पीएम मोदी ने किया यूपी के 19 अमृत भारत स्टेशनों का उद्घाटन, ये मिलेगा फायदा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 22 अप्रैल को 103 अमृत भारत स्टेशनों का उद्घाटन किया। इनमें यूपी के भी 19 स्टेशन शामिल हैं। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से नरेंद्र मोदी ने रेल यात्रियों को संबोधित किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 22 अप्रैल को 103 अमृत भारत स्टेशनों का उद्घाटन किया। इनमें यूपी के भी 19 स्टेशन शामिल हैं। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से नरेंद्र मोदी ने रेल यात्रियों को संबोधित किया। स्टेशनों पर कार्यक्रम में डीआरएम के नेतृत्व में रेलवे के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे। सांसद, मेयर, विधायक आदि मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहे। अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत स्वीकृत एनएसजी श्रेणियों के स्टेशन बनाए गए हैं। मुख्य विकास कार्य आधुनिक शौचालय ब्लॉक का निर्माण, पार्किंग क्षेत्र, हरित पार्क, लिफ्ट और एस्केलेटर की व्यवस्था प्लेटफार्मो पर की गई है। साइनेज व प्रकाश व्यवस्था दिव्यांगजन के लिए सुविधाएं आदि हैं।
19 अमृत भारत स्टेशन का उद्घाटन
पीएम मोदी द्वारा जिन 103 अमृत भारत स्टेशनों का उद्घाटन हुआ उनमें से 19 स्टेशन यूपी के हैं। इनमें बिजनौर, सहारनपुर, गोविंदपुरी, करछना, पुखरायां, ईदगाह आगरा जंक्शन, फतेहाबाद, गोवर्धन, मैलानी, स्वामी नारायण छपिया, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, गोला गोकरननाथ, रामघाट हाल्ट, सुरेमनपुर, इज्जतनगर, बरेली सिटी, उझानी और हाथरस सिटी शामिल हैं।
ये है खासियत
- सिटी सेंटर के रूप में विकास- रुफ प्लाजा, शॉपिंग जोन, विश्राम कक्ष, विशाल परिसंचारी क्षेत्र आदि जैसी सुविधाएं
- विरासत भी विकास भी- स्थानीय वास्तुकला से प्रेरित स्टेशन भवन
- अलग-अलग प्रवेश और निकास द्वार, बेहतर पार्किंग, लिफ्ट, एस्केलेटर, लाउंज, प्रतीक्षालय, ट्रैवलेटर, दिव्यांगजन अनुकूल सुविधाएं
- मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी के एकीकरण से ये स्टेशन बनेंगे क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक गतिविधियों के केन्द्र
- स्टेशनों के डिज़ाइन में ऊर्जा दक्षता और हरित उपायों को प्राथमिकता, जिससे न्यूनतम पर्यावरणीय प्रभाव
यूपी में जिन स्टेशनों को अमृत रूप दिया गया है, उनमें लखनऊ के पास गोविंदपुरी, आगरा के ईदगाह जंक्शन, बरेली सिटी और सहारनपुर जैसे व्यस्त स्टेशन भी शामिल हैं। इन स्थानों पर अब यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं मिलेंगी। इन स्टेशनों को न केवल यात्रियों के लिए सुविधाजनक बनाया जा रहा है, बल्कि हर स्टेशन की वास्तुकला में स्थानीय विरासत और पहचान को भी दर्शाया गया है।