगी और...
रामगढ़। रामगढ़ छावनी परिषद अंतर्गत वार्ड नंबर तीन का दायरा काफी लंबा और बड़ा है। यहां छोटे छोटे मुहल्लों में हजारों की आबादी है। इन मुहल्लों के लोग विभिन्न समस्याओं से परेशान रहते है। वार्ड तीन में सौदागर टोला है। इन मुहल्लें में रोड उबड़ खाबड़ है। अधिकांश नालियां टूटी फूटी और अव्यवस्थित है। जगह-जगह स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था तो बनी है। लेकिन रख-रखाव का आभाव है। अधिकांश स्ट्रीट लाइट महीनों से शोभा की वस्तु बन कर रह गई है। गली मुहल्लों में अंधेरा पसरा रहता है। शाम ढ़लते ही पैदल आवाजाही करने वालों को परेशानी होती है। अंधेरे के वजह से असमाजिक तत्वों का भी शहर की गलियों में डेरा होता है जो सभी के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है।
वार्ड में शौचालयों में सफाई का आभाव है। नाम का यहां शौचालय चल रहा है कि लेकिन साफ-सफाई नहीं के बराबर होती है। कभी कभार ही मुहल्ले में सफाई होती है। डस्टबीन में कचरों का जमावड़ा लगा रहता है। मुहल्ले में डस्टबीन में जमा कचरों से दुर्गंध फैलता है। गली मुहल्ला में नाली जाम होने की समस्या बनी रहती है। जाम की वजह से नाली का गंदा पानी सड़क पर ही बहता रहता है। नालियों की वर्षों से मरम्मत नही हुई है।अधिकांश नालियां टूट चुकी है। जो व्यवस्था को मुंह चिढ़ाता है। गंदगी की वजह से ही क्षेत्र में मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। मुहल्ला में साफ सफाई व्यवस्थित नहीं है। वार्ड के साहू कॉलोनी, दुसाध टोला, बगीचा टोला, मुंडा टोला, मुस्लिम टोला, कोयरी टोला, पारसोतिया सरीखे दर्जनों टोला मोहल्ला बसे है। जहां व्यवस्था का अभाव बना रहता है। गली मुहल्लों तक सफाईकर्मी कम पहुंचते है। परिणाम स्वरूप उचित साफ-सफाई नहीं होती। वार्ड के अंतर्गत सड़कों पर भी कभी कभार ही सफाई होती है। इन वार्डो में आवागमन की सुविधा को लेकर जगह जगह नालियों पर लोहे के चैनल से ढका गया है। अधिकांश नाली पर ढका लोहे का चैनल टूट कर हादसे को आंमत्रित करता है। वार्ड में क्षेत्र में आधा अधूरा बने सड़क मरम्मत के अभाव में गड्ढों में तब्दील हो रहा है। मुहल्ले के लोग रोज दिन गड्ढों में फंस कर लोग गिरते पड़ते है। अबतक सड़क में गिरकर कई लोग घायल हो चुके है। हल्की बारिश में भी सड़क से गुजना और भी परेशानी का सबब बन जाता है।वार्ड क्षेत्र के दुसाध टोला सड़क मरम्मत के नाम पर कोड़ कर छोड़ दिया गया है। इससे आवाजाही में लोगों की परेशानी बढ़ गई है। मुहल्ले के लोग व्यवस्था को कोसते है। लोगों का कहना है जब मरम्मत नहीं होना है, तो सड़क पर तोड़फोड़ नहीं होना चाहिए। पहले सड़क तो कुछ ठीक रहा। कम से कम लोग आवाजाही कर ही लेते थे। लोग बताते है, वर्षों बाद सड़क मरम्मत का भरोसा देकर जेसीबी लगाकर सड़क कबाड़ दिया गया। अब तो मुहल्ले वालों की परेशानी और बढा दी गई है। वार्ड में बसे दर्जनों मुहल्लें की स्थिति क्या होगी। इसका अंदाजा दुसाध टोला व सौदागर टोला की स्थिति देख कर ही अंदाजा लगाया जा सकता है।