हर चप्पे पर सुरक्षा,दिल्ली बनी छावनी,मॉक ड्रिल को लेकर कितनी तैयार देश की राजधानी?
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि हमने शहर में दिन और रात की गश्त पहले ही बढ़ा दी है। हमने हरियाणा और उत्तर प्रदेश के साथ दिल्ली की सीमाओं पर पुलिस कर्मियों के साथ अर्धसैनिक बलों को तैनात किया है। शहर में सुरक्षा पहले से ही बढ़ा दी गई है।

7 मई यानी कल देश की 259 लोकेशन पर मॉक ड्रिल कराने का निर्देश केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से आया है। इसमें देश की राजधानी सहित एनसीआर के भी हिस्से आएंगे। मॉक ड्रिल के निर्देश के बाद कयासों का बाजार गर्म है कि भारत कल के बाद पाकिस्तान पर कोई बड़ा हमला करने की योजना बना रहा है। यह तैयारी उसी के लिए है, यह कहना अभी जल्दबाजी होगा। दिल्ली में मॉक ड्रिल को लेकर चप्पे पर सुरक्षा टाइट है,पूरी राजधानी ही छावनी में तब्दील हो चुकी है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच,गृह मंत्रालय के एक निर्देश के बाद,दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने सभी डीसीपी (पुलिस उपायुक्त) को तैयारियों के लिए विस्तृत योजनाएं तैयार करने के लिए कहा है। उन्होंने बताया कि राजधानी में गश्त को मजबूत करने के लिए डीसीपी ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठकें भी की हैं।
जानिए दिल्ली में कैसी है तैयारी?
इकनॉमिक टाइम्स के अनुसार,एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि हमने शहर में दिन और रात की गश्त पहले ही बढ़ा दी है। हमने हरियाणा और उत्तर प्रदेश के साथ दिल्ली की सीमाओं पर पुलिस कर्मियों के साथ अर्धसैनिक बलों को तैनात किया है। शहर में सुरक्षा पहले से ही बढ़ा दी गई है। डीसीपी व्यक्तिगत रूप से अपने जिलों में व्यवस्थाओं की निगरानी कर रहे हैं। वे सहायक पुलिस आयुक्तों (एसीपी) और थाना प्रभारियों (एसएचओ) के साथ बैठकें कर रहे हैं।" एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले और पूरे देश में बढ़े हुए खतरे को देखते हुए,पुलिस ने कानून और व्यवस्था बनाए रखने के साथ-साथ सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से मजबूत सुरक्षा उपाय किए हैं।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि चौबीसों घंटे सतर्कता सुनिश्चित करने के लिए,खासकर शाम और रात के घंटों के दौरान पैदल गश्त काफी बढ़ा दी गई है। कनॉट प्लेस, इंडिया गेट,जनपथ,यशवंत प्लेस,गोले मार्केट और अन्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों सहित प्रमुख क्षेत्रों को कवर करने के लिए विशेष गश्ती इकाइयों को सक्रिय किया गया है। अधिकारी ने कहा कि उच्च घनत्व वाले क्षेत्रों में मोटरसाइकिल गश्त और विशेष पिकेट के रूप में पुलिस जवानों की संख्या बढ़ा दी गई है। इसे इंटरैक्टिव पुलिसिंग के साथ भी जोड़ा गया है,जिसमें बीट अधिकारी दुकानदारों,यात्रियों और निवासियों के साथ मिलकर चिंताओं का समाधान करते हैं और सतर्कता बढ़ाते हैं।
अधिकारी ने कहा कि संदिग्ध लोगों का पता लगाने के लिए व्यापक वाहन जांच की जा रही है और कर्मचारियों को किराये और अपंजीकृत वाहनों पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया है। अधिकारी ने आगे कहा,"निवासी कल्याण संघों (RWA),बाजार कल्याण संघों (MWA),नागरिक सुरक्षा समितियों के साथ-साथ महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर तैनात निजी सुरक्षा गार्डों के सदस्यों के साथ सीधे बातचीत के लिए बैठकें आयोजित की जा रही हैं। वे बहुत महत्वपूर्ण हैं और उन्हें किसी भी चिंताजनक स्थिति में तुरंत वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से संपर्क करने के लिए कहा गया है। उन्हें बढ़ी हुई सतर्कता बनाए रखने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत रिपोर्ट करने के महत्व के बारे में भी जानकारी दी जा रही है।"
एनसीआर के ये शहर हैं शामिल?
मॉक ड्रिल के लिए एनसीआर के शहरों को भी शामिल किया गया है,लेकिन इसमें नोएडा नहीं है। एनसीआर इलाकों में फरीदाबाद,गुरुग्राम और गाजियाबाद शामिल हैं।