एक सिंह भाई गए तो दूसरे सिंंह भाई आ गए, अखिलेश यादव का अब आईएएस अफसरों के तबादले पर तंज
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को एक बार फिर यूपी की योगी सरकार पर ठाकुर अधिकारियों की तैनाती को लेकर निशाना साधा। अखिलेश यादव ने सूचना निदेशक के पद से शिशिर को हटाने और विशाल सिंह को लाने पर कहा कि एक सिंह भाई गए तो दूसरे सिंह भाई आ गए।

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को योगी सरकार पर एक बार फिर अफसरों की तैनाती में जातिवाद का आरोप लगाते हुए तंज कसा। सोमवार रात बड़े पैमाने पर हुए आईएएस के तबादले का जिक्र करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि एक सिंह भाई गए तो दूसरे सिंह भाई आ गए हैं। अखिलेश यादव का इशारा सबसे चर्चित सूचना निदेशक के तबादले को लेकर था। सरकार ने लंबे समय से सूचना निदेशक रहे शिशिर को हटाकर भदोही के डीएम विशाल सिंह को उनकी जगह तैनाती दी है।
अखिलेश ने कहा कि आज हालत यह है कि लोग अगर खास विचारधारा से नही जुड़ेंगे तो इस सरकार मे नौकरी नहीं मिलेगी। उन्होंने जातीय आंकड़े के बाबत कहा कि वास्तविक डेटा सामने आना चाहिए। इस मामले में डीजीपी को नहीं बोलना चाहिए था, मुख्यमंत्री को इस मुद्दे पर बोलना चाहिए। अगर गलती हुई है तो गलती सुधारनी चाहिए। लेकिन यह सरकार अधिकारी को आगे कर रही है।
अखिलेश यादव ने पुलिस विभाग में ठाकुर अधिकारियों की तैनाती को लेकर कहा कि पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) के प्रति भाजपा की नफरत को हमने उजागर किया है। मैं विपक्ष में होने का कर्तव्य निभा रहा हूं। पीडीए के साथ जो भेदभाव हो रहा है उसको खत्म करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार अपनी गलती नहीं सुधार रही है। इसके बजाय उसने एक अधिकारी (डीजीपी) को यह दावा करने के लिए आगे बढ़ाया है कि हम गलत डेटा पेश कर रहे हैं। सरकार खुद आगे क्यों नहीं आ रही है? अखिलेश यादव ने राज्य सरकार पर पुलिस अधिकारियों की तैनाती के डेटा में हेराफेरी करने का भी आरोप लगाया।
अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए तरह-तरह की चीजों को अपना रही है। उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार की तरफ से थानों में जाति आधारित तैनाती के अखिलेश यादव के आरोपों का सोमवार को खंडन किया गया था। इसे लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि जब मैंने थानों में 'एसओ' और 'एसएचओ' पर 'सिंह साहब वाला बयान' दिया तो डीजीपी ने जवाब दिया। उस पर तो मुख्यमंत्री को जवाब देना चाहिए।
अखिलेश ने कहा कि भाजपा के लोग सुप्रीम कोर्ट के जज को धमका रहे हैं। धमाकने वाले सांसद बीजेपी के सबसे खास हैं। जिनको राजा नहीं बनना है राजा बनाते है, उनके दौरे यूपी में बढ़ रहे हैं। अखिलेश ने एक बार फिर आरोप लगाया कि मुर्शिदाबाद में बीजेपी दंगा कराकर राजनीतिक लाभ लेना चाहती है। अखिलेश यादव ने कहा कि दलितों पर अत्याचार बढ़ रहा है। अम्बेडकर की मूर्तियां आए दिन तोड़ी जा रही हैं। वक्फ को लेकर बीजेपी अब जनता को बताने निकली है। यह काम पहले होना चाहिए था। कानपुर मेट्रो हमारी देन है। इसलिए मुख्यमंत्री मेट्रो में बैठ कर मुस्कुरा नहीं रहे थे।
अखिलेश ने पार्टी के आनुषंगिक संगठन युवजन सभा के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ अपनी बैठक का हवाला देते हुए कहा कि युवजन सभा समाजवादी पार्टी का पुराना संगठन है।उन्होंने 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए युवाओं से आह्वान करते हुए कहा, “हमारे साथ जहां अनुभव और आशीर्वाद है वहीं नौजवानों की ऊर्जा भी आने वाले चुनाव में समाजवादी पार्टी को और मजबूत बनाने का काम करेंगी।
अखिलेश ने कहा कि जिस तरह युवाओं ने लोकसभा का चुनाव जिताया था, आने वाले समय में ये लोग विधानसभा चुनाव में भी समाजवादी पार्टी की पूरी मदद करेंगे। सपा प्रमुख ने कहा कि युवाओं ने पीडीए सरकार बनाने का संकल्प लिया है और पीडीए सरकार बनेगी तो नौकरी और रोजगार भी ये लोग पायेंगे। उन्होंने कहा कि हमारा यही युवा न केवल संविधान बचाएगा बल्कि बाबा साहब का दिया हुआ आरक्षण भी बचाएगा