पाकिस्तान से तनाव नहीं थमा; हाई अलर्ट पर पंजाब, स्कूल बंद-परीक्षाएं टलीं
ऑपरेशन सिंदूर ने सीमा पार दुश्मनों को चौंकाया। गोली की आवाजें भले सीमा पार हो रही हों, पर असर सरहदी इलाकों पर देखा जा सकता है। पंजाब के कुछ इलाकों में आज भी स्कूल बंद हैं, परीक्षाएं टाल दी गई हैं और जनजीवन पर असर साफ दिख रहा है।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या के दो सप्ताह बाद भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पाकिस्तान के खिलाफ ऐसी कार्रवाई की, जिसने उसकी नींद उड़ा दी है। हालांकि पड़ोसी देश के हुक्मरान अब युद्धविराम और तनाव करने जैसे बाते कर रहे हैं, लेकिन आतंकियों को शह देने वाले पाकिस्तान पर इतनी जल्दी भरोसा नहीं किया जा सकता। यही वजह है कि भारत के सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। किसी भी हमले की स्थिति में सुरक्षाबल मुंहतोड़ जवाब देने को तैयार हैं। भारत और पाकिस्तान में टेंशन के बीच पंजाब के सीमावर्ती जिलों में तनाव चरम पर पहुंच गया है। जिसके बाद प्रशासन ने स्कूल बंद रखने के आदेश दिए हैं। परीक्षाएं भी टाल दी गई हैं।
मौजूदा तनावपूर्ण हालात को देखते हुए फिरोजपुर, पठानकोट, फाजिल्का, अमृतसर और गुरदासपुर में बुधवार को सभी स्कूल बंद रहे। पठानकोट में स्कूल अगले 72 घंटे तक बंद रहेंगे, जबकि फिरोजपुर में स्कूल गुरुवार और शुक्रवार को भी नहीं खुलेंगे। प्रशासन ने सभी स्कूलों को अगली सूचना तक बंद रखने के आदेश दिए हैं।
परीक्षाएं भी टलीं
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए आईके गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी ने 8 से 10 मई तक होने वाली सेमेस्टर परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं। यूनिवर्सिटी ने स्पष्ट किया कि 12 मई से परीक्षा पूर्व निर्धारित शेड्यूल के अनुसार आयोजित की जाएगी।
SGPC ने खोले गुरुद्वारे
सीमा क्षेत्र में रहने वाले लोगों के विस्थापन को देखते हुए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने अमृतसर, गुरदासपुर, तरनतारन, फिरोजपुर, पठानकोट और मुक्तसर के ऐतिहासिक गुरुद्वारों में सरायें खोल दी हैं। यहां लोगों के रहने और लंगर की व्यवस्था की गई है। SGPC अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने सभी प्रबंधकों को राहत कार्यों के लिए तैयार रहने को कहा है।
पठानकोट और श्रीनगर समेत 28 हवाई अड्डे बंद
भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव और 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद सुरक्षा कारणों से बुधवार को देशभर में 28 हवाई अड्डों पर उड़ान संचालन अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया, जिससे सैकड़ों घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। सबसे अधिक असर उत्तर भारत के एयरपोर्ट्स अमृतसर, पठानकोट, जम्मू, श्रीनगर, हिसार और भटिंडा पर देखा गया। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अनुसार, यह कदम एयरस्पेस सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है और स्थिति की समीक्षा के बाद सामान्य परिचालन बहाल किया जाएगा।