पुणे की खदीजा शेख को भारी पड़ा 'पाक जिंदाबाद' का नारा, गिरफ्तारी के बाद कई एजेंसियों ने शुरू की जांच
पुलिस और जांच एजेंसियां इस मामले में और गहराई से जांच कर रही हैं। खदीजा के सोशल मीडिया अकाउंट और उसके संपर्कों की गहन जांच की जा रही है।

पुणे शहर पुलिस के साथ-साथ महाराष्ट्र एंटी-टेररिज्म स्क्वाड (ATS), राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और खुफिया एजेंसियों ने इंस्टाग्राम पोस्ट में “पाकिस्तान जिंदाबाद” लिखने वाली 19 वर्षीय छात्रा के मामले में जांच शुरू कर दी है। यह पोस्ट हाल ही में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में भारत की सैन्य कार्रवाई के संदर्भ में की गई थी।
कॉलेज ने भी निकाला
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, छात्रा की पहचान खदीजा शेख के रूप में हुई है, जो पुणे के कोंधवा इलाके की निवासी और सिंहगढ़ एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग की छात्रा है। जैसे ही 9 मई को पोस्ट सामने आई और प्राथमिकी दर्ज की गई, कॉलेज ने उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. किशोर पाटिल ने इसकी पुष्टि की।
कॉलेज द्वारा जारी निष्कासन पत्र में लिखा गया, "यह संस्थान अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सम्मान करता है, लेकिन उम्मीद करता है कि छात्र इसका प्रयोग जिम्मेदारी से और कानून के दायरे में करें। आपके सोशल मीडिया पोस्ट सार्वजनिक रूप से आपकी पहचान से जुड़े होते हैं। ये कॉलेज की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाते हैं और परिसर एवं समाज में वैमनस्य फैला सकते हैं।"
ATS और NIA करेगी पूछताछ
वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विनय पाटणकर के अनुसार, खदीजा शेख को अदालत में पेश करने के बाद पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है ताकि आगे की जांच की जा सके। पुलिस सूत्रों के अनुसार, ATS और NIA के अधिकारियों ने छात्रा से यह जानने के लिए पूछताछ की कि क्या वह किसी कट्टरपंथी विचारधारा से प्रभावित है या किसी संदिग्ध समूह से जुड़ी है। फिलहाल की जांच में उसके किसी आतंकी संगठन से संबंध की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन सोशल मीडिया अकाउंट की गहन जांच जारी है।
कोंधवा पुलिस स्टेशन में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, सुरक्षा एजेंसियां हाल ही में भारत द्वारा पाकिस्तान और PoK में की गई सैन्य कार्रवाई के बाद सोशल मीडिया पर निगरानी कर रही थीं। इसी दौरान पुलिस को 9 मई को दोपहर करीब 2 बजे खदीजा शेख की इंस्टाग्राम पोस्ट मिली, जिसमें कथित रूप से भड़काऊ और राष्ट्र विरोधी भाषा का प्रयोग किया गया था।
पोस्ट में क्या लिखा था?
पोस्ट में लिखा था, "सबूत के बिना भारत ने पहलगाम में पाकिस्तान की संलिप्तता का आरोप लगाकर तीन बड़े नागरिक क्षेत्रों पर बमबारी कर युद्ध छेड़ दिया है। यह हिन्दुत्व आतंकवाद, इजरायली नीति की नकल है। भारत ने कश्मीर में अपनी विफलता को छिपाने के लिए हमेशा पाकिस्तान को बलि का बकरा बनाया है। यह उग्रपंथी इस्लामोफोबिक आतंकवाद भयावह है। इंसानियत, न्याय और समझदारी की जीत हो। युद्ध किसी का समाधान नहीं होता। पाकिस्तान जिंदाबाद।”
इस पोस्ट के आधार पर छात्रा पर भारतीय न्याय संहिता की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। इनमें-
धारा 152: भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता को खतरे में डालने वाले कार्य
धारा 196: विभिन्न समूहों के बीच वैमनस्य फैलाना
धारा 197: राष्ट्रीय एकता के प्रति पूर्वाग्रह पूर्ण टिप्पणी
धारा 299: धार्मिक भावनाओं को आहत करने का प्रयास
धारा 352: अपमानजनक भाषा का प्रयोग कर शांति भंग करने का प्रयास
धारा 353: सार्वजनिक शरारत फैलाने वाले वक्तव्य
पुलिस के अनुसार, खदीजा शेख ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट साझा की थी, जिसमें पाकिस्तानी नागरिकों के ट्वीट्स के स्क्रीनशॉट शामिल थे। इनमें "पाकिस्तान जिंदाबाद" और "हिंदुत्व उग्रवाद" जैसे उल्लेख थे। पोस्ट के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर व्यापक आक्रोश फैल गया। कई यूजर्स ने पुणे पुलिस और सिन्हगड कॉलेज को टैग कर कार्रवाई की मांग की। कुछ ने खदीजा के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि (निवारण) अधिनियम (UAPA) और भारतीय दंड संहिता की धारा 124A (राजद्रोह) जैसी कठोर धाराओं के तहत कार्रवाई की मांग की।
पुणे पुलिस ने शुक्रवार, 9 मई को कोंढवा पुलिस स्टेशन में पुलिस कांस्टेबल सुभाष जरांडे की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की। खदीजा को गिरफ्तार कर लिया गया और उसे पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। फिलहाल मामले की जांच जारी है और सभी एजेंसियां यह सुनिश्चित करने में जुटी हैं कि क्या यह पोस्ट किसी व्यापक साजिश का हिस्सा थी या छात्रा ने यह पोस्ट अकेले की थी।