Poor Infrastructure and Drainage Crisis in Kannauj s Ward 14 बोले कन्नौज: वार्ड के हालात संभालो,जर्जर गलियों में गिरते हैं हम, Kannauj Hindi News - Hindustan
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बोले कन्नौज: वार्ड के हालात संभालो,जर्जर गलियों में गिरते हैं हम

Kannauj News - कन्नौज। कन्नौज के वार्ड नंबर 14 वीर अब्दुल हमीद नगर की हालत बेहद खराब

Newswrap हिन्दुस्तान, कन्नौजSat, 12 April 2025 03:06 AM
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बोले कन्नौज: वार्ड के हालात संभालो,जर्जर गलियों में गिरते हैं हम

कन्नौज। कन्नौज के वार्ड नंबर 14 वीर अब्दुल हमीद नगर की हालत बेहद खराब है। यहां टूटी सड़कें, चोक नालियां और जलभराव की समस्या है। इस मोहल्ले को बदहाली का सामना करना पड़ रहा है। दो दशक से ज्यादा समय से लोग यहां रह रहे हैं। शहर की प्रगति की रफ्तार भले ही तेज हो लेकिन इस मोहल्ले में आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए बाशिंदे तरस रहे हैं। आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान से बातचीत के दौरान मोहल्लेवासियों का दर्द उभरकर सामने आ गया। पेयजल साफ-सफाई व बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं का टोटा है। लिहाजा यहां के बाशिंदों को आए दिन समस्याओं से दो-चार होना पड़ता है। लोगों ने बताया कि जलभराव के चलते घरों से निकलने तक में दिक्कत होती है।

हर के वार्डों में जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे रहते हैं। जलनिकासी का इंतजाम नहीं है। बेहद संकरी गलियों में जर्जर और टूटे खड़ंजे लोगों को डगमग चाल से जैसे-तैसे घर तक पहुंचा देते हैं। सड़क की मरम्मत न होने से बारिश के दिनों में गंदा पानी घरों में घुस जाता है। कॉलोनी में फॉगिंग भी नहीं होती। मो.रेहान कहा कि वार्ड के हालात खराब हो गए हैं। इन जर्जर गलियों में हम लोग गिरकर घायल हो रहे हैं। जल निकासी का इंतजाम नहीं है। नालियां वर्षों पहले की बनी हैं। मार्ग नर्मिाण मनमाने तरीके से कराया जा रहा है। इससे नालियों से पानी का बहाव जगह-जगह रुक गया है। वहीं बिजली कटौती से लोग परेशान हैं।

शहर के वार्ड नंबर 14 वीर अब्दुल हमीद नगर में करीब साढ़े छह हजार की आबादी वाला मोहल्ला है। इस वार्ड में तकरीबन नौ सौ घरों में लोग रह रहे हैं। मतदाताओं के लिहाज से बात करें तो तकरीबन तीन हजार लोग यहां स्थानीय चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग कर अपना जनप्रतिनिधि चुनते हैं। इस वार्ड में हाजीगंज कला, आशिक,ताजपुर नौकास्त आशिक, कांशीराम कॉलोनी कन्दरौली बांगर (ईदगाह) ताजपुर नौकस्त शामिल हैं। अली खान ने बताया कि बारिश आते ही हर दिन घरों में घुसने वाले पानी से मुश्किल से घर पहुंच पाते हैं। ड्रेनेज सस्टिम में खामी होने की वजह से सड़क पर घुटनों तक गंदा पानी भर जाता है, जिसके बीच से निकलना मजबूरी बन जाता है। नालियां गहरी न होने से बारिश में गंदा पानी सड़कों के साथ-साथ हमारे घरों में भर जाता है।

बारिश होने पर कई दिन तक घर में जलभराव बना रहता है। मोहल्ले के मो.जेहीद का कहना है कि यहां की गलियां कई मोहल्लों से इंटरकनेक्ट हैं। इजकी वजह से लोग तेज रफ्तार में बाइकों को भगाते हैं, जिससे कई बार गलियों में खेलते बच्चों और राह में गुजर रहे बुजुर्गों को चोट भी लग चुकी है। इसके लिए जरूरी है कि गलियों में स्पीड ब्रेकर भी बनवा जाएं ताकि गति पर ब्रेक लग सके।

शहीद ने बताया कि जगह-जगह नाले में लगे ढक्कन से दुर्गंध निकल रही है। यहां से निकलने वालों को इससे काफी दक्कित होती है। रात के वक्त पैदल निकलने वाले भी क्षतिग्रस्त ढक्कन के कारण गिरकर चुटहिल हो जाते हैं। यही हाल बाइक सवारों का भी होता है। कई स्ट्रीट लाइटों में स्विच खराब हो गए हैं। इन्हें ठीक नहीं कराया गया है। इस कारण दिन के वक्त भी लाइट जलती रहती है। सलामत ने बताया कि गली में छह हैंडपंप में से दो खराब हो गए हैं। शिकायत करने के बाद भी ठीक नहीं कराया गया। लोगों को लाइन लगाकर दूसरे मोहल्लों से पानी लाना पड़ता है।

