राज्य विश्वविद्यालयों में प्रमोशन से भरे जाएंगे रजिस्ट्रार के 75% पद, सेवा नियमावली में संशोधन की तैयारी
- उत्तर प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों में रजिस्ट्रार के 75 प्रतिशत पद प्रमोशन से भरे जाएंगे। विश्वविद्यालय (केन्द्रीयित) सेवा संवर्ग के शीर्ष पद कुलसचिव के 75 प्रतिशत पदों को उप कुलसचिव से पदोन्न्नति के माध्यम से भरने के लिए सेवा नियमावली 1975 में संशोधन के लिए शासन ने समिति का गठन किया है।

Posts of Registrar in State Universities: उत्तर प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों में कुलसचिव (रजिस्ट्रार) के 75 प्रतिशत पद पदोन्नति से भरने की तैयारी है। उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय (केन्द्रीयित) सेवा संवर्ग के शीर्ष पद कुलसचिव के 75 प्रतिशत पदों को उप कुलसचिव से पदोन्न्नति के जरिए भरने के लिए सेवा नियमावली 1975 में संशोधन के लिए शासन ने समिति का गठन किया है। इससे पहले कुलसचिव के 50 प्रतिशत पद पदोन्नति और शेष 50 फीसदी पद उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के जरिए सीधी भर्ती से भरने का प्रावधान था।
विशेष सचिव उच्च शिक्षा विभाग गिरिजेश कुमार त्यागी की अध्यक्षता में गठित चार सदस्यीय समिति में उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमित भारद्वाज, प्रो. राजेन्द्र सिंह (रज्जू भय्या) विवि के कुलसचिव संजय कुमार और बुंदेलखंड विवि झांसी के कुलसचिव विनय सिंह को सदस्य नियुक्त किया गया है। उच्च शिक्षा अनुभाग-एक के संयुक्त सचिव प्रेम कुमार पांडेय की ओर से नौ अप्रैल को जारी आदेश में समिति का गठन करते हुए 15 दिन में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।
अभी 22 राज्य विश्वविद्यालय
प्रदेश में वर्तमान में 22 राज्य विवि और एक राजर्षि टंडन मुक्त विवि संचालित है। इनमें सबसे पुराना लखनऊ विवि 1921 में स्थापित हुआ था जबकि आगरा विवि 1927, दीन दयाल उपाध्याय विवि गोरखपुर 1957, संपूर्णानंद संस्कृत विवि वाराणसी 1958 में स्थापित हुआ। सबसे नए मां विन्ध्यवासिनी विवि मिर्जापुर, गुरु जम्भेश्वर विवि मुरादाबाद और मां पाटेश्वरी विवि बलरामपुर 2023 में स्थापित हुए थे।