Poor Facilities at British Era Post Office Cause Inconvenience to Consumers बोले हल्द्वानी: प्रधान डाकघर में उपभोक्ताओं की परेशानी का सबब बना मूलभूत सुविधाओं का टोटा , Haldwani Hindi News - Hindustan
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बोले हल्द्वानी: प्रधान डाकघर में उपभोक्ताओं की परेशानी का सबब बना मूलभूत सुविधाओं का टोटा

- प्रधान डाकघर में कुल 20 कमरें व 78 कर्मचारी करते है काम - महिला

Newswrap हिन्दुस्तान, हल्द्वानीMon, 14 April 2025 06:29 PM
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बोले हल्द्वानी: प्रधान डाकघर में उपभोक्ताओं की परेशानी का सबब बना मूलभूत सुविधाओं का टोटा

शहर के ब्रिटिशकालीन प्रधान डाकघर में लाखों रुपये का लेन-देन करने वाले उपभोक्ताओं को बदहाल व्यवस्थाओं के कारण परेशानी झेलने को मजबूर होना पड़ रहा है। डाकघर में सर्वर धीमा चलने, पर्याप्त काउंटरों की व्यवस्था नहीं होने, ग्राहकों के लिए पीने का पानी और शौचालय की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने की समस्या है। डाकघर के अंदर आधार सेवा केंद्र संचालित है जिसमें हल्द्वानी, कालाढूंगी और गौलापार के आसपास क्षेत्र के लोग अपने आधार कार्ड बनवाने आते हैं, लेकिन डाकघर में अव्यवस्थाओं से उन्हें दिनभर लाइन में जूझना पड़ता है। बोले हल्द्वानी की टीम जब डाकघर पहुंची तो वहां मौजूद लोगों ने रोज होने वाली दिक्कतों के बारे में बताया और उनके सुधार के लिए सुझाव भी दिए। प्रधान डाकघर के भवन में 20 कमरे हैं। इनमें पीएलआई, मनीआर्डर, ई-पोस्ट, जनसेवा मेल, ट्रेजरी, पेंशन से जुड़े कई तरह के कार्य किए जाते हैं। इन सभी कार्यों के लिए भवन में कुल 78 कर्मचारी काम करते हैं। डाकघर में हर दिन लेन-देन और डाक संबंधी कार्य कराने वाली महिलाओं से लेकर दिव्यांगों तक, हर वर्ग के लोगों को यहां किसी न किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। डाकघर में सुबह से अपने काम कराने पहुंचे लोगों को मूलभूत सुविधाएं तक नहीं मिल पाती हैं। लोगों के लिए न तो पीने के पानी की व्यवस्था है और न ही शौचालय की। कई बार यहां लोग सुबह करीब 7 बजे से लाइन लगाकर खड़े रहते हैं। ऐसे में मूलभूत सुविधाओं का अभाव ग्राहकों के लिए परेशानी का सबब बनता है।

महिला ग्राहकों के लिए नहीं है शौचालय

डाकघर में रजिस्ट्री, पोस्टल ऑर्डर और अन्य कार्यों के लिए आने वाली महिलाओं को मूलभूत सुविधा जैसे शौचालय तक मयस्सर नहीं है। डाकघर परिसर में शौचालय तो है, लेकिन वह हमेशा तालाबंद रहता है और केवल स्टाफ के लिए आरक्षित बताया जाता है। गौलापार क्षेत्र से डाकघर के आधार सेवा केंद्र में अपने बच्चे का आधार कार्ड बनवाने आई विनीता ने बताया कि वह सुबह 11 बजे डाकघर पहुंची थीं। इस बीच जब उन्होंने शौचालय के बारे में पूछा तो कर्मचारियों ने बताया कि ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है। उन्हें रोडवेज जाकर सार्वजनिक शौचालय इस्तेमाल करने की सलाह दी गई। रोज बड़ी संख्या में आने वाली महिलाओं के लिए डाकघर में सार्वजनिक शौचालय की व्यवस्था न होना चिंता का विषय है।

डाकघर में पार्किंग की व्यवस्था नहीं

वाहन पार्किंग की सही व्यवस्था नहीं होने के कारण परिसर में स्कूटी-बाइक आड़ी-तिरछी खड़ी रहती हैं। इससे कई बार दिव्यांग व्यक्तियों के लिए बनाया गया रैंप भी बाधित हो जाता है। लोगों का कहना है कि डाकघर में रैंप की व्यवस्था होने के बाद भी दिव्यांग इसका इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं। डाकघर में काम करने आने वाले लोगों का कहना है कि सालों से वह यहां आ रहे हैं, लेकिन मूलभूत जन सुविधा के नाम पर उन्हें कोई व्यवस्था नहीं मिल पाती है।

