प्राथमिक शिक्षकों आठ से काली पट्टी बांधकर करेंगे काम
प्राथमिक शिक्षक संघ की बैठक में हुआ निर्णय, कहा सुविधाएं दे सरकार अधिकांश शिक्षकों के पास स्मार्ट फोन उपलब्ध नहीं हैं। देहरादून शहर से लेकर सुदूर काल

प्राथमिक शिक्षकों ने आनलाइन हाजिरी का विरोध तेज कर दिया है। प्राथमिक शिक्षक संघ की सोमवार को हुई वर्चुअल बैठक में इस पर आंदोलन की भी चेतावनी दी गई। आठ मई से वे काली पट्टी बांधकर काम करेंगे। बैठक में शिक्षकों ने कहा कि विभाग लगातार शिक्षकों के विशेष वर्ग के प्रति अविश्वास और असम्मान की भावना दिखा रहा है। जिसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। बैठक में उपस्थित शिक्षक और उनके प्रतिनिधयों ने कहा कि अधिकांश शिक्षकों के पास स्मार्ट फोन उपलब्ध नहीं हैं। देहरादून शहर से लेकर सुदूर कालसी, चकराता की विषम भौगोलिक परिस्थिति के चलते विद्यालयों में नेटवर्क की समस्याओं के कारण पहले ही बहुत समस्याओं का प्रतिदिन सामना करना पड़ रहा है।
शिक्षक सत्यनिष्ठा से लगातार कार्य कर रहे हैं तथा इस प्रकार के आदेशों से समाज में शिक्षकों की छवि धूमिल हो रही है। जबकि पूर्व में विद्यालयों के प्रधानाध्यापक या प्रधानाचार्य इसी व्यवस्था के अनुसार सभी शिक्षकों की प्रतिदिन ऑनलाइन उपस्थिति प्रेषित करते आ रहे हैं। अब ऐसे में प्रत्येक शिक्षक को अपनी करंट लोकेशन भेजनी होगी। जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र रावत ने कहा कि पहले प्रत्येक विद्यालय में पर्याप्त शिक्षक के साथ पठन पाठन के लिए कापी किताबें और अन्य जरूरी सामान भिजवाया जाए। प्रति माह ₹1000 उपस्थिति भत्ता के साथ स्मार्ट फ़ोन की व्यवस्था करें। परिषदीय व्यवस्था से चले आ रहे प्रपत्र- 9 की बाध्यता को भी समाप्त किया जाए। वर्चुअल बैठक में जिला संरक्षक शशि दिवाकर, प्रभारी मंत्री शैलेन्द्र नेगी, तदर्थ समिति सदस्य देवेश डोभाल, सतीश कपरवान,रायपुर अध्यक्ष अरविंद सोलंकी, दीप्ती रमोला, हर्षिता शर्मा, डोईवाला मंत्री सिद्धार्थ शर्मा, दिलीप सिंह, चकराता अध्यक्ष संगीता चौहान सहित कई लोग मौजूद रहे।
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