आईबीसी में आने से पहले 30 हजार मामले निपटे
कोलकाता में एक शीर्ष आईबीबीआई अधिकारी ने बताया कि दिसंबर 2024 तक दिवाला एवं शोधन अक्षमता संहिता के तहत 30,000 से अधिक मामलों का निपटारा किया गया है। इनमें 13 करोड़ 78 लाख रुपये की चूक शामिल हैं। यह ऋण...

कोलकाता, एजेंसी। भारतीय दिवाला एवं शोधन अक्षमता बोर्ड (आईबीबीआई) के एक शीर्ष अधिकारी ने शनिवार को कहा कि दिसंबर, 2024 तक दिवाला एवं शोधन अक्षमता संहिता (आईबीसी) में दाखिल होने से पहले 30,000 से अधिक मामलों का निपटारा किया गया। इनमें 13 करोड़ 78 लाख रुपये की चूक शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इससे साबित होता है कि आईबीसी के प्रावधानों ने देनदारों को संकट की स्थिति में जल्दी कार्रवाई करने के लिए प्रेरित किया है, जो उनके व्यवहार में सकारात्मक बदलाव दिखाता है। आईबीबीआई के कार्यकारी निदेशक जितेश जॉन ने कहा कि ऋण अनुशासन में उल्लेखनीय सुधार हुआ है, जिसमें 30,310 मामलों को पहले ही निपटा दिया गया है।
इनमें दिसंबर, 2024 तक 13 करोड़ 78 लाख रुपये की चूक शामिल थी।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।