अन्य टोलों की स्थिति भी ठीक नहीं है। इसे लेकर कई बार शिकायत भी की गई पर कोई फायदा नहीं हुआ। सौदागर टोला में कम आता है सप्लाई का पानी सौदागर टोला में कम पानी सप्लाई हो रहा है। गर्मी के मौसम में कम पानी मिलना भी लोगों के लिए परेशानी का कारण बन गया है। इस तपती गर्मी में भी लोगों को पर्याप्त पानी पीने तक के लिए नहीं मिल पाता है। ऐसे में नहाने धोने के पानी के कमी का अंदाजा लगाया जा सकता है। पानी आपूर्ति के नाम पर थोड़ी देर पानी दिया जाता है जिससे लोगों के घरों में रखे बर्तन भी सही से नहीं भर पाते हैं। पानी का प्रेशर कम होने से भी लोगों को पानी की कमी होती है। कई बार लोगों ने पानी की कमी की शिकायत अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से किया है लेकिन कुछ नहीं बदला। शहर के बीच बसे मुहल्ले में सुविधाओं की है कमी तंग-संकरी गलियों में बजबजाती नालियां, टूटी-फुटी सड़के लोगों के जीवन का नर्क बनाए हुए हैं। उसपर से जगह-जगह लगा कचरे का अंबार व्यवस्था को मुंह चिढ़ाते रहते हैं। वार्ड तीन का यह हिस्सा शहर के बीचे से गुजरने वाले एनएच 23 के किनारे बसा हुआ है। जिसे चट्टी रोड भी कहा जाता है। यह पूरा इलाका बड़े-बड़े व्यवसाय का केंद्र बिंदु है। छोटे-बड़े व्यवसायिक प्रतिष्ठान, कई कॉमर्शियल कार्यालय इसी सड़क पर बने हैं। रेडीमेड, इलेक्ट्रॉनिक, इलेक्ट्रिकल का यह सबसे बड़ा व्यवसायिक केंद्र हैं। इसके बाद भी सौदागर मुहल्ला और दुसाध मुहल्ले की दुर्दशा लोगों के समझ से परे है। पारसोतिया नाले की हो मरम्मत वार्ड में पड़ने वाले पारसोतिया नाला का टूटा-फूटा होना भी यहां के लोगों के लिए भारी परेशानी का कारण है। नाला टूटा होने के कारण अक्सर नाले का गंदा पानी लोगों के आससपास के जमीन में घुस जाता है। इसके अलावा पूरे नाले में भारी मात्रा में कचरा जमा रहता है। जिससे पानी जहां-तहां जमा होने के कारण नाले के बगल से गुजरने मात्र से लोग परेशान हो जात हैं। नाले की मरम्मत करते हुए इसकी नियमित साफ-सफाई की मांग यहां के लोग छावनी परिषद से करते रहे हैं। लोगों की यह मांग छावनी परिषद के कार्यकाल में पूरा होगा या फिर नगर परिषद के कार्यकाल में यह तो समय बताएगा। छावनी परिषद का नप में होना है विलय छावनी परिषद का विलय नगर परिषद में प्रस्तावित है। इसे लेकर सरकारी प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है। लेकिन राज्य सरकार और रक्षा मंत्रालय के बीच होने वाले इस करार में देरी के कारण सभी विभाग के लोग पूरे छावनी क्षेत्र के प्रति लापरवाह बने हुए है। परिणाम स्वरूप यहां काम कर रहे ठेकेदार भी अपनी मनमानी पर उतरे हुए हैं। बात चाहे साफ-सफाई की हो या फिर सड़क मरम्मत और स्ट्रीट लाइट की हर तरफ लोगों की लापरवाही साफ दिखाई दे रही है। संबंधित लोगों की लापरवाही यहां के वाशींदों को भारी पड़ रही है। मुहल्ले के लोग कहते हैं झूठ-मुठ के विलय के चक्कर में सारा मामला लटका कर रखा गया है। जो करना है उसे जल्दी निबटाना चाहिए। ताकि यहां के लोगों को राहत मिल सके। मुहल्ले में कभी कभार ही सफाईकर्मी पहुंचते हैं। कचरों का जमाव देखा जा सकता है। हमेशा ही नाली जाम की समस्या बनी रहती है। सफाई के अभाव से परेशानी होती