अमेरिका से निकाले गए कुछ युवकों के सिर पर नहीं थी पगड़ी, पंजाब के कैबिनेट मंत्री का बड़ा दावा
- पंजाब के कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने बताया कि पहली उड़ान में कुछ युवाओं के पास पगड़ी नहीं थी। हमने पहली उड़ान के बाद इस मुद्दे को उठाया था, और हम फिर से उठाएंगे।

अमेरिका से निकाले गए 116 भारतीयों को लेकर विमान शनिवार देर रात अमृतसर पहुंचा। इस दौरान पंजाब के एक कैबिनेट मंत्री और अमेरिका से आए कुछ निर्वासितों ने दावा किया कि विमान में सवार कुछ युवकों के पास पगड़ी नहीं थी और पंजाब प्रशासन को एयरपोर्ट पर अंतिम समय में व्यवस्था करनी पड़ी। डंकी रूट से अमेरिका गए यशपाल सिंह ने वापसी पर कहा, ''जब हम एयरपोर्ट पर उतरे तो हमने पगड़ी नहीं पहनी थी। उन्होंने (उड़ान से पहले) हमारी पगड़ियां उतार दी थीं। एसजीपीसी (शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति) ने हमें एक सिरोपा दिया, लेकिन वह काफी लंबा नहीं था क्योंकि इसका इस्तेमाल किसी को सम्मानित करने के लिए किया जाता है न कि सिर पर बांधने के लिए। इसलिए मैंने अपना सिर ढकने के लिए एक टोपी उधार ली।''
वतन वापस आने वालों में युवक पंजाब, गुजरात समेत कई अन्य राज्यों के थे। एयरपोर्ट पर पंजाब सरकार के मंत्री भी पहुंचे। इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने बताया, "पहली उड़ान में कुछ युवाओं के पास पगड़ी नहीं थी। हमने पहली उड़ान के बाद इस मुद्दे को उठाया था, और हम फिर से उठाएंगे। लेकिन यह दुखद है कि इतने हंगामे के बावजूद कुछ भी नहीं बदला है। तीसरी उड़ान में भी यही स्थिति होगी। युवाओं के हाथ में बेड़ियां होंगी और वे पगड़ी नहीं पहने होंगे।" एसजीपीसी के एक अधिकारी ने बताया, "एयरपोर्ट पर हमारा एक छोटा सा कैंप ऑफिस है, जहां हम गणमान्य व्यक्तियों के स्वागत के लिए सिरोपा रखते हैं। हमने निर्वासितों को अपने स्टॉक से 15 सिरोपा दिए।" अधिकारियों ने कहा कि इस उड़ान में ज्यादातर निर्वासित पुरुष थे और उन सभी को हथकड़ी और बेड़ियां पहनाई गई थीं। निर्वासितों ने यह भी कहा कि उन्हें आव्रजन मंजूरी के इंतजार में एयरपोर्ट पर ठंडे फर्श पर बैठाया गया।
अमृतसर एयरपोर्ट पर यह विमान रात 10 बजे के अपेक्षित समय के बजाय रात 11 बजकर 35 मिनट पर उतरा। यह अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई के तहत अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व वाले प्रशासन द्वारा पांच फरवरी के बाद निर्वासित किया गया भारतीयों का दूसरा जत्था है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 157 निर्वासितों को लेकर तीसरे विमान के 16 फरवरी को भारत पहुंचने की संभावना है। पंजाब के रहने वाले लोगों को आव्रजन संबंधी और पृष्ठभूमि की जांच के बाद रविवार तड़के करीब साढ़े चार बजे पुलिस की गाड़ियों में उनके घर पहुंचाया गया। हरियाणा सरकार ने भी राज्य से निर्वासित लोगों के लिए परिवहन की व्यवस्था की। इस बीच, अमेरिका द्वारा निर्वासित किए गए अवैध भारतीय प्रवासियों में शामिल पटियाला जिले के राजपुरा के दो युवकों को हत्या के एक मामले में गिरफ्तार कर लिया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नानक सिंह ने अमृतसर हवाई अड्डे से आरोपियों की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि आरोपी संदीप सिंह उर्फ सनी और प्रदीप सिंह 2023 में दर्ज किए गए हत्या के एक मामले में वांछित थे।
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