नीट में फिर सेंध लगाने की साजिश, डॉक्टर समेत 2 गिरफ्तार; मोबाइल में एडमिट कार्ड के कई फोटो मिले
गिरफ्तार डॉक्टर रंजीत कुमार बेगूसराय जेल में पोस्टेड है। उसके मोबाइल से कई अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड भी मिले है। दूसरे शख्स की पहचान दरभंगा जिले के रामबाबू मल्लिक के रूप में की गई है।

NEET Exam 2025: रविवार (4 मई) को आयोजित नीट यूजी की परीक्षा में स्कॉलर को बैठाने के मामले में पुलिस ने कारवाई करते हुए डॉक्टर समेत दो को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार दोनों शख्स की पहचान समस्तीपुर जिले के विभूतिपुर थाना क्षेत्र के बेलसंडी टारा के स्व. लक्ष्मी प्रसाद सिंह के पुत्र डॉ. रंजीत कुमार के रूप में की गई है। वहीं दूसरे शख्स की पहचान दरभंगा जिले के लहेरिरासराय रहमगंज निवासी सुरेश मल्लिक के पुत्र रामबाबू मल्लिक के रूप में की गई है। पता लगाया जा रहा है कि इनके संबंध संजीव मुखिया से हैं या नहीं।
पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य के आधार पर यह कार्रवाई की है। गिरफ्तार डॉक्टर रंजीत कुमार बेगूसराय जेल में पोस्टेड है। उसके मोबाइल से कई अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड भी मिले है। गिरफ्तार लोगों के पास से 3 मोबाइल, 1 कार और 50 हजार नगद रूपया बरामद किया गया है। बताया गया है कि गिरोह के द्वारा एग्जाम में ओरिजनल कैंडिडेट की जगह स्कॉलर कैंडिडेट बैठाया जाता था। इसके लिए गिरोह के द्वारा दो लाख से पांच लाख रुपये तक में डील होती थी।
सोमवार को सदर-1 अनुमंडल पुलिस कार्यालय पर आयोजित प्रेस वार्ता में एएसपी सह एसडीपीओ संजय कुमार पांडे ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि रविवार को नीट परीक्षा के दौरान स्कॉलर कैंडिडेट के परीक्षा में बैठाने वाले गिरोह के सक्रिय होने की सूचना मिली। सूचना प्राप्त होते ही एसआईटी टीम के द्वारा त्वरित रूप से तकनीकी व मानवीय सूचना के आधार पर छापेमारी शुरू की गई। जिसके बाद मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मोहनपुर पुल के पास स्थित एक परीक्षा केंद्र के पास 2 लोग चार चक्का गाड़ी लगाकर बैठे हुए थे। शक होने पर पुलिस ने दोनों से पूछताछ की। फिर उनके मोबाइल को खंगाला तो कई छात्रों के एडमिट कार्ड मिले। इसके बाद दोनों को हिरासत में ले लिया गया।
दोनों को मुफस्सिल थाना लाया गया जहां दोनों से कड़ाई से पुछताछ की गई तो दोनों ने पैसा लेकर परीक्षा में स्कॉलर कैंडिडेट बैठाने की बात स्वीकार की। डॉ. रंजीत कुमार ने पूछताछ में बताया कि नीट 2025 की परीक्षा में समस्तीपुर एवं अन्य जगहों पर छात्रों के जगह पर वह लोग फर्जी अभ्यर्थी को बैठाते हैं। इसके बदले वह लोग छात्रों व उनके परिजनों से मोटी रकम लेते हैं। उन दोनों के मोबाइल में परीक्षा से संबंधित अनेकों कागजात व परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड पाए गए हैं। इनके व्हाट्सएप नंबर को देखने से ज्ञात हुआ कि अन्य के सहयोग से नीट परीक्षा संबंधित कई परीक्षार्थी का एडमिट कार्ड, आधार कार्ड, हस्ताक्षर, फोटो आदि का आदान-प्रदान किया गया है।
पुलिस द्वारा पूछताछ में डॉ. रंजीत कुमार ने बताया कि नीट एजाम में कमजोर कैंडिडेट्स को पास कराने के लिए एडमिट कार्ड में छेड़छाड कर स्कॉलर कैंडिडेट बैठाते थे। इसके लिये 2 से 5 लाख तक में डील होती थी। आशंका है कि मोहनपुर पुल के पास सेंटर में 2 से 3 स्कॉलर कैंडिडेट को बिठाया गया है। इसके जांच के लिए टीम का गठन कर दिया गया है। एएसपी ने बताया कि समस्तीपुर में इस गिरोह द्वारा किन-किन परीक्षा केंद्रों पर स्कॉलर कैंडिडेट को बैठाया गया है, इसकी जांच की जा रही है।
गिरफ्तार डॉक्टर के पास से बरामद मोबाइल में जो एडमिट कार्ड मिला है उससे उक्त सेंटर पर जो परीक्षार्थी बैठे हैं, उन सभी का मिलान किया जा रहा है। इसके तार पटना से भी जुड़े हैं। जांच के लिए एक टीम बनाई गई है। जल्द ही अन्य गिरफ्तारी भी हो सकती है।