Women should not live in fear, says CM Rekha Gupta डर में नहीं रहना चाहिए, जीत डर के आगे है; CM रेखा गुप्ता ने याद किए कॉलेज के दिन, Ncr Hindi News - Hindustan
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डर में नहीं रहना चाहिए, जीत डर के आगे है; CM रेखा गुप्ता ने याद किए कॉलेज के दिन

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि महिलाओं को डर में नहीं रहना चाहिए, क्योंकि जीत डर के आगे है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज की महिलाओं ने उन लोगों को गलत साबित कर दिया है, जो कहते हैं कि महिलाएं कुछ चीजें नहीं कर सकतीं। सीएम ने याद किया कि वह अपने कॉलेज के दिनों में काइनेटिक स्कूटर चलाती थीं।

Subodh Kumar Mishra पीटीआई, नई दिल्लीSun, 9 March 2025 03:19 PM
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डर में नहीं रहना चाहिए, जीत डर के आगे है; CM रेखा गुप्ता ने याद किए कॉलेज के दिन

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि महिलाओं को डर में नहीं रहना चाहिए, क्योंकि जीत डर के आगे है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज की महिलाओं ने उन लोगों को गलत साबित कर दिया है, जो कहते हैं कि महिलाएं कुछ चीजें नहीं कर सकतीं। सीएम ने याद किया कि वह अपने कॉलेज के दिनों में काइनेटिक स्कूटर चलाती थीं।

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने रविवार को यहां एक कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ताओं और पैरालिंपियनों सहित सात महिलाओं को सम्मानित किया। एक महिला बाइक रैली में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला बाइकर्स सशक्तिकरण का प्रतीक हैं। उन्होंने कहा, "आपने उन लोगों को गलत साबित कर दिया है जो कहते हैं कि महिलाएं कुछ चीजें नहीं कर सकतीं।"

सम्मानित होने वाली सात महिलाओं में जम्मू-कश्मीर की पहली अंतरराष्ट्रीय कार रेसर हुमैरा मुश्ताक, अर्जुन पुरस्कार विजेता पहलवान दिव्या काकरान, घरेलू हिंसा से पीड़ित स्वीटी मेहता, जिन्होंने समान संघर्ष वाली महिलाओं के लिए गैर सरकारी संगठन की स्थापना की, नशीली दवाओं के पुनर्वास के क्षेत्र में व्यापक रूप से काम करने वाली रेखा जिंदल, झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वालों को कंप्यूटर सिखाने के लिए खुद को समर्पित करने वाली नलिनी अस्थाना, पैरा एथलीट कंचन लखानी और सामाजिक कार्यकर्ता नीतू चौधरी शामिल थीं।

रविवार को सुबह करीब 11 बजे कनॉट प्लेस से बाइक रैली शुरू हुई। रेखा गुप्ता ने कहा कि यह कार्यक्रम 2013 से हर साल आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इससे पहले दिल्ली ने एक बड़ी त्रासदी देखी थी। महिलाओं को डर में नहीं रहना चाहिए, क्योंकि जीत डर के आगे है। मुख्यमंत्री ने यह भी याद किया कि वह अपने कॉलेज के दिनों में काइनेटिक स्कूटर चलाती थीं।

उपराज्यपाल सक्सेना ने कहा कि बाइक रैली महिलाओं के साहस का प्रदर्शन है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत में महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि वास्तव में कुछ क्षेत्रों में वे पुरुषों से आगे निकल रही हैं। दिल्ली विधानसभा चुनावों के दौरान हमने देखा कि महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से अधिक थी।