एटीएम भी बीते 6 महीने से बंद

शहर में भारतीय डाक की ओर से संचालित एकमात्र एटीएम भी पिछले 6 माह से बंद पड़ा है। इससे हजारों ग्राहकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह एटीएम मुख्य डाकघर परिसर में आने वाले खासतौर पर बुजुर्गों, पेंशनधारकों और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए सुविधाजनक रहता था। इससे उन्हें डाकघर में लंबी लाइन में इंतजार कर परेशान नहीं होना पड़ता था। एटीएम सुविधा ठप होने से उन्हें निजी बैंकों के एटीएम पर निर्भर रहना पड़ता है, जहां उन्हें अतिरिक्त शुल्क के साथ ही असुविधा का सामना करना पड़ता है।

सुरक्षा के लिए गार्ड की तैनाती नहीं

डाकघर में सुरक्षा गार्ड की तैनाती नहीं होने से कई बार ग्राहकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। यहां आने वाली महिला ग्राहकों का कहना है कि डाकघर के अंदर सुरक्षा व्यवस्था देखने और किसी विवाद की स्थिति में नियंत्रण के लिए किसी गार्ड का होना आवश्यक है। उपभोक्ता रेखा ने बताया कि कई बार डाकघर में अधिक भीड़ रहती है। ऐसे में हर किसी को अपना काम करवाने की जल्दी होती है। ऐसे में कई बार विवाद की स्थिति बन जाती है। मौके पर गार्ड की तैनाती होने से व्यवस्था को सुधारने में मदद मिल सकेगी।

वाटर कूलर की व्यवस्था हो

प्रधान डाकघर में स्टाफ के लिए वाटर कूलर की व्यवस्था है, लेकिन उपभोक्ताओं को इसका लाभ नहीं मिल पाता है। वाटर कूलर अंदर के कक्ष में होने के कारण उपभोक्ताओं को इसकी जानकारी तक नहीं है। यहां अपना लेनदेन संबंधी कार्य करने आने वाले लोग अक्सर ठंडे पानी के लिए परेशान रहते हैं। डाकघर के उपभोक्ताओं का कहना है कि यह शहर का सबसे बड़ा डाकघर है, यहां वाटर कूलर की उचित व्यवस्था होनी चाहिए। ताकि गर्मी के दिनों में लोगों को डाकघर में ठंडे पानी की सुविधा मिल सके।

डाकघर में ग्राहकों की पांच मुख्य समस्याएं

- महिला ग्राहकों के लिए शौचालय की व्यवस्था नहीं है।

- पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने से वाहन आड़े-तिरछे खड़े रहते हैं।

- कुमाऊं के सबसे बड़े डाकघर में एसी और कूलर की व्यवस्था नहीं है।

- महिलाओं के लिए डाकघर में अलग काउंटर की व्यवस्था नहीं है।

- डाकघर में पेयजल की व्यवस्था न होने से ग्राहकों को दिक्कत होती है।

डाकघर में ग्राहकों के लिए सुझाव

- महिला ग्राहकों के लिए डाकघर में शौचालय खोला जाए।

- डाकघर में पार्किंग की उचित व्यवस्था बनाई जाए।

- डाकघर में एसी और कूलर की व्यवस्था की जाए।

- महिलाओं के लिए डाकघर में अलग काउंटर बनाया जाए।

- डाकघर में उपभोक्तओं के लिए वॉटर कूलर लगाया जाए।

बॉटम के लिए प्रस्तावित

एजेंट और उपभोक्ताओं के लिए अलग काउंटर की व्यवस्था नहीं

डाकघर में एजेंट और उपभोक्ताओं के लिए अलग-अलग काउंटर की व्यवस्था नहीं है। एजेंट और उपभोक्ता भीड़ बढ़ने पर दोनों ही लाइन में खड़े रहते हैं। कई बार एजेंट अपने साथ नए उपभोक्ताओं को लेकर आते हैं, लेकिन भीड़ को देखते हुए उपभोक्ता डाकघर में आने से कतराते हैं। उपभोक्ताओं का कहना है कि एजेंट को डील करने के लिए अलग काउंटर होना चाहिए। उपभोक्ताओं के कारण काउंटर अलग हो जिससे कि व्यवस्थाएं आसानी से चल सकेंगी।

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रैंप के बाहर पड़ी रहती है गंदगी

