हिंदुओं के लिए सबसे बड़ी चुनौती ये हो गई है कि...; पहलगाम आतंकी हमले पर बोले धीरेंद्र शास्त्री: VIDEO
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने आगे कहा कि ‘पहलगाम की वो 26 जिंदगियां, जिनमें से किसी का भाई गया, किसी का पिता गया, बच्चे बिलखते रह गए, किसी का संसार बसने से पहले उजड़ गया, क्या बीत रही होगी उन पर।’

कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद पूरे देश में भयानक गुस्सा देखा जा रहा है और लोग इस कायराना हमले के दोषी आतंकवादियों को भी उन्हीं की भाषा में जवाब देने की मांग कर रहे हैं। उधर मध्य प्रदेश के छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने भी इस आतंकी वारदात की कड़ी भर्त्सना करते हुए इसे इस सदी की सबसे निंदनीय और हिन्दुओं को सोचने पर मजबूर करने वाली घटना बताया है। उनका कहना है कि इस देश में जहां 80 प्रतिशत आबादी हिन्दुओं की है, वहां इनके लिए सबसे बड़ी चुनौती ये हो गई है कि तुम हिंदू होने पर खतरे में हो। यहां हिंदू होना भी अब घातक हो गया है, जो कि बेहद दुर्भाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों ने मारने से पहले ना जाति पूछी और ना ये पूछा कि आप कौन सी भाषा बोलते हो, उनकी नजर में आपका हिंदू होना ही काफी था। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सुधरने वाला नहीं है और उन्होंने सरकार से ईंट का जवाब पत्थर से देने की मांग की। शास्त्री ने यह सारी बातें सोशल मीडिया पर करीब साढ़े तीन मिनट का एक वीडियो शेयर करते हुए कहीं।
‘हिंदुस्तान में हिंदू होना घातक हुआ’
धीरेंद्र शास्त्री ने अपने इस वीडियो की शुरुआत ओम शांतिः, श्री सीताराम चंद्राभ्याम नमः और श्री बागेश्वर बालाजी महाराज की जय के साथ की और आगे कहा कि ‘हिंदुस्तान में ही हिंदू होना अगर घातक हो जाए, इससे बड़ा कोई दुर्भाग्य नहीं होगा। पहलगाम में जो घटना हुई, इस सदी की सबसे निंदनीय घटना है। उन्होंने ना ये पूछा कि आप किस जाति के हो, ब्राह्मण हो, क्षत्रिय हो, वैश्य हो या सेवक हो। उन्होंने ना SC पूछा, ना ST पूछा और ना OBC पूछा, ना सवर्ण पूछा।’
'जहां तुम 80%, वहां पर भी तुम खतरे में हो'
'उन्होंने ना ये पूछा कि तुम तमिल बोलते हो या मराठी बोलते हो, या गुजराती बोलते हो या पंजाबी बोलते हो, उन्होंने सिर्फ ये पूछा कि क्या तुम हिंदू हो और गोली मार दी। इससे बड़ा दुर्भाग्य इस देश का कभी नहीं हो सकता है। हिंदुओं के लिए सबसे बड़ी चुनौती ये हो गई तुम हिंदुस्तान नहीं, हिंदू होने पर खतरे में हो और वहां जहां तुम 80 प्रतिशत हो। क्यों, क्योंकि हमें लगता है कि हम लोग बंटे हैं। इसलिए इस हाल में पड़े हैं।'
'घटना ने हिंदुओं के लिए बड़ी चिंता जाहिर की'
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर ने आगे कहा कि 'पहलगाम की वो 26 जिंदगियां, जिनमें से किसी का भाई गया, किसी का पिता गया, बच्चे बिलखते रह गए, किसी का संसार बसने से पहले उजड़ गया, क्या बीत रही होगी उन पर। बालाजी के चरणों में प्रार्थना, संन्यासी बाबा के चरणों में प्रार्थना, पूरे परिवार को बल मिले, बालाजी की कृपा हो, उनका पूरा परिवार टूट चुका होगा, लेकिन हिन्दुओं के लिए इस घटना ने बड़ी चिंता जाहिर कर दी।'
शास्त्री बोले- अब नहीं जागेंगे तो कब जागेंगे?
पंडित शास्त्री ने आगे कहा, 'आखिर अब नहीं जागेंगे तो कब जागेंगे। कौन कहता है आतंक का कोई मजहब नहीं होता। जरा देख लो पहलगाम की घटना। इस घटना ने हृदय को झकझोर दिया है, इस घटना ने मन को तोड़ दिया है, इस घटना ने पुनः विचार करने के लिए हम सबको छोड़ दिया है। वैसे ईंट का जवाब तो पत्थर से देना चाहिए, पाकिस्तान सुधर नहीं सकता है, यह तो तय है। हम अंत में यही कहेंगे हिन्दुओं से, अब नहीं जागे तो कभी नहीं जागे। इसलिए हम सबको एकजुट होकर के अपनी शक्ति बल को बढ़ाना पड़ेगा, शस्त्र और शास्त्र दोनों का संवर्धन, दोनों का संरक्षण करना पड़ेगा। हिन्दुओं जागो, ओम शांति, शांति शांति।'
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