है। -असीम अहमद नालियों की सफाई की कमी है। कभी कभार ही नालियों की सफाई होती है। सफाई कर्मचारी कभी कभार पहुंच कर काम करते है। कचरों से नालियां अक्सर जाम रहती है। -शमशेर अख्तर सौदागर टोला मस्जिद के पास सड़क मरम्मत का काम हो गया है। मस्जिद रोड के आगे मंदिर तक ही रोड़ मरम्मत हुई है। मंदिर पास से आगे सड़क मरम्मत नहीं किया गया। -मो. जाकीर मुहल्लें में साफ-सफाई का काम ठीक नहीं हो रहा। यहां मस्जिद के निकट ही थोड़े से लोग झोपड़ी नुमा घरों में रहते है। यहां सफाई के अभाव में हमेशा ही नाली जाम रहता है। -भिक्कू नायक चैती दुर्गा मंडप से गढ़बाध तक सड़क नहीं बनी। दुर्गा मंडप के पास सड़क पर नाली ढका लोहा का चैनल महीनों से टूटा पड़ा है। रात में गुजरने वालों के लिए खतरनाक बन सकता है। -जुगल अग्रवाल यहां बच्चों का स्कूल चलता है। स्कूल परिसर के आसपास भी सफाई व्यवस्था ठीक नहीं रहती है। स्कूल परिसर में सफाई की कमी है। गेट के बाहर हमेशा ही कचरा फैला रहता है। -संतोष महतो पारसोतिया बस्ती से बड़ा नाला गुजरता है। नाला लोगों के लिए सबसे बड़ी परेशानी का कारण बना है। नाला मरम्मत के नाम पर काफी खर्च होता रहा है। -रमेश कुशवाहा सड़क पर तो कभी कभार सफाई किया जाता है। लेकिन बस्ती क्षेत्र में सफाई कर्मी नहीं पहुंचते है। सफाई नहीं होने से महीने तक कचरा जमा रहता है। इससे लोग परेशान हैं। -नंदलाल पांडेय जगह जगह डस्टबीन बनाया गया है। कई दिनों तक डस्टबीन में कचरा जमा रहता है। रोजदिन कचरों का उठाव नहीं होता। कचरों के ढेर पर जानवर मंडराते रहते है। -मो. हसीब एनएच 23 के साव जी होटल से लेकर मस्जिद चौक सौदागर टोला तक सड़क खराब है। मरम्मत का काम नहीं किया गया है। बारिश होने पर पानी जमा होकर परेशानी का कारण बनता है। -महताब आलम सौदागर टोला में सफाई की कमी है। मस्जिद के आसपास नालियां अक्सर जाम होने की शिकायत रहती है। चौक के सामने मोड पर डस्टबीन बना है। जहां रोज कचरा जमा होता है। -मो. अनवर स्ट्रीट लाइट लगाए गए है। लेकिन मरम्मत के अभाव में खराब हैं। सड़क मरम्मत के नाम पर दुसाध टोला शिलान्यास किया गया। जेसीबी चलाकर सड़क तोड़फोड़ किया गया। -मोइन अंसारी सौदागर मुहल्ला और दुसाध टोला सटा हुआ इलाका है। यहां निवास कर रहे लोग वर्षों से ही कई समस्यां परेशान है। पहले तो सौदागर टोला सड़क बहुत खराब था। वर्षों बाद हाल में ही सड़क मरम्मत हुआ। लेकिन पूरे मुहल्ले में सड़क मरम्मत नहीं हो सका है। साफ-सफाई की व्यवस्था भी सही नहीं है। दुसाध मोहल्ला में एक सार्वजनिक शौचालय है। शौचालय की स्थिति बदत्तर है। मो मुमताज मंसूरी, सचिव अंजुमन कमेटी ज्यादातर बिजली की गुल होने की समस्या बढ़ गई है। शहर में वाटर सप्लाई व्यवस्था का संचालन बिजली पर निर्भर है। तकनीकी व्यवस्था भी कुछ खराब है। फिर भी हर हाल में लोगों तक सप्लाई वाटर पहुंचाया जा रहा है। पानी कम मिलना व कम समय पानी सप्लाई की शिकायत मिल रही है। इसे लेकर प्रयास चल रहा है, जल्द ही वाटर सप्लाई में सुधार हो जाएगा। - नीतीन ठाकुर, स्वच्छता निरीक्षक, छावनी परिषद
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