हल्द्वानी प्रधान डाकघर के बाहर दिव्यांगों के लिए बनाए गए रैंप के बाहर गंदगी पड़ी रहती है। डाकघर में आने वाले लोगों का कहना है कि रैंप की सफाई नहीं की जाती है। उसके आसपास गंदगी फैली रहती है जिससे कि कई बार दिव्यांग भी परेशान होते हैं। उनका कहना है कि डाकघर में जहां-तहां पान-गुटखा खाकर थूका हुआ है। डाकघर की साफ सफाई को लेकर विभागीय कर्मचारियों के साथ ही ग्राहकों को भी जागरूक रहना चाहिए।

सेल्फ कियोस्क मशीन से सेवा शुरू नहीं हुई

प्रधान डाकघर में ग्राहकों की सुविधा के लिए सेल्फ कियोस्क मशीन मंगवाई गई है, जिसे अभी तक इंस्टॉल नहीं किया गया है। कियोस्क मशीन का संचालन शुरू होने से ग्राहकों को काफी राहत मिलती। तकनीकी टीम के न आने के कारण मशीन कई महीनों से डाकघर में पड़ी हुई है। डाकघर उपभोक्ताओं का कहना है कि अगर मशीन लग जाती तो काफी राहत मिलती। काउंटर बंद होने पर भी पासबुक एंट्री और रजिस्ट्री आदि कार्य करने में सरलता हो जाती। जानकारी के अनुसार पॉयलेट प्रोजेक्ट के तहत इस मशीन को डाकघरों में ग्राहक की सुविधा के लिए लगाया जाना है।

सर्वर की धीमी रफ़्तार उपभोक्ताओं को करती है परेशान

प्रधान डाकघर में सर्वर का धीमा होना भी उपभोक्ताओं के लिए अक्सर परेशानी का कारण बनता है। रोजाना डाकघर पहुंचने वाले सैकड़ों लोगों को मामूली कार्यों के लिए भी घंटों इंतजार करना पड़ता है। ग्राहकों ने बताया कि ऐसी समस्या आए दिन सामने आती है, जिससे जरूरी कार्य समय पर नहीं हो पाते। कई बार तो बुजुर्गों और दूर-दराज से आए लोगों को खाली हाथ लौटना पड़ता है।

इनकी सुनिए

पोस्ट आफिस में आए दिन सर्वर की समस्या रहती है। एक काम के लिए कई बार पोस्ट ऑफिस के चक्कर काटने पड़ते है। कभी सर्वर डाउन रहता है तो कभी कर्मचारियों के कम होने की वजह से काम नहीं हो पाता है।

- समद

मैं यहां आधार कार्ड को अपडेट करवाने आया था। आधार का काम करवाने के लिए सुबह छह-सात बजे से लाइन लगानी पड़ती है। उसके बाद भी कई बार काम नहीं हो पाता है। जल्द से सर्वर की समस्या को सही करवाना चाहिए।

- यूनमस अली शाह

मैं अक्सर पोस्ट ऑफिस आता हूं। यहां बुजुर्गों और महिलाओं के लिए अलग से एक-एक काउंटर होना चाहिए। सभी लोगों को एक ही काउंटर में खड़े होना पड़ता है, जो कि सरासर गलत है।

- वासुदेव

पोस्ट ऑफिस में कम काउंटर होने के कारण भी काम होने में समय लगता है। अगर पोस्ट ऑफिस में एक-दो काउंटर बढ़ा दिए जाएं तो कर्मचारियों के साथ ही उपभोक्तओं को भी काफी सहायता मिलेगी।

- बाकर अली

पोस्ट ऑफिस में पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। कई बार गर्मी, भीड़ बढ़ने और सुबह से लाइन में खड़े होने के कारण कई बुजुर्ग चक्कर खाकर गिर जाते हैं। ऐसे में पोस्ट ऑफिस में पानी की व्यवस्था होनी चाहिए।

-केशव लाल

यहां न तो महिलाओं के लिए शौचालय है और न ही पीने के पानी की कोई व्यवस्था है। सुबह से घंटों लाइन में खड़ा रहना पड़ता है। ऐसे में पोस्ट ऑफिस में मूलभूत सुविधाएं तो होनी चाहिए या कर्मचारी काम तेजी से करें।

- दिशा

पोस्ट ऑफिस में काउंटर की कमी के कारण भी काफी दिक्कतें होती हैं। कुछ काउंटर में काम नहीं होता है तो कुछ में सर्वर धीमा हो जाता है। विभाग को काउंटर की संख्या बढ़ानी चाहिए और सर्वर की स्पीड भी।

- हरीश चंद्र

पानी और शौचालय के साथ ही पोस्ट ऑफिस में गंदगी की समस्या भी है। यहां साफ -सफाई रहनी चाहिए। कुमाऊं का सबसे बड़ा डाकघर होने के बावजूद साफ सफाई पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। डाकघर में स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए।

