Anti Dalit mentality BJP sharp retort to Congress on the issue of caste census दलित विरोधी मानसिकता; जाति जनगणना के मुद्दे पर भाजपा का कांग्रेस पर तीखा पलटवार, India Hindi News - Hindustan
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दलित विरोधी मानसिकता; जाति जनगणना के मुद्दे पर भाजपा का कांग्रेस पर तीखा पलटवार

BJP sharp retort to Congress: केंद्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा है कि कांग्रेस ऐतिहासिक रूप से जातिगत आरक्षण के खिलाफ रही है। अगर महात्मा गांधी या फिर बाबा साहेब आंबेडकर नहीं होते तो देश में आरक्षण की व्यवस्था ही नहीं होती।

Upendra Thapak लाइव हिन्दुस्तानThu, 1 May 2025 01:54 PM
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दलित विरोधी मानसिकता; जाति जनगणना के मुद्दे पर भाजपा का कांग्रेस पर तीखा पलटवार

केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में आगामी जनगणना में जाति जनगणना को शामिल करने के फैसले के बाद देश की राजनीति तेज हो गई है। कांग्रेस पार्टी समेत तमाम विपक्ष ने इसे अपनी जीत बताते हुए इसका क्रेडिट अपने नाम किया है। तो वहीं आज भाजपा ने भी कांग्रेस पर पलटवार करते हुए उसे सामाजिक न्याय और जाति आधारित आरक्षण का ऐतिहासिक विरोधी बताया।

मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कांग्रेस पार्टी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, "कल जब यह निर्णय लिया गया तो कुछ लोग बहुत ज्यादा उत्साहित लग रहे थे.. वह कह रहे थे कि सरकार भले ही आपकी है लेकिन व्यवस्था हमारी है। अब जबकि इस मुद्दे को सुलझा लिया गया है तो इस पर खुली चर्चा होनी चाहिए.. देश को सच्चाई जानने का हक है 1951 में सत्ता में कौन था? तब व्यवस्था को किसने नियंत्रित किया?"

प्रधान ने नेहरू परिवार पर निशाना साधते हुए दावा किया कि आज देश में अगर आरक्षण मौजूद है, तो वह गांधी और आंबेडकर जैसे नेताओं की वजह से है क्योंकि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू तो जाति आधारित आरक्षण के सख्त खिलाफ थे।

प्रधान ने कहा, "पूर्व पीएम नेहरू की इस मामले पर क्या सोच थी वह सभी को पता है। अगर बाबा साहेब आंबेडकर और बापू नहीं होते या फिर उनकी सामाजिक संवेदनाशीलता की चिंता न होती तो इस देश में आरक्षण नहीं होता क्योंकि नेहरू इसके पक्ष में नहीं थे।"

जाति आधारित जनगणना को लेकर जनता पार्टी के प्रयासों को याद करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा,"जनता सरकार ने 1977 में सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने के लिए मंडल आयोग की स्थापना की थी। उस समय भाजपा की पूर्ववर्ती पार्टी जनसंघ भी जनता पार्टी का हिस्सा थी और अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी जैसे दिग्गज नेता उस सरकार का हिस्सा थे।"

प्रधान ने पूछा कि कांग्रेस पार्टी बताए कि आखिर मंडल कमीशन की रिपोर्ट को दस साल तक किसने दबाए रखा? इसके लिए कौन जिम्मेदार था? उन्होंने कहा कि वीपी सिंह की सरकार ने हमारे (भाजपा) के कहने पर मंडल आयोग की रिपोर्ट को लागू किया था.. इतना ही नहीं पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने भी ओबीसी आरक्षण के खिलाफ लंबे-लंबे भाषण दिए थे।"

केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा,"जिनका सामाजिक न्याय केवल अपने परिवार के लिए न्याय तक सीमित रहा है.. हम उनसे क्या ही उम्मीद कर सकते हैं? कांग्रेस पार्टी हमेशा से देश के वंचित, आदिवासी, दलित और पिछड़े वर्गों के खिलाफ रही है। यही वजह है कि आज उनका पाखंड देखने को मिल रहा है।"