यूपी जमीयत ने कल लखनऊ में बुलाई कार्यकारिणी की अहम बैठक, रशीदी ने बताया, क्या है एजेंडा?
मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिन्द (अरशद मदनी) की उत्तर प्रदेश इकाई ने कल लखनऊ में कार्यकारिणी की अहम बैठक बुलाई है। कानूनी सलाहकार काब रशीदी ने बुधवार को बैठक के एजेंडा के बारे में जानकारी दी।

प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिन्द (अरशद मदनी) की उत्तर प्रदेश इकाई की कार्यकारिणी समिति की एक अहम बैठक बृहस्पतिवार को लखनऊ में आयोजित की जाएगी।जमीयत के कानूनी सलाहकार मौलाना काब रशीदी ने बुधवार को 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि वक्फ संशोधन विधेयक के पारित होने के बाद पैदा हुए हालात और नेपाल सीमा से सटे कई जिलों में मदरसों और मुस्लिम धार्मिक स्थलों पर सरकार की कार्रवाई के मद्देनजर यह बैठक खासी महत्वपूर्ण होगी।
उन्होंने बताया कि संगठन के लखनऊ स्थित कार्यालय में आयोजित होने वाली इस बैठक में उत्तर प्रदेश में जमीयत (अरशद मदनी) की विभिन्न जिला इकाइयों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। रशीदी ने बताया कि बैठक में केंद्र सरकार द्वारा वक्फ संशोधन विधेयक पारित किये जाने के बाद उत्पन्न हालात और मदरसों तथा मस्जिदों की सुरक्षा सुनिश्चित करने से जुड़े मसलों पर गहन विचार-विमर्श किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा नेपाल से सटे राज्य के विभिन्न जिलों में मदरसों, मस्जिदों और मजारों के खिलाफ बड़े पैमाने पर की जा रही कार्रवाई के मुद्दे पर भी चर्चा की जाएगी। रशीदी ने बताया कि बैठक में प्रदेश में संगठन के विस्तार के उपायों पर विर्मश के साथ-साथ इसकी विभिन्न समितियों के कामकाज की समीक्षा भी की जाएगी।
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से यूपी में नेपाल सीमा से सटे जिलों में बने अवैध मदरसों और सरकारी जमीनों पर बनी मस्जिदों और ईदगाहों पर बुलडोजर एक्शन चल रहा है। श्रावस्ती, बहराइच, महाराजगंज, बलरामपुर जिलों में बड़े पैमाने पर एक्शन हुआ है। बहराइच इस अभियान का केंद्र बना हुआ है। तहसील नानपारा और मिहींपुरवा में अब तक 117 अवैध कब्जों को हटाया जा चुका है। मंगलवार को मोतीपुर क्षेत्र में दारूल उलूम अजीजिया हदीकतुल नोमान नामक मदरसे को सील किया गया। इससे पहले 28 अप्रैल को चार अन्य मदरसों पर भी कार्रवाई हो चुकी है। इसी तरह महाराजगंज के नौतनवां, फरेंदा और निचलौल क्षेत्रों में 29 अवैध अतिक्रमण चिह्नित किए गए हैं। इससे पहले श्रावस्ती में 33 मदरसों को सील किया गया था और एक मस्जिद को हटाया गया।