बिहार लैंड सर्वे में आएगी तेजी; राजस्व विभाग में 1249 पदों पर भर्ती जल्द, नए सर्वे कर्मियों की बहाली
राजस्व और भूमि सुधार विभाग में विशेष सर्वेक्षण और बंदोबस्त के काम में 11262 कर्मी कार्यरत हैं। नए कर्मियों की बहाली के बाद सर्वे कर्मियों की संख्या बढ़कर 12511 हो जाएगी। इससे भूमि सर्वे के काम में और तेजी आएगी।

राज्य में 1249 नए सर्वे कर्मियों की बहाली जल्द होगी। राजस्व व भूमि सुधार विभाग ने इसके लिए बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद से जल्द मेधा सूची प्रकाशन का अनुरोध किया है। राजस्व व भूमि सुधार मंत्री संजय सरावगी ने सर्वे कर्मियों की नियुक्ति प्रक्रिया जल्द पूरा कराने के लिए विभाग के सचिव जय सिंह को निर्देश दिया है। इसके पहले मंत्री ने भूमि सर्वेक्षण व बंदोबस्त प्रगति की समीक्षा की थी। अधिकारियों ने मंत्री को बताया कि वर्तमान में विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त के काम में 11262 कर्मी कार्यरत हैं। नए कर्मियों की बहाली के बाद सर्वे कर्मियों की संख्या बढ़कर 12511 हो जाएगी। इससे भूमि सर्वे के काम में और तेजी आएगी। जिन नए सर्वे कर्मियों को नियुक्ति पत्र देने की प्रक्रिया चल रही है, उनमें शिविर प्रभारी के 49, कानूनगो के 58, लिपिक के 89 और सबसे अधिक अमीन के 1053 पद शामिल हैं।
सर्वे कर्मियों के 1249 पद वैसे हैं, जो भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय द्वारा योगदान के लिए दिए गए अंतिम अवसर के बाद भी अभ्यर्थियों द्वारा योगदान नहीं करने पर रिक्त घोषित किए गए थे। मानदेय आधारित संविदा आधारित पद हैं। इसमें विशेष सर्वेक्षण सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी, विशेष सर्वेक्षण कानूनगो, विशेष सर्वेक्षण अमीन एवं विशेष सर्वेक्षण लिपिक के लिए बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद द्वारा परीक्षा का आयोजन किया गया था। विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त को समयबद्ध तरीके से पूरा करने के लिए पिछले साल जुलाई में 9888 सर्वे कर्मियों का चयन किया गया था। इनमें 353 विशेष सर्वेक्षण सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी, 758 विशेष सर्वेक्षण कानूनगो, 742 विशेष सर्वेक्षण लिपिक और 8053 विशेष सर्वेक्षण अमीन शामिल थे।
2024 में 3 जुलाई को नियुक्ति पत्र हासिल करने के बाद 4 से 10 जुलाई के बीच उन्हें अपने-अपने जिलों में योगदान देना था, लेकिन कई बार मौका दिए जाने के बावजूद 1249 पदों पर अभ्यर्थियों ने योगदान नहीं दिया था। भूमि सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में है। इसे दिसंबर, 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। राज्य में यह काम 2 चरणों में पूरा किया जा रहा है। प्रथम चरण में 20 जिलों के चुने हुए 89 अंचल शामिल थे, दूसरे चरण में बिहार के शेष 445 अंचलों में भूमि सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त का काम शुरू किया गया है।