राजस्थान में साइबर ठगी के बड़े रैकेट का पर्दाफाश, 21 गिरफ्तार; 15 लैपटॉप और 62 मोबाइल जब्त
राजस्थान में साइबर ठगों के एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया गया है। पुलिस ने एक फ्लैट से चलाए जा रहे इस गिरोह के 21 लोगों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों के पास से भारी मात्रा में मोबाइल फोन और लैपटॉप बरामद किया गया है।

राजस्थान में साइबर ठगों के एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया गया है। पुलिस ने एक फ्लैट से चलाए जा रहे इस गिरोह के 21 लोगों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों के पास से भारी मात्रा में मोबाइल फोन और लैपटॉप बरामद किया गया है।
राजस्थान के अलवर जिले की भिवाड़ी पुलिस ने एक बड़े साइबर ठग रैकेट का पर्दाफाश करते हुए 21 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई में 15 लैपटॉप, 62 मोबाइल फोन और 4 वाई-फाई राउटर जब्त किए गए हैं। पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई के बाद अलवर भिवाड़ी मेवात क्षेत्र में साइबर ठगों में हड़कंप मच गया।
भिवाड़ी की पुलिस अधीक्षक ज्येष्ठा मैत्रैयी ने बताया कि भिवाड़ी क्षेत्र में मुखबिर के जरिए सूचना मिली की त्रेहान विवांता रेजीडेंसी के फ्लैट नंबर 44/एफ-1 में अवैध कॉल सेंटर चल रहा है। इसके जरिए यह गिरोह ऑनलाइन जुआ और सट्टेबाजी के माध्यम से लोगों के साथ धोखाधड़ी कर रहा है। पुलिस के उच्च अधिकारियों के निर्देश पर टीम गठित कर दबिश दी गई। मौके से 21 लोगों को गिरफ्तार किया है। साथ ही तीन सरगनाओं को नामजद किया गया है। साइबर ठगों के द्वारा करोड़ों का ट्रांजेक्शन किया गया है।
बेटिंग गेम एप से ठगते थे लोगों को पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पूरा गैंग ऑनलाइन है। इसमें बहुत सारी लेयर होती है, जिसमे करोड़ों का लेनदेन होता है। जो गिरफ्तार किए गए हैं वो देश के अलग-अलग हिस्सों से हैं। इनमें राजस्थान, छत्तीसगढ़, बिहार और उत्तर प्रदेश के लोग शामिल हैं। मुख्य सरगना वो लोग होंगे जो इस बेटिंग गेम एप की साइट को चला रहे हैं। यह जांच का विषय है। ये बेसिकली बीपीओ मॉडल पर चलता है। वेबसाइट से लोगों को जोड़ा जाता है। 30 से 70 प्रतिशत के कमीशन पर खेला जाता है।