- संगीता

मैं रुद्रपुर से काम के लिए आई हूं। हमारे वहां पोस्ट ऑफिस लंबे समय से बंद पड़ा है। बच्चों का आधार अपडेट करना था तो यहां आई। सुबह से आई हूं दोपहर हो गई। अब तक काम नहीं हुआ है।

- मुन्नी देवी

पोस्टऑफिस में कई सारी दिक्कतें है। यहां अभी तक पुरानी तकनीकी से काम किया जाता है। पासबुक प्रिंट करवाने के लिए मशीन का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। इसके अलावा महिलों से एटीएम भी बंद पड़ा है।

- शरद नारायण वर्मा

महीनों पहले पोस्टऑफिस का एटीएम अपडेट हो जाना चाहिए था। मशीन अपडेट न होने के कारण कई महीनों से यह बंद पड़ा है। यहां हर काम काफी देरी से होता है। इसकी वजह से सब परेशान रहते हैं।

- गिरीश चंद्र

पोस्ट ऑफिस में काम करवाने के लिए सुबह से लोगों की भीड़ लगी रहती है। आधार कार्ड अपडेट करवाने के लिए सुबह से लोग लाइन में खड़े रहते हैं। सुबह से लाइन लगाने के बाद भी दोपहर बाद नंबर आता है।

- एसपी सिंह

मैं रामपुर रोड से यहां आया हूं। पोस्ट ऑफिस में महिलाओं और बुजुर्गों के लिए उचित सुविधाएं नहीं हैं। यहां न तो वॉटर कूलर लगे हैं और न ही शौचालय की कोई व्यवस्था है। इसका विभाग को ध्यान देना चाहिए।

- बीबी सविता

मैं सुबह से आधार कार्ड बनवाने के लिए आया हूं। दोपहर तक नंबर नहीं आया है। मेरे बाद आए लोगों का काम पहले हो गया है पर मेरा अभी तक नंबर नहीं आया। आधार कार्ड बनाने के लिए दो काउंटर होने चाहिए।

- इकबाल

मैं गौजाजाली से यहां आया हूं। एक तो पोस्टऑफिस में पर्याप्त सुविधाएं नहीं हैं, ऊपर से यहां महीनों से सेल्फ बुकिंग कियोस्क मशीन ऑफिस के बीचोंबीच रखी हुई है। जिससे उपभोक्ताओं को दिक्कत हो रही है।

- अयान

पोस्ट ऑफिस में महिला शौचालय बनाया तो गया है, पर वहां हमेशा ताला लगा रहता है। अधिकारियों से ताला खोलने के लिए बोलने पर वे बाहर जाने को कहते हैं। महिलाओं को बहुत दिक्कत होती है।

-शुमायला

पोस्ट ऑफिस की तरफ से अगर समय-समय पर हर जगह कैंप लगाए जाएं तो बेहद आराम होगा। हम कैंप में जाकर बच्चों के आधार अपडेट करवा सकेंगे। इससे उपभोक्ताओं के साथ-साथ विभाग का भी काम आसान होगा।

- अनीता मौर्य

महिलाओं के लिए केवल राखी के समय पर अलग काउंटर खोला जाता है जो बाद में हटा दिया जाता है। महिलाओं के लिए काउंटर हमेशा अलग होना चाहिए। इसके अलावा यहां काम कराने के लिए कई चक्कर लगाने पड़ते हैं।

- पल्लवी

पासबुक मैनुअली अपडेट की जाती है, जिसकी वजह से काफी समय लगता है। एक आदमी का काम करने में ही 5-10 मिनट लग जाते हैं। इसलिए मशीन द्वारा पासबुक अपडेट करनी चाहिए।

- रणवीर कोहली

पोस्ट ऑफिस में कई सारी समस्याएं हैं। यहां न तो शौचालय है न पीने का पानी और न ही कूलर व एसी। गर्मियों में उपभोक्ताओं को काफी परेशानियां होती हैं। हालांकि कर्मचारी तो कूलर में बैठते हैं।

- सुनील जोशी

बोले जिम्मेदार

काउंटरों की व्यवस्था है, लेकिन भीड़ बढ़ने पर लोग इसका अनुसरण नहीं करते हैं। रोडवेज स्टेशन में सार्वजनिक शौचालय हैं, इसलिए पोस्ट ऑफिस परिसर में इसकी व्यवस्था नहीं है। हालांकि, पोस्टमैन कक्ष में वॉटर कूलर की व्यवस्था है। बाकी अन्य सुविधाओं के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।

चित्रा जोशी, पोस्टमास्टर प्रधान डाकघर

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