ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर BJP निकालेगी राष्ट्रीय तिरंगा यात्रा, 10 दिनों के जयघोष का मकसद क्या
इस देशव्यापी अभियान के जरिए BJP पूरे देश को यह बताएगी कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत कैसे भारतीय सेना ने दुश्मन के दांत खट्टे किए और अपने नागरिकों को संकट से बचाया। इस बात पर भी जोर दिया जाएगा कि सरकार ने कैसे राष्ट्रीय स्वाभिमान को मजबूत किया।

केंद्र की सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर कल यानी मंगलवार से देशव्यापी तिरंगा यात्रा निकालने का फैसला किया है। यह यात्रा 10 दिवसीय होगी जो 13 मई से 23 मई तक चलेगी। देशव्यापी तिरंगा यात्रा निकालने का फैसला सोमवार को नई दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में हुए एक उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया। इसमें रणनीति बनी कि पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जो फेक नैरेटिव गढ़े जा रहे हैं, उसकी काट के लिए तिरंगा यात्रा आयोजित किया जाएगा और देशभर में इस यात्रा के दौरान भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम के बारे में लोगों को बताया जाएगा।
बैठक में विपक्षी दलों और अन्य की रणनीति की काट तैयार करने पर भी चर्चा हुई। इस अभियान के तहत भाजपा के कार्यकर्ता देश के अलग-अलग हिस्सों में तिरंगा यात्रा का आयोजन करेंगे, जिनमें केंद्रीय मंत्री, स्थानीय सांसद, निर्वाचित प्रतिनिधि और पार्टी के सभी स्तर के अधिकारी शामिल होंगे। इस देशव्यापी और दस दिनी यात्रा का उद्देश्य राष्ट्रीय गौरव का आह्वान करना, सशस्त्र बलों का सम्मान करना और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर सरकार के फैसलों के लिए जनसमर्थन जुटाना और उसे मजबूत करना है।
किन-किन के कंधों पर यात्रा की जिम्मेदारी
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, इस यात्रा के सफल संचालन की जिम्मेदारी पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद संबित पात्रा, विनोद तावड़े और तरुण चुग जैसे नेताओं को सौंपी गई है। इस अभियान में भारतीय सशस्त्र बलों की बहादुरी और राष्ट्र की रक्षा के लिए सरकार की अटूट प्रतिबद्धता को रेखांकित किया जाएगा। बता दें कि एक दिन पहले ही भाजपा की कर्नाटक इकाई ने रविवार को ऑपरेशन सिंदूर के मद्देनजर भारतीय सशस्त्र बलों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए बेंगलुरु में ‘तिरंगा यात्रा’ का आयोजन किया था। इस रैली में केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे, विधान परिषद में विपक्ष के नेता चलवडी नारायणस्वामी और पार्टी के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए।
बेंगलुरु में रविवार को हुई थी यात्रा
करंदलाजे ने मीडिया को संबोधित करते हुए पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले में कथित भूमिका के लिए पाकिस्तान की निंदा की और कहा कि निर्दोष नागरिकों को उनके धर्म के बारे में पूछे जाने के बाद मार दिया गया। उन्होंने कहा, “भारत आतंकवाद से लड़ रहा है। पाकिस्तान ने पहलगाम में आतंकवादियों को भेजा। निर्दोष लोगों को उनके धर्म के बारे में पूछे जाने के बाद मार दिया गया। भारत सरकार और हमारे जवानों ने जवाबी कार्रवाई की। आज हमें देश के साथ एकजुट होना है। यह संदेश देना है कि हम देश के साथ एकजुट हैं। हम देश के साथ, सरकार के साथ, सशस्त्र बलों के साथ खड़े हैं। हम आपके साथ खड़े हैं।”
करंदलाजे ने पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम का बार-बार उल्लंघन करने और आतंकवाद के निर्यात की आलोचना करते हुए कहा, "पाकिस्तान एक भरोसेमंद देश नहीं है। इसने बार-बार साबित किया है कि यह कभी भी संघर्ष विराम का उल्लंघन कर सकता है। पाकिस्तान दूसरे देशों में आतंकवादियों को भेजता है। वे कोई तकनीक नहीं, सिर्फ़ आतंकवादी निर्यात कर रहे हैं। इसलिए दुनिया उनके खिलाफ है।"
बेंगलुरु जैसी ही देशभर में हो यात्रा
अब भाजपा चाहती है कि बेंगलुरु की ही तरह देशभर में उसी तरह की तिरंगा यात्रा आयोजित की जाए और देशभर में केंद्र सरकार के दिशा-निर्देश पर भारतीय सैनिकों द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर सी सफलता की कहानी जनमानस को बताई जाए। दरअसल देश में एक धड़ा ऐसा भी है जो भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर पर उंगली उठा रहा है और आरोप लगा रहा है कि मोदू सरकार अमेरिकी दबाव के आगे झुक गई है। इस यात्रा के मकसद में बिहार में भी भाजपा और सहोगी दलों के पक्ष में हवा बनाना है, जहां इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।