ऊर्जा मंत्री ने पहली बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली का निरीक्षण किया
मंत्री ने कहा कि 20-40 मेगावाट क्षमता वाली इस प्रणाली से दक्षिणी दिल्ली के आश्रम इलाके में रहने वाले एक लाख लोगों को फायदा मिलेगा।

नई दिल्ली, प्रमुख संवाददाता। दक्षिण दिल्ली के किलोकरी स्थित देश की पहली व्यावसायिक रूप से स्वीकृत स्टैंडअलोन बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली का बुधवार को मंत्री आशीष सूद ने निरीक्षण किया। बिजली आपूर्ति कंपनी बीएसईएस ने इंडी ग्रिड के सहयोग से इस प्रणाली को स्थापित किया है। ऊर्जा मंत्री आशीष सूद ने कहा कि 20-40 मेगावाट क्षमता वाली इस प्रणाली से दक्षिणी दिल्ली के आश्रम इलाके में रहने वाले एक लाख लोगों को फायदा मिलेगा। इस परियोजना को किलोकरी के बीएसईएस राजधानी पावर लिमिटेड के 33 केवी सब-स्टेशन पर स्थापित किया गया है।
निरीक्षण के दौरान आशीष सूद ने कहा कि यह स्टैंडअलोन बैट्री ऊर्जा भंडारण प्रणाली ग्रिड की स्थिरता को बढ़ाने, पीक आवर में बिजली डिमांड को कम करने और अक्षय ऊर्जा को ग्रिड में एकीकृत करने में मदद मिलने के साथ ही ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए तैयार किया गया है। यह बहुत जल्द ही दिल्ली के लोगों को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस परियोजना को प्रतिदिन चार घंटे बिजली आपूर्ति करने के लिए डिजाइन किया गया है। जो मौजूदा ग्रिड इंफ्रास्ट्रक्चर पर बोझ को भी कम करेगा। इसके चालू हो जाने के बाद करीब एक लाख लोगों को बिजली का सीधा लाभ मिलेगा।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार की पहली प्राथमिकता है कि पिछले दस सालों से बेकार और बेदम बुनियादी संरचना को ठीक किया जाए। दिल्ली की उर्जा की जरूरतों को पूरा करने के लिए नई-नई तकनीक को अपनाया जाए। जिससे लोगों को 24 घंटे बिजली मिल सके। उन्होंने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि दिल्ली के तथाकथित, स्वघोषित और बेरोजगार नेता दिल्ली में दिल्ली के पावर सिस्टम के फेल होने का नैरेटिव गढ़ रहे है उन्हें यह सब दिखाई नहीं देता है। मैं भरोसा देना चाहता हूं कि राजधानी दिल्ली में न तो बिजली की सप्लाई में कोई दिकक्त है और न ही बिजली की उपलब्धता में कोई परेशानी होने देंगे।
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