डिफर विकल्प का प्रयोग कर छात्र दूसरी मेरिट सूची में भी हो सकेंगे शामिल
फरीदाबाद में स्नातक में दाखिले के लिए आवेदन प्रक्रिया जारी है। अब छात्रों को पहली मेरिट सूची में पसंदीदा विषय न मिलने पर डिफर विकल्प मिलेगा। इससे मेधावी छात्रों को कॉलेजों में दाखिला लेने का अवसर...

फरीदाबाद, वरिष्ठ संवाददाता। स्नातक में दाखिले के लिए आवेदन प्रक्रिया दूसरे दिन मंगलवार को भी जारी रही। अब आवेदनों की गति में तेजी आने लगी है। स्मार्ट सिटी के सभी 10 महाविद्यालयों को मिलाकर 250 से अधिक आवेदन हुए। इसके अलावा उच्चतर शिक्षा विभाग ने मेरिट सूची बदलाव किए हैं। यदि किसी छात्र को पहली मेरिट सूची में पंसदीदा विषय व कॉलेज ने नहीं मिलने पर वह डिफर विकल्प पर जाकर दूसरी सूची में शामिल हो सकेंगे। उच्चतर शिक्षा विभाग ने मेरिट सूची को लेकर तैयार की गई नई व्यवस्था से कॉलेजों को अवगत करा दिया है और इसे आवेदन के लिए आने वाले छात्रों की बताने के भी निर्देश दिए हैं।
बता दें कि अभी तक यदि कोई छात्र पहली मेरिट सूची में शामिल होता था और वह दाखिला नहीं लेता तो उसे दूसरी सूची में प्राथमिकता नहीं दी जाती। विद्यार्थी को ओपन काउंसलिंग की प्रतीक्षा करनी पड़ती। इस बार छात्रों को ओपन काउंसलिंग की प्रतीक्षा नहीं करनी होगी। पहली मेरिट सूची में पसंदीदा विषय एवं कॉलेज नहीं मिलने पर छात्र के पास डिफर का विकल्प रहेगा। इस बटन का प्रयोग कर छात्र अपनी सीट को होल्ड पर रख सकेंगे। इसके बाद छात्र दूसरी पसंद का कोर्स पाने के लिए दूसरी मेरिट सूची में शामिल हो सकेंगे। दूसरी मेरिट लिस्ट में नाम आने पर जब छात्र दाखिला ले लेगा, तो उसकी डिफर बटन का इस्तेमाल कर होल्ड की गई सीट फ्री कर देगा। उस सीट को ओपन काउंसलिंग के माध्यम से किसी दूसरे छात्र को अलॉट की जाएगी। मेधावी छात्रों को मिलेगा मौका मेरिट सूची में डिफर का विकल्प दिए जाने से मेधावी छात्रों को जिले के महाविद्यालयों में दाखिला लेने का अवसर मिलेगा। बता दें कि मेधावी छात्र फरीदाबाद के अलावा दिल्ली यूनिवर्सिटी के कॉलेज में दाखिले के आवेदन करते हैं और दिल्ली के कॉलेज उनकी पहली प्राथमिकता होती है। वहां पर दाखिला नहीं मिलने पर वह जिले के कॉलेज में प्रयास करते हैं। तबतक सभी सीट पर दाखिले हो चुके होते हैं।ओपन काउंसलिंग में उन्हें मनमुताबिक कॉलेज एवं विषय नहीं मिल पाता है। इस नई प्रक्रिया के शुरू होने से छात्र अपनी सीट को होल्ड पर कर सकेगा। हेल्प डेस्क के माध्यम से छात्रों की राह की जा रही आसान जिले के महाविद्यालय प्रबंधन ने दूसरे दिन बच्चों की संख्या को अधिक देखते हुए काउंसलिंग के लिए हेल्प डेस्क लगाना भी शुरू कर दी है। स्मार्ट सिटी के छात्रों को नॉन मेडिकल और कॉमर्स कोर्स में अधिक रुचि दिखाई दे रही है। इन दोनों विषयों की हेल्प डेस्क पर छात्रों की अच्छी खासी भीड़ देखी जा सकती है। वहीं दूसरी ओर कला संकाय से संबंधित कोर्स में छात्रों की रुचि कम हुई है। इसके अलावा इस बार भी नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत आवेदन प्रक्रिया चल रही है और महाविद्यालयों में पहुंचने वाले छात्र नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत विषय समायाेजन को लेकर अनभिज्ञ हैं। महाविद्यालय परिसरों में लगाई गई हेल्प डेस्क पर उन्हें विषय समायोजन के बारे में भी जारी दी जा रही है। एक महीने तक चल सकती है आवेदन प्रक्रिया उच्चतर शिक्षा विभाग ने आवेदन प्रक्रिया के अलावा शेष दाखिला प्रक्रिया का शेड्यूल जारी नहीं किया है। कॉलेज प्रबंधन कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार आवेदन प्रक्रिया 30 जून तक चल सकती है। इस दौरान दिल्ली यूनिवर्सिटी की भी दाखिला प्रक्रिया शुरू हो जाएगी और दिल्ली के कॉलेज में दाखिला लेने से वंचित छात्रों को अपने जिले के लिए महाविद्यालयों में दाखिला लेने का अवसर मिल सकेगा। हमने बच्चों की मदद के लिए हेल्प डेस्क लगा दी है और छात्रों का रुझान विज्ञान और कॉमर्स में अधिक दिखाई दे रहा है। हेल्प डेस्क पर विज्ञान से संबंधित विषयों के बारे में ही अधिक जानकारी जुटाने के लिए विद्यार्थी पहुंच रहे हैं। इसके अलावा पहली मेरिट सूची में शामिल छात्र के पास दूसरी सूची में भी शामिल होने का अवसर रहेगा। इस बार उन्हें डिफर का विकल्प दिया जाएगा। उस प्रयोग करके वह दूसरी मेरिट सूची में शामिल हो सकेंगे। -डॉ. नरेंद्र दुग्गल, कार्यकारी प्राचार्य, डीएवी शताब्दी कॉलेज
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।