आरटीई में बच्चों के दाखिलों को लेकर नोडल अधिकारी नामित
Bijnor News - आरटीई के तहत निजी स्कूलों में दाखिले में आ रही समस्याओं को हल करने के लिए बीएसए स्तर से 13 नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। ये अधिकारी स्कूलों से बातचीत करके बच्चों के दाखिले कराएंगे। कुछ...

आरटीई के तहत निजी स्कूलों में दाखिलों में आ रही समस्याओं को दूर करने को बीएसए स्तर से 13 नोडल अधिकारी नामित किए गए हैं। नोडल अधिकारी स्कूलों से बात करके बच्चों के दाखिले कराएंगे। आरटीई के तहत गरीबों के बच्चों के निजी स्कूलों में दाखिले हुए हैं। कुछ अभिभावकों के सामने दाखिलों को लेकर कुछ समस्याएं आ रही है। इन समस्याओं केसमाधान कराने और बच्चों का दाखिला स्कूलों में कराने के लिए बीएसए स्तर से 13 नोडल अधिकारी नामित किए गए हैं। सभी ब्लाकों में नोडल अधिकारी नामित किए गए हैं। खंड शिक्षा अधिकारियों को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। अभिभावक बच्चों के दाखिलों में आ रही समस्याओं को लेकर ब्लाक स्तर पर नोडल अधिकारी से बात करेंगे और नोडल अधिकारी बच्चों का दाखिला कराएंगे। बिजनौर जिला मुख्यालय पर चरन सिंह, अजफजलगढ़ में प्रेम सिंह राणा, बुढ़नपुर में दिनेश कुमार, कोतवाली में इन्द्रजीत सिंह, नजीबाबाद ब्लाक में राजमोहन, देवमल ब्लाक में प्रभात कुमार, नूरपुर में अमरेश कुमारी, हल्दौर में अलका देवी, जलीलपुर में गजेन्द्र सिंह, आंकू में शेर सिंह, किरतपुर में सूर्यकांत गिरि, अल्हैपुर में मुन्नालाल त्रिवेदी और नगर क्षेत्र बिजनौर में विरेन्द्र पाल को नोडल अधिकारी नामित किया गया है।
बीएसए योगेन्द्र कुमार ने बताया कि सभी ब्लाकों में खंड शिक्षा अधिकारियों को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। आरटीई में बच्चों के दाखिलों को लेकर आ रही समस्याओं को लेकर बच्चों के परिजन अपने अपने ब्लाक में नोडल अधिकारी से बात कर सकते हैं। नोडल अधिकारी स्कूलों से बात कर बच्चों के दाखिले कराएंगे।
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168 बच्चों के अभिभावकों के खाते में नहीं पहुंचा किताबों का पैसा
आरटीई के तहत शासन द्वारा बच्चे को एक साल में किताबों का पांच हजार रुपया दिया जाता है। 168 बच्चों के अभिभावकों के खाते में गड़बड़ी होने पर खातों में पैसा नहीं पहुंच पाया। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक ऐसे अभिभावक ईएमआईएस मनोज कुमार से सम्पर्क कर सकते हैं।
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जिले के एक स्कूल ने लौटाई बच्चों की सूची, दाखिला करने से किया इंकार
आरटीई के तहत गरीबों के बच्चों के दाखिले निजी स्कूलों में हुए हैं। जिला मुख्यालय पर एक स्कूल ने बच्चों के दाखिले करने से इंकार करते हुए बीएसए कार्यालय को 87 बच्चों की सूची लौटा दी है। यह पहला स्कूल नहीं हैं जिले के अन्य निजी स्कूलों द्वारा भी बच्चों के अपने स्कूलों में दाखिले करने को आनाकानी की जा रही है। यहीं कारण है कि बीएसए कार्यालय द्वारा सभी ब्लाकों में नोडल अधिकारी नामित किए गए हैं।
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