कांशीराम कॉलोनी में गंदगी की भरमार

फैजान ने कहा कि मोहल्ले में साफ-सुथरा रखने की जिम्मेदारी नगर पालिका की है, लेकिन जब चेयरमैन प्रतिनिधि के अपने ही वार्ड में स्थित कांशीराम कॉलोनी गंदगी और अव्यवस्था का शिकार हो तो बाकी शहर की स्थिति का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। यहां की बदहाल सफाई व्यवस्था ने निवासियों का जीना मुहाल कर दिया है। नगर पालिका चेयरमैन प्रतिनिधि अपने वार्ड में बनी कांशीराम कॉलोनी जो कि गरीबों को आवास मुहैया कराने के उद्देश्य से बनाई गई थी। आज खुद अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही है। कॉलोनी में जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हैं, नालियां बजबजा रही हैं और नियमित सफाई का कोई इंतजाम नहीं है। कॉलोनी में कूड़ा निस्तारण की कोई उचित व्यवस्था नहीं है। घरों से निकलने वाला कूड़ा खुले में फेंक दिया जाता है। जिससे हर तरफ गंदगी फैली रहती है। इससे न केवल दुर्गंध फैलती है ।

खुले ट्रांसफॉर्मर से हादसे का खतरा

वार्ड 14 वीर अब्दुल हमीर मोहल्ला में ट्रांसफॉर्मर बिना किसी सुरक्षा घेरे के खुले में रखा हुआ है। जो आम नागरिकों खासकर बच्चों और मवेशियों के लिए खतरें का सबब बना हुआ है। गोविंद ने बताया कि यह खतरनाक ट्रांसफॉर्मर काफी समय से इसी असुरक्षित हालत में पड़ा है। इसके आसपास न तो कोई चारदीवारी है और न ही कोई चेतावनी बोर्ड लगाया गया है। घनी आबादी के बीच इस रास्ते से तमाम लोगों का रोज आना-जाना होता है। कई बार संबंधित अधिकारियों को इस बारे में सूचित किया गया। सबसे चिंताजनक बात यह है कि यह लापरवाही उस वार्ड में हो रही है जिसका प्रतिनिधत्वि स्वयं चेयरमैन प्रतिनिधि करते हैं। इससे सवाल उठता है कि जब प्रतिनिधि के अपने क्षेत्र में ही सुरक्षा मानकों की इस कदर अनदेखी हो रही है तो शहर के अन्य हस्सिों की स्थिति क्या होगी? और वार्डों की स्थिति इस इसे वतर हालात होंगे। बारिश में होने वाले जलभराव से लोगों को परेशान नहीं होना पड़ेगा।

शिकायतें

1. मोहल्ले की टूटी नालियां पिछले दस साल से जैसे की तैसी है। गंदगी घरों में घुस जाती है।

2. गर्मी शुरू हो चुकी है। इसके बाद भी इंडिया मार्का हैंडपंपों को ठीक नहीं किया जा रहा है।

3. आधा दर्जन से ज्यादा सड़कों की हालत जर्जर होने के कारण जगह-जगह गहरे गड्ढे हैं।

4. नियमित सफाई व्यवस्था नहीं होती है। कूड़ा-करकट खाली प्लॉटों में लोग फेंक रहे हैं जिससे दुर्गंध भी उठती है।

5. सफाई, सड़क, जलनिकासी जैसी असुविधाओं का लोग सामना करने को मजबूर है। लोगों में नाराजगी है।

सुझाव

1. नई नालियों का निर्माण हो जाए जिससे जलभराव से नहीं

जूझना पड़े।

2. कुछ नालियों के रूट डायवर्ट कर दिए जाएं। पुरानी जमा हुई सिल्ट को मशीन से साफ कराया जाए।

3. हफ्ते में एक बार मोहल्ले में सफाई अभियान चलाया जाए और नालियों के किनारे चूना डलवाया जाए।

4. हैंडपंप को रीबोर कर करवाने के साथ नि:शुल्क पेयजल की योजना भी शुरू की जाए

5. पंपिंग स्टेशन की क्षमता बढ़ाकर नए नाले का नर्मिाण कराया जाए जिससे जलभराव से राहत मिले।

बोले बाशिंदे

कई मकानों के ऊपर से 11 हजार वोल्ट की लाइन निकली है, इनको ऊंचा करवा कर शफ्टि की जाए। कई बार हादसे हो चुके हैं। -अली खान

बड़े नाले की छह महीने में कम से कम एक बार सफाई अवश्य कराई जाए। तभी जलनिकासी बेहतर होगी। बारिश में जलभराव की समस्या से न गुजरना पड़े। रात के समय बिजली कटौती न हो ताकि गर्मी में पूरी नींद सो सकें। फॉगिंग भी कराई जानी चाहिए। - राजेश कुमार

मोहल्ले में कई जगह पर स्ट्रीट लाइटें नहीं होने की वजह से रात में अंधेरा पसर जाता है। इससे शाम को निकलने वाले लोगों को बिना रोशनी के काफी परेशान होना पड़ता है। बिजली के लटकते तार भी मुसीबत बने हैं। जम्मिेदारों को इस समस्या से छुटकरा दिलाना चाहिए। -धर्मेंद्र

आवारा जानवरों की धड़ पकड़ समय-समय पर होती रहनी चाहिए। कई बार पशु हमला कर लोगों को घायल कर चुके हैं।-गोविंद

बिजली के तारों और खंभों को ठीक किया जाना चाहिए। घर के ऊपर से निकले हुए तारों को शिफ्ट किया जाए। -साहिल खान

बोले जिम्मेदार

गलियों में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त कराया जाएगा। नालियों से सल्टि निकलवाई जाएगी। क्षतग्रिस्त ढक्कनों के बारे में जानकारी कराकर उनकी मरम्मत कराने के प्रयास करेंगे। जलनिकासी की व्यवस्था बेहतर कराएंगे।

-श्यामेंद्र मोहन चौधरी, ईओ